संगीत की दुनिया जाने किन खामोशियों की ओर बढ़ रही है। एक के बाद एक लगातार कई हस्तियां पिछले कुछ दिनों में ही दुनिया को अलविदा कह गईं। संतूर के लिए तो यह बड़ी क्षति का समय है, जब पंडित शिव कुमार शर्मा के बाद संतूर उस्ताद पंडित भजन सोपोरी भी दुनिया को अलविदा कह गए (Pandit Bhajan Sopori Death)। वे पिछले लंबे समय से गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल में कोलन कैंसर के चौथी स्टेज का उपचार करवा रहे थे। परंतु वीरवार 2 को मल्टीपल ऑर्गन फैलियर के कारण उनका देहांत हो गया।
मशहूर गया केके के निधन के बाद, अब संगीत जगत को एक और बड़ा झटका लगा है। प्रसिद्ध संतूर वादक और शिक्षक भजन सपोरी का 2 जून शाम 4 बजे निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि 74 वर्षीय संतूर वादक काफी महीनों से फोर्थ स्टेज कोलन कैंसर से पीड़ित थे। वे गुरुग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में उपचार करवा रहे थे।
अस्पताल सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पंडित भजन सोपोरी फरवरी 2022 से फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफएमआरआई), गुरुग्राम में कोलन कैंसर का उपचार करवा रहे थे। उपचार के दौरान पिछले कुछ महीनों में उन्हें कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी दी गई। पर हालत में बहुत सुधार नहीं हुआ। उनकी बीमारी लिवर और हड्डियों तक फैल चुकी थी। अभी कुछ दिन पहले 18 मई 2022 को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें फिर से फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (FMRI) में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टरों के कई प्रयासों के बावजूद, 2 जून, 2022 को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के कारण उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके जाने से संगीत जगत में दुख की लहर है। वहीं उनके बेटे अभय सपोरी ने मीडियो को जारी एक बयान में कहा कि उनके पिता पिछले तीन हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने न सिर्फ अपने पिता, बल्कि एक बेहतरीन इंसान को खोया है। मैं उनके बिना अकेले जिंदगी गुजारने की कल्पना भी नहीं कर सकता।
मूलत: जम्मू-कश्मीर के रहने वाले पंडित भजन सोपोरी संतूर के उस्ताद और बेमिसाल कलाकार रहे हैं। संगीतकार, संगीतज्ञ, शिक्षक, लेखक और कवि के रूप में प्रसिद्ध पंडित भजन सोपोरी भारतीय विशिष्ट नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित थे। इसके अलावा, उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों जैसे, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, जम्मू-कश्मीर सरकार लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, जम्मू-कश्मीर सरकार नागरिक पुरस्कार, मिस्र के अरब गणराज्य का राष्ट्रीय ध्वज सम्मान, आदि मिल चुके हैं। उनके जाने पर जम्मू-कश्मीर से भी कई लोगों ने शोक संदेश जारी किए हैं।
पंडित भजन सोपोरी के जाने पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ”पद्म श्री पंडित भजन सोपोरी साहब के दुखद निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। मिट्टी के एक महान सपूत, वे भारतीय संगीत की दुनिया में एक ऐसे महानायक थे जिन्होंने संतूर को अपना बनाया। उनकी आत्मा को शांति मिले। मेरी समवेदनाएं उनके बेटे अभय और परिवार के साथ हैं।”
मेयो क्लीनिक के अनुसार कोलन कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो बड़ी आंत ( Colon) में शुरू होता है और पाचन तंत्र के अंत तक फैल जाता है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि कोलन कैंसर वृद्ध वयस्कों को प्रभावित करता है, लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है। यह आमतौर पर कोशिकाओं के छोटे, गैर-कैंसरयुक्त गुच्छों के रूप में शुरू होता है, जिन्हें पॉलीप्स कहा जाता है जो कोलन के अंदर बनते हैं। समय के साथ इनमें से कुछ पॉलीप्स कोलन कैंसर भी बन जाते हैं।
अगर शुरूआत में इसका पता लगा लिया जाए, तो इसका उपचार किया जा सकता है। पर अमूमन लोग इसे पाचन संबंधी गड़बड़ी जानकर नजरंदाज करते रहते हैं।
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