नया साल दस्तक दे रहा है और न्यू ईयर रिजॉल्यूशन्स का भी दौर शुरू हो चला है। ऐसे में अपने स्वास्थ्य को लेकर भी रिजोल्यूशन कर लेना जरूरी है। नहीं नहीं, हम आपको किसी कठिन रूटीन को फॉलो करने को नहीं कह रहे हैं। हम उसकी बात करने वाले हैं जो हमारे आसपास और हमारी आदतों का हिस्सा है लेकिन हम ठीक से उसके फायदे नहीं ले पा रहे। वो है पानी। दिन भर में हम पानी न जाने कितनी बार पीते होंगे लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि कितना पानी रोज पीना चाहिए? शायद आपको ना पता हो लेकिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना (Drinking water benefits) आपको बहुत गंभीर बीमारियों के खतरे से भी बचा सकता है। तो चलिए समझते हैं इसे डॉक्टर की मदद से।
साइंस की किताब में यह तो आपने जरूर पढ़ा होगा कि हमारा शरीर 60 प्रतिशत पानी से बना है। तो जब शरीर का इतना बड़ा हिस्सा पानी की देन है, फिर इसके फायदे क्यों नहीं होंगे? जनरल फिजीशियन डॉक्टर संतोष अग्रहरी से हमने यही सवाल किया। उन्होंने पानी के फायदे गिनवाए।
जब शरीर में पानी की कमी होती है तो पाचन धीमा हो जाता है। इससे कब्ज (Constipation) हो सकता है। पर्याप्त पानी पीने (Drinking water benefits) से हमारे शरीर में डाइजेशन सही रहता है। इसका नतीजा ये होता है कि हमारा पेट पूरी तरह से साफ रहता है और कब्ज जैसी समस्याएं नहीं होतीं।
बचपन में घरों में हमें अक्सर रोका जाता था कि खाने से पहले पानी मत पियो वरना ज्यादा खाना नहीं खा पाओगे। घरवालों का कंसर्न सही था लेकिन वहीं तक। अगर आपका वजन ज्यादा है तो आप खूब पानी पीते रहें। इसका फायदा (Drinking water benefits) ये है कि पानी पीने से पेट भरा रहेगा और हम ज्यादा खाना नहीं खाएंगे। इसके अलावा, पानी शरीर के मेटाबोलिज़्म (Metabolism) को तेज करता है जिससे कैलोरी जलने में मदद मिलती है और वजन कंट्रोल में रहता है।
अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो त्वचा सूखी और मुरझाई लगने लगती है। पानी पीने से हमारी स्किन हाइड्रेटेड रहती है और उसमें निखार आता है। पानी स्किन की झुर्रियों (Wrinkles) और चेहरे के पिंपल्स (Pimples) को कम करने में भी मदद करता है।
जब शरीर में पानी की कमी होती है तो हम थका हुआ महसूस करते हैं। पानी पीने से शरीर को सही ऊर्जा मिलती है और हम पूरे दिन एक्टिव रहते हैं। यह हमारी मानसिक स्थिति (Mental State) को भी बेहतर बनाता है, जिससे हम किसी भी काम में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
पानी पीने से हमारे दिमाग़ को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे हम ज्यादा फोकस्ड हो पाते हैं। अगर शरीर में पानी की कमी हो, तो हमें सिर दर्द (Headache) और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं और फिर काम तो होने से रहा।
आम तौर पर किसी भी स्वस्थ इंसान को दिन में 8-10 गिलास पानी (2.5 से 3 लीटर) पीना चाहिए। लेकिन यह आखिरी मानक नहीं है। अंततः पानी की मात्रा शारीरिक मेहनत, मौसम, और शरीर की जरूरतों पर भी निर्भर करती है।
गर्मियों में या जब हम ज्यादा मेहनत वाला काम कर रहे होते हैं तब पानी की जरूरत ज्यादा पड़ सकती है इसके अलावा प्रेगनेंट महिलाओं और जो बच्चे को दूध पिलाती हैं, उन्हें पानी ज्यादा पीने की जरूरत होती है क्योंकि उनके शरीर के डिहाइड्रेट होने का खतरा ज्यादा होता है।
डॉक्टर संतोष के मुताबिक, पानी की कमी से कब्ज हो सकती है, क्योंकि पानी की ही मदद से हमारा पाचन तंत्र (Digestive System) ठीक से काम करता है। अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो आपका यूरिन सख्त हो जाता है और पेट साफ होने में परेशानी होती है। पर्याप्त पानी पीने (Drinking water benefits) से इन सब समस्याओं के चांस कम होते जाते हैं। बच्चों में ये समस्या आम तौर पर ज्यादा होती है। साइंस डाइरेक्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक जो बच्चे दिन भर में पर्याप्त पानी पीते हैं उन्हें आंतों की कन्सटीपेशन की समस्या कम होती है। ये रिपोर्ट एक स्टडी के आधार पर थी जो तीन से पाँच साल के बच्चों पर की गई थी।
पानी की कमी से किडनी में वेस्ट मटेरियल (Waste Material) जमा होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है जिससे किडनी में स्टोन जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। नियमित और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से ये खतरा टलता है। लैंसेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक पर्याप्त हाइड्रेशन से न सिर्फ किडनी स्टोन बल्कि किडनी की बाकी समस्याओं के खतरे कम होते हैं।
पानी की कमी से खून गाढ़ा हो सकता है, जिससे शरीर में खून का प्रवाह धीमा हो जाता है। इससे दिल पर दबाव बढ़ सकता है और दिल की बीमारियाँ हो सकती हैं। पानी पीने से शरीर में खून का प्रवाह सही रहता है और दिल स्वस्थ रहता है।
युरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी की एक रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि करती है। संस्था की तरफ से डॉक्टर नटालिया डिमित्रीवा ने रिपोर्ट की फाइंडिंग्स बताते हुए कहा था कि हमने स्टडीज के आधार पर ये पाया है कि शरीर को हाइड्रेटेड रखने से दिल की बीमारियों के खतरे तो कम होते ही हैं, इसके साथ अचानक हार्ट फेल्योर, हार्ट स्ट्रोक जैसी खतरनाक समस्याओं के आसार भी घटते जाते हैं।
जब शरीर में पानी की कमी होती है तो सिर में दर्द (Headache) बहुत कॉमन है। हो सकता है। पानी पीने से सिरदर्द कम हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पानी (Drinking water benefits) से ब्रेन को ऑक्सीजन मिलता है जो सिर के अंडर केमिकल का संतुलन ठीक करता है और आप सिर दर्द जैसे खतरों से बचते हैं।
पानी की कमी से आपके मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है। अक्सर जो लोग पानी कम पीते हैं वे मूड स्विंग, घबराहट और चिड़चिड़ाहट के शिकार जल्दी होते हैं।
Abbott नाम की एक संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे लोग जो 5 गिलास या उससे ज्यादा पानी दिन भर में पीते हैं, उन्हें मानसिक समस्याओं का खतरा कम होता है।
शरीर को हाइड्रेटेड (Hydrated) रखने से इम्यून सिस्टम अपना काम सही ढंग से कर पाता है। इसका नतीजा ये होता है कि शरीर किसी भी तरह के इन्फेक्शन का शिकार जल्दी नहीं होता।
बच्चों में खासकर ऐसी समस्याएं होती हैं क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से डेवलप नहीं हुआ रहता ऐसे में उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी देना (Drinking water benefits), उन्हें किसी भी तरह के इन्फेक्शन से बचाने का सही तरीका है।
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