इस अध्‍ययन के अनुसार मेनोपॉज के दौरान कुछ महिलाओं में बढ़ सकती है यौन अक्षमता

रजोनिवृत्ति अपरिहार्य है, दुर्भाग्य से यह महिलाओं में ढेर सारी समस्याओं के साथ आता है, यौन अक्षमता भी उनमें से एक है।
आपको इस बारे में डॉक्‍टर से भी बात करनी चाहिए। चित्र: शटरस्‍टॉक
आपको इस बारे में डॉक्‍टर से भी बात करनी चाहिए। चित्र: शटरस्‍टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 8 Jan 2021, 19:46 pm IST
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सेक्स केवल प्रजनन के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि यह आपके साथी के साथ एक बेहतर भावनात्मक और व्यक्तिगत बंधन बनाने में भी मदद करता है। साथ ही यह एक प्राकृतिक मूड बूस्टर भी है। लेकिन उम्र के साथ आपके हार्मोन में गिरावट आने से यौन गतिविधियों की आवृत्ति कम होती जाती है। जैसे ही आपको मेनोपॉज होता,आपकी यौन और प्रजनन क्षमता कम होने लगती है। वास्तव में, कई महिलाओं में रजोनिवृत्ति के समय सेक्सुअल डिसफंक्शन भी देखा गया है।

एक अमेरिकी अध्ययन ने उन निर्धारकों की पहचान की है जो किसी स्‍त्री की यौन क्षमता को प्रभावित करते हैं। यह हालिया अध्ययन मेनोपॉज, द नॉर्थ अमेरिकन मेनोपॉज सोसाइटी (एनऐएमएस/NAMS) की पत्रिका में ऑनलाइन प्रकाशित हुआ है।

शुक्र है, रजोनिवृत्ति के दौरान सभी महिलाओं को यौन अक्षमता का सामना नहीं करना पड़ता है।

अध्ययन में पाया गया है कि यौन अक्षमता (sexual dysfunction) अक्सर रजोनिवृत्ति के के साथ शुरू होती है। फिर भी, सभी महिलाएं इसे समान रूप से अनुभव नहीं करती हैं।

यद्यपि हॉट फ्लैश रजोनिवृत्ति का सबसे सामान्य लक्षण है, लेकिन संक्रमण अक्सर अन्य मुद्दों के साथ होता है, जिसमें महिला की कामेच्छा, यौन संतुष्टि और समग्र यौन व्यवहार को प्रभावित करने वाले परिवर्तन शामिल हैं।

तनाव आपकी सेक्‍स ड्राइव पर भी असर डालता है। चित्र : शटरस्टॉकक्योंकि महिलाओं की रजोनिवृत्ति के लक्षणों का पता लगाने में मदद करने के लिए हार्मोन थेरेपी सबसे प्रभावी उपचार विकल्प है। इसक लिए डिज़ाइन किए गए एक नए अध्ययन का फोकस था कि क्यों कुछ महिलाएं दूसरों की तुलना में अधिक यौन अक्षमता का अनुभव करती हैं।

मेनोपॉज और सेक्‍सुअल डिस्‍फंक्‍शन में है संबंध 

45 से 55 वर्ष की 200 से अधिक महिलाओं से जुड़े अध्ययन में पाया गया कि माध्यमिक और उच्च शिक्षा वाली महिलाओं और आजीवन यौन सहयोगियों की अधिक संख्या वाली महिलाओं में यौन अक्षमता का अनुभव होने की संभावना कम थी।

इसके विपरीत, यौन गतिविधि के दौरान अधिक चिंतित रहने वाली महिलाओं और अधिक गंभीर रजोनिवृत्ति के लक्षणों वाली महिलाओं में यौन अक्षमता का अधिक जोखिम था।

सेक्‍सुअल डिसफंक्‍शन के लिए हार्मोन थेरेपी काम कर सकती है या नहीं

अध्ययन कहता है कि हार्मोन थेरेपी को यौन अक्षमता के जोखिम को कम करने के लिए नहीं ईजाद किया गया था, और न ही यौन व्यवहारों को निर्धारित करने में इसकी प्रमुख भूमिका थी।

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शारीरिक गतिविधयों के जरिए रजोनीवृति के लक्षणों को कम किया जा सकता है। चित्र:शटरस्टॉक

हालांकि, हार्मोन थेरेपी का उपयोग करने वाली महिलाओं में यौन गतिविधियों के दौरान आम तौर पर उच्च बॉडी-स्टीम; सभी डोमेन में बेहतर यौन कार्य, इच्छा/रुचि को छोड़कर; रिश्तों की बेहतर गुणवत्ता और अन्‍य महिलाओं की तुलना में कम यौन शिकायतें (उत्तेजना समस्याओं के अलावा) होती थी।

एक महिला के यौन कार्य को बनाए रखने में मदद करने के लिए सकारात्मक यौन अनुभव, सेक्स के बारे में दृष्टिकोण, शरीर की छवि और संबंध की अंतरंगता अधिक महत्वपूर्ण रही।

और भी कारक हैं जिम्‍मेदार 

इसके परिणाम, “रजोनिवृत्ति के दौरान यौन व्यवहार और कार्य-रजोनिवृत्ति में हार्मोन थेरेपी एक भूमिका निभाती है?” लेख में प्रकाशित हुए हैं।

डॉ. स्टेफ़नी फ़्यूबियन, एनऐएमएस (NAMS) की चिकित्सा निदेशक कहती हैं, “ये परिणाम पहले किए गए अध्ययनों के निष्कर्षों के अनुरूप हैं और हार्मोन थेरेपी के उपयोग के अलावा अन्य कारकों पर जोर देते हैं। जैसे सेक्स का अधिक महत्व, सेक्स के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण, साथी के साथ संतुष्टि और रजोनिवृत्ति से जुड़े कुछ आनुवंशिक लक्षण। इससे रजोनिवृत्ति संक्रमण के दौरान यौन क्षमता प्रभावित होती है।”

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