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गायिका अलका याग्निक को हुआ सडन सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस, एक्सपर्ट बता रहे हैं इसका कारण और गंभीरता

सुनने की क्षमता अचानक नहीं खोती, बल्कि यह धीरे-धीरे कम होती जाती है। इसके लिए आपके आसपास का माहौल, प्रोफेशन, आदतें और कुछ संक्रमण जिम्मेदार हो सकते हैं। मगर अचानक होने वाला हियरिंग लॉस एक गंभीर स्थिति है।
Published On: 19 Jun 2024, 03:30 pm IST
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Alka yagnik hearing loss
जानें इस दुर्लभ संक्रमण के बारे में सब कुछ। चित्र : एडॉबीस्टॉक

भारत की लोकप्रिय गायिकाअलका याग्निक की आवाज तीन दशकों से सभी की पसंदीदा बनी हुई है। मगर गायिका इन दिनों एक अलग ही परेशानी का सामना कर रही हैं। उन्होंने सोमवार को अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए लोगों को बताया कि वे एक रेयर सेंसरी हियरिंग लॉस का सामना कर रही हैं। जिसे “सडन सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस” (Sensorineural nerve hearing loss) भी कहते हैं। यह एक दुर्लभ संक्रमण है, जिसमें व्यक्ति की सुनने की क्षमता चली जाती है। लगातार तेज आवाज़ में रहना या ईयरप्लग का ज्यादा इस्तेमाल भी इसकी वजह बताई जा रही हैं। आइए जानते हैं अलका याग्निक को हुई इस दुर्लभ समस्या के बारे में सब कुछ।

अलका ने सोशल मीडिया पर शेयर की अपनी परेशानी (Alka yagnik hearing loss)

लोकप्रिय गायिका अलका याग्निक ने सोशली मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर अपनी परेशानी साझा की। उन्होंने लिखा, “मेरे सभी प्रशंसकों, दोस्तों, फॉलोअर्स और शुभचिंतकों के लिए। कुछ हफ़्ते पहले, जब मैं एक फ्लाइट से बाहर निकली, तो मुझे अचानक लगा कि मैं कुछ भी सुन नहीं पा रही हूं। इस घटना के बाद के हफ़्तों में कुछ हिम्मत जुटाकर, मैं अब अपने सभी दोस्तों और शुभचिंतकों के लिए अपनी चुप्पी तोड़ना चाहती हूं, जो मुझसे पूछ रहे थे कि मैं इन दिनों क्यों गायब हूं।”

वास्तव में उनके डॉक्टरों ने एक दुर्लभ संवेदी तंत्रिका श्रवण हानि का निदान किया है। जो वायरल हमले के कारण होती है। इसे “एक बड़ा झटका” बताते हुए, अलका याग्निक ने आगे लिखा, “जैसा कि मैं इससे उबरने का प्रयास कर रही हूं कृपया मुझे अपनी प्रार्थनाओं में याद रखें।”

Kaan se paani kaise bahar nikaalein
जानते हैं एक्सपर्ट से क्या है सडन सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस. चित्र : एडॉबीस्टॉक

58 वर्षीय दिग्गज गायिका ने अपने प्रशंसकों और युवा सहकर्मियों के लिए “बहुत तेज़ संगीत और हेडफ़ोन के संपर्क में आने के बारे में” चेतावनी भी दी। वह आगे लिखती हैं, कि वे जल्दी ही अपनी प्रोफेशनल लाइफ के स्वास्थ्य संबंधी खतरों को भी साझा करेंगी। फिलहाल वे अपने जीवन को फिर से व्यवस्थित करने और जल्द ही काम पर लौटने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। गायिका ने इंडस्ट्री के दिग्गजों और प्रशंसकों से प्यार भरे संदेश प्राप्त करते हुए कहा, “इस महत्वपूर्ण समय में आपका समर्थन और समझ मेरे लिए बहुत मायने रखता है।”

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एक्सपर्ट इसे गंभीर समस्या मान रहे हैं (Sensorineural nerve hearing loss)

हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर अधिक जानने के लिए अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, चेंबूर के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत केवले से बात की। डॉक्टर ने इस समस्या से जुड़ी कई जरूरी जानकारी दी है।

डॉक्टर के अनुसार “कुछ बीमारियों के कारण सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है। हालांकि, ऐसा अचानक नहीं होता है. समय के साथ, यह समस्या स्पष्ट हो जाती है। लेकिन, अचानक सुनने की क्षमता खोना एक बहुत ही गंभीर समस्या है, जिसे सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस कहा जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति की सुनने की क्षमता अचानक खत्म हो जाती है। इस बीमारी का शुरुआती दौर में इलाज करना बहुत जरूरी है। यदि समय पर निदान और उपचार न किया जाए तो यह स्थायी बहरेपन का कारण बन सकती है।”

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क्या है सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस (what is Sensorineural nerve hearing loss)

“सेंसरीन्यूरल तंत्रिका श्रवण हानि (Sensorineural nerve hearing loss) (एसएनएचएल) हियरिंग लॉस का एक दुर्लभ रूप है। जो तब होता है, जब कान के अंदर की छोटी कोशिकाएं या कान को मस्तिष्क से जोड़ने वाली तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। अमेरिकन स्पीच-लैंग्वेज-हियरिंग एसोसिएशन के अनुसार, इसके सबसे आम लक्षण सुनने की क्षमता का कम होना है। अन्य चीजें टिनिटस या कान में शोर, चक्कर आना, उल्टी, सिरदर्द, कमजोरी, शरीर में दर्द हैं।”

क्यों होती है यह समस्या (causes of Sensorineural nerve hearing loss)

जन्मजात बहरापन जेनेटिक कारकों और बच्चे के जन्म के दौरान मां से प्रसारित टोक्सोप्लाज़मोसिज़, रूबेला और हर्पीस जैसी बीमारियों के कारण होता है। उम्र बढ़ना, ऑटोइम्यून बीमारियां, तेज़ आवाज़ के संपर्क में आना, कुछ प्रकार के दवाएं, कान या सिर की चोट और कैरोटिड धमनी स्टेनोसिस जैसी रक्त वाहिका रोग के कारण बच्चों या वयस्कों में सेंसरिनुरल तंत्रिका श्रवण हानि (एसएनएचएल) विकसित हो सकती है। परिधीय धमनी विकार और एन्यूरिज्म भी इसका कारण बनते हैं।

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मानसून के दिनों में हवा में नमी के चलते बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में ईयरफोन्स पर भी बैक्टीरिया पनपने का खतरा रहता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

सेंसरीन्यूरल तंत्रिका श्रवण हानि के शुरुआती लक्षण (symptoms of Sensorineural nerve hearing loss)

डॉ. प्रशांत केवले के अनुसार सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस के शुरुआती लक्षण में शामिल है:

एक कान से कुछ आवाजें बहुत तेज सुनाई देना।
शोर-शराबे वाले माहौल में दूसरों को सुनने में कठिनाई होना।
जब दो या दो से अधिक लोग बात कर रहे हों तो बातचीत करने में परेशानी होना।
“एस” या “थ” जैसी आवाजें सुनने में समस्या हो सकती है।

यदि ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत किसी चिकित्सा विशेषज्ञ या ऑडियोलॉजिस्ट से परामर्श लेना आवश्यक है। सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस के विकास के जोखिम से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।

क्या इस समस्या से बचा जा सकता है?

सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस के विकास के जोखिम से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है। संगीत समारोहों या पार्टियों जैसे तेज़ वातावरण में इयर प्लग या शोर रद्द करने वाले हेडफ़ोन का उपयोग करें, लंबे समय तक इयरफ़ोन या एयरपॉड्स के उपयोग को सीमित रखें, टीवी और संगीत प्रणालियों की मात्रा को सीमित करें और उचित सुरक्षा सावधानी बरतकर इसे रोका जा सकता है। इसके लिए नियमित रूप से कानों की जांच करना जरूरी है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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