शिमला मिर्च के सिर पर जो ताज होता है, वो ऐसे ही नहीं होता। इसके खास गुण इसे सब्जियों में खास बना देते हैं। रंग-बिरंगी शिमला मिर्च न सिर्फ किसी भी फूड का लुक और टेस्ट बढ़ा देती है, बल्कि इसमें मौजूद पोषक तत्व आपको इसका दीवाना बना सकते हैं। आइए आपको लिए चलते हैं शिमला मिर्च की रंग-बिरंगी दुनिया में। जहां होगी ढेर सारे पोषक तत्वों की बात।
आपने अकसर चाइनीज और इटेलियन फूड में शिमला मिर्च की गार्निशिंग देखी होगी। पर भारतीय भोजन में शामिल यह खास फूड अपने बहुत सारे लाभों के कारण आज भी अपनी जगह बनाए हुए है।
कैप्सिकम के मूलतः पांच प्रकार की अलग- अलग प्रजातियां होती है, इनमें रंग के साथ-साथ पोषक तत्वों की भी अलग-अलग मात्रा पाई जाती हैं। इसके पांच प्रकार निम्नलिखित है
1.शिमला मिर्च
2.पीली शिमला मिर्च
3.हरी शिमला मिर्च
4.ऑरेंज शिमला मिर्च
5.पर्पल/ब्लैक शिमला मिर्च
ये अलग-अलग रंग अलग-अलग पिगमेंट के कारण होते हैं, जो भिन्न-भिन्न पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट प्रोफाइल को अलग करते है।
लाल शिमला मिर्च में बाकी अन्य शिमला मिर्च की तुलना में अधिक फाइटोन्यूट्रिएंट की मात्रा पाई जाती है। इसमें हरी शिमला मिर्च की तुलना में 11 गुना अधिक बीटा-कैरोटीन और डेढ़ गुना अधिक विटामिन सी होता है। हरी शिमला मिर्च में लाल, पीली या नारंगी शिमला मिर्च की तुलना में कम शुगर होती है।
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कस्टमाइज़ करेंइसके अलावा भी शिमला मिर्च में ढेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में –
शिमला मिर्च को आप अपनी वेट लॉस डाइट में भी शामिल कर सकती हैं। शिमला मिर्च में बहुत कम वसा होती है। इसमें फाइबर के साथ-साथ पानी की भी अच्छी मात्रा मौजूद रहती है। शिमला मिर्च में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की भी मात्रा काफी कम होती है और यही कारण है कि यह वजन घटाने में भी मददगार है।
विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत है शिमला मिर्च। इसकी वजह से यह हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाए रखती है। यह ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार करती है जिसकी वजह से हमारी हड्डियो की सफ़ाई अच्छे से होती और हम तंदुरुस्त महसूस करते हैं।
शिमला मिर्च में विटामिन बी 6 की भी भरपूर मात्रा में होता है। यह विटामिन कई चयापचय प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है।
यह प्रोटीन को अमीनो एसिड में तोड़ने में मदद करता है, कार्बोहाइड्रेट से ग्लूकोज के संश्लेषण में सहायता करता है और वसा को प्रभावी ढंग से तोड़ता है।जिससे ये हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉॅल को कंट्रोल रखता और मोटापे को नियंत्रित रखता है।
शिमला मिर्च के नियमित सेवन से आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी बच सकती हैं। ये शरीर में कैंसर उत्पन्न करने वाले सेल को नष्ट कर देती है और उनका उत्पादन भी कम कर देती है। जिससे आप कैंसर के होने की संभावना को कम कर सकती हैं।
शिमला मिर्च में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं,जो कुछ कैंसर को रोकने के लिए होते है। वास्तव में, नारंगी शिमला मिर्च में प्रोस्टेट कैंसर को रोकने की शक्ति पाई गई है।
शिमला मिर्च में एक मुख्य रसायन पाया जाता है, जिसका नाम है लाइकोपीन। यदि आपको टेंशन या डिप्रेशन है तो आप इससे राहत पाने के लिए शिमला मिर्च पर भरोसा कर सकती हैं।
इसमें मौजूद मैग्नीशियम और विटामिन बी 6 दोनों की मात्रा अधिक होती है। ये दोनो, विटामिन तंत्रिका तंत्र के बेहतर कार्य के लिए आवश्यक हैं और चिंता को दूर करने में आपकी मदद करता है। मैग्नीशियम मांसपेशियों के तनाव से भी राहत देता है। यह आपकी हार्ट रेट को भी नॉर्मल रखती है।
शिमला मिर्च आपकी आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसका कारण यह है कि ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन में शिमला मिर्च उच्च मात्रा में पाई जाती हैं, तथा कैरोटीनॉयड जो आपके रेटिना को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचा सकते हैं।
शिमला मिर्च में ढेर सारे पाेषक तत्व पाए जाते हैं, जिससे इसका सेवन फायदेमंद माना गया है। पर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को शिमला मिर्च का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। इसके अधिक सेवन से पेट खराब, पेट में जलन, दस्त, मुंह में या त्वचा के क्षेत्र में जलन महसूस हो सकती है।