दिनभर में हमारे मन में कई प्रकार के विचार उमड़ते हैं। अच्छे और बुरे विचारों की अधेड़बुन हमारी मेंटल हेल्थ (mental health) को प्रभावित करती है। जो सपनों के रूप में हमें दिखने लगते हैं। अच्छे सपने जहां आपको खुशी देकर जाते हैं, तो वही बुरे सपने हमारी चिंता (anxiety) का कारण बन जाते हैं। कुछ लोग सपनों को लेकर अक्सर तनाव (stress) महसूस करने लगते हैं। हांलाकि सपनों का हमारी वास्तविक जिंदगी में से कोई कनेक्शन नहीं होता है। जो आप दिनभर में सोचते हैं। वहीं सपनों को रूप लेकर आप तक पहुंच जाते हैं। जानते हैं वर्ल्ड ड्रीम डे (World Dream Day) पर सपने किस तरह से हमारी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करते हैं।
इस बारे में ड्रीम एनालिस्ट (Dream analyst) तान्य रहेजा का कहना है कि सपने हमारी मेंटल हेल्थ को कई प्रकार से प्रभावित करते है। उनके अनुसार अगर आप किसी व्यक्ति या जानकार को सपने में मृत हालत में देखते हैं। तो अक्सर डर जाते हैं। मगर इसका अर्थ उस व्यक्ति या जानवर की मौत को नहीं दर्शाता है। बल्कि ये इस बात की ओर इशारा करता है कि आपके जीवन में कुछ नया होने वाला है। ये एक नई शुरूआत का संकेत मात्र होता है। अक्सर वही लोग और चीजें आपको सपने में दिखने लगती है, जिनके आप बेहद करीब होते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी तीर्थ स्थल या भगवान को सपने में देखते है। तो इसका तात्पर्य है कि आप किसी धार्मिक स्थल पर जाने की योजना बना रहे हैं। इसके चलते आपको सपने में धर्म से जुड़ी चीजें नज़र आने लगती हैं।
हर साल 25 सितंबर को विश्व स्वप्न दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर जगह जगह वर्कशॉप्स का आयोजन किया जाता है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का मकसद लोगों के अंदर चेतना पैदा करना है। कई बार अच्छे और बुरे सपनों को देखने के लिए हमारी मेंटल हेल्थ पर उसका असर दिखने लगता है। इस दिन लोगों को खुद पर ध्यान केंद्रित करने और अपने सपनों को उड़ान देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। विश्व स्वप्न दिवस की शुरूआत कोलंबिया युनिवर्सिटी में एजुकेटर और ट्रासफॉरमेशनल स्ट्रैटजिस्ट ओजियोमा एग्वुओनवु ने 2012 में की थी।
इस तरह के सपनों में आपको अपने भविष्य से जुड़ी योजनाएं दिखने लगती है। अगर कोई व्यक्ति विदेश में सैटल होने के बारे में तैयारी कर रहा है, तो उसे सपने में भी वहीं चीजें दिखनी शुरू हो जाती है।
दिनभर के कामों में उलझे रहने के चलते आपको सपने में भी वहीं चीजें दिखने लगती है। इसके चलते आपसी मनमुटाव और किसी विषय किया जा रहा गहन चिंतन सपने का रूप धारण कर लेता है।
अगर आपको सपने में कोई पूर्वज या भगवान दिखने लगे हैं, तो इसका अर्थ है कि आप किसी न किसी प्रकार से उन्हें याद कर रहे थे या किसी अन्य कारण से वो आपके मन मस्तिष्क में मौजूद है। इन्हें समझने के लिए आपको अपनी इंटयूशंस को समझना ज़रूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक इस तरह के सपनों को समझने के लिए मेडिटेशन की आवश्यकता है। जिसमें आप अपना तन और मन शांत करके एकचित्त हो जाते हैं।
जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक तनाव में होता हैं या किसी कारणवश अपने फयूचर को लेकर परेशान रहता हैं। तो उसे सपने आने लगते हैं। ऐसे सपने एंगजाइटी एंड फियर से ग्रस्त होते हैं। बहुत बार आप अपने सपने इमेजिन करने लगते हैं। जो इमेजनरी ड्रीम (Imaginary dream) कहलाते हैं। दरअसल, सपनों की कोई सीक्वेंस नहीं होती है। कोई भी सपना आपको कभी भी आ सकता है। सपनों में वॉइस होती है और पिक्चर्स में भी नज़र आता है।
इस बारे में बातचीत करते हुए डॉ युवराज पंत का कहना है कि सपने हमारे जीवन में जाने अनजाने में होने वाली बातों, घटनाओं और इच्छाओं को प्रकट करने का एक माध्यम है। जो कहीं न कहीं सपनों के ज़रिए हम तक पहुंचती हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक सपनों का वास्तविक जीवन से कोई संबध नहीं होता है।
सपने हमारी अधूरी डिज़ायर्स को दर्शाता है। वो व्यक्ति जो जीवन में आगे बढ़ने और कुछ हासिल करने की इच्छा रखता है। उसे सपने आते हैं। सपने अच्छे हैं या बुरे। इसका हमारे जीवन से कोई संबध नहीं होता है। बस हमें अपने आस पास होने वाले इंटयूशंस को समझना होगा।
एक्सपर्ट के मुताबिक सपने देखने से आप खुद को रिलैक्स महसूस करने लगते हैं। अपने सपनों को वास्तविक जीवन से जोड़कर न देखें। उसका आपके जीवन से कोई संबध नहीं होता है। अगर आपको रोज़ सपने आ रहे हैं, तो ये किसी डिसऑर्डर की निशानी नहीं है।
आपके सपने इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आप जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार है। चाहे प्रोफेशनल लाइफ हो या पर्सनल लाइफ खुद को बेहतर बनाने के लिए आपके पास कई तरह के प्लानस है, जो सपनों के रूप में आपको बार बार नज़र आते हैं।
ये भी पढ़ें- हार्ट हेल्थ और इम्युनिटी के लिए भी फायदेमंद है हरी प्याज, जानिए ये कैसे काम करती है