आठवीं और नौवीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चेे भी अब जन्मदिन पर पिज्जा पार्टी की बजाए हुक्का पार्टी करना चाहते हैं। इसकी वजह है उनका स्टेटस में शामिल होना और आकर्षक अंदाज। पर शायद आप नहीं जानती कि ये हुक्का, वेपिंग और माउथ फ्रेशनर भी आपके बच्चों को गंभीर रोग दे सकते हैं। इस वर्ष तंबाकू निषेध दिवस पर बाजार के इन्हीं छलावों से उन्हें बचाने की जरूरत है।
हर वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निेषेध दिवस (World no tobacco day) मनाया जाता है। डब्यूएचओ (WHO) की अगुवाई में मनाए जाने वाले इसे दिवस का उद्देश्य लोगों को उन स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति जागरुक करना है, जो तंबाकू के सेवन से उत्पन्न होते हैं।
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगी कि दुनिया भर में हर साल 70 लाख से ज्यादा लोग तंबाकू के कारण मरते हैं। इनमें से 890,000 लोग ऐसे हैं जो स्मोकिंग नहीं करते। वे या तो पैसिव स्मोकिंग के शिकार होते हैं। या वे ऐसे उत्पादों का सेवन करते हैं, जिनमें छुपा हुआ तंबाकू होता है। जैसे माउथ फ्रेशनर आदि।
दुनिया भर के मूल्यवान मानव संसाधन को बचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सदस्य देशों ने 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाना शुरू किया। इतने वर्षों में तंबाकू अलग-अलग रूपों में दुनिया के सामने आता रहा और स्वास्थ्य जगत के लिए चुनौती पैदा करता रहा है। इस बार भी यह युवाओं और किशोरों को भारी संख्या में अपना शिकार बना रहा है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2020 (World no tobacco day 2020) की थीम ही युवाओं और बाजार के छलावों पर फोकस करती है। इस वर्ष “युवाओं को तंबाकू उद्योग के छलावों से बचाना उन्हें तंबाकू और निकोटीन के उपयोग से रोकना” (Protecting youth from industry manipulation and preventing them from tobacco and nicotine use) विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम है। दुनिया भर के सरकारी, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन युवाओं को इसके खतरे से बचाने के लिए प्रयासरत हैं।
बीड़ी या सिगरेट के रूप में तंबाकू का सेवन तो खतरनाक है ही, इसके अलावा अन्य विधियों से किया जाने वाला तंबाकू का सेवन भी खतरनाक है। इसमें माउथ फ्रेशनर, वेपिंग, हुक्का, ई सिगरेट आदि शामिल हैं। ये इतने फ्लैवर्ड और खूबसूरत दिखते हैं कि युवा सहज ही इनकी ओर आकर्षित होने लगते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इससे सिर्फ फेफड़े ही नहीं शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं। तंबाकू के सेवन से आवाज खराब होना, गला बैठ जाना, लगातार खांसी, एसिडिटी, वजन कम होना, टाइप 2 डायबिटीज, गले, फेफड़े और एसोफेगल कैंसर भी हो सकता है। बाजार के इन छलावों को समझकर किशोरों और युवाओं को इससे बचाना जरूरी है।