इस दौर में भला कॉफी किसे पसंद नही होगी। ऊपर से वो आईरिश हो तो उसकी बात ही कुछ और है। खैर, ऐसा कभी-कभार हो तो चलेगा, लेकिन इस तरह की कॉफी और एल्कोहॉल का मिक्सचर ज्यादा बार लेना दिल के लिए खतरनाक हो सकता है। भले ही शराब और कैफीन के मेल से बना कॉकटेल मन को सुकुन देता हो मगर ये आपके दिल के स्वास्थ्य को बर्बाद कर सकता है। दरअसल कॉफी के साथ जब अल्कोहल को मिक्स किया जाता है, तो लगता है कि दोनों काफी अच्छे से मिक्स हो गए मगर वास्तव में ऐसा होता नहीं है।
अब सवाल ये है कि इसके मिस्चर से बने आइरिश कॉकटेल को हम पसंद क्यों करते हैं? दरअसल हम जब अल्कोहल और कॉफी को मिक्स करते हैं तो ये दोनों आपस में बड़ी सक्रियता दिखाते हैं। जिसके चलते हमें खुशी मिलती है ! वहीं दूसरी ओर, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control and Prevention) का कहना है कि ये हमारे अवसाद (depression) को गायब कर देता है। यकीनन आप और मैं या फिर कोई भी ये सब देख काफी आनंदित हो उठता है।
हम जानते हैं कि आप मिलीजुली भावनाओं को महसूस कर रहे होंगे। लेकिन हम आपको इस पूरे घटना के पीछे की कहानी से दूर नहीं रख सकते हैं। इसलिए आइए थोड़ी बारीकी से चीजों को समझते हैं, कि जब एल्कोहॉल और कॉफी को आपस में मिलाने हैं तो वास्तव में क्या होता है।
कॉफी में पाया जाने वाला कैफीन एक तरह का स्टीमुलेंट है, जो हमारे शरीर को ऊर्जावान और काफी सक्रिय व सतर्क बनाए रखता है। वहीं दूसरी तरफ अल्कोहल एक तरह का डिप्रेसेंट है। जिसे पीने के बाद अवसाद में कमी आती है। जिसके चलते शख्स को ज्यादा नींद आती है और वह खुद भी कम सतर्क महसूस करता है।
यही कारण है कि जब एल्कोहॉल (as depressant) और कॉफी (as stimulant) को आपस में मिलाते हैं, तो डिप्रेसैंट का प्रभाव न के बराबर हो जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो इन दोनों के मिक्स्चर से बने आइरिश कॉकटेल को पीने पर हम काफी ऊर्जावान और सतर्क महसूस करने लगते हैं। ऐसे में अल्कोहल बेअसर हो जाता है।
लेकिन कैफीन के साथ अल्कोहल मिलाकर पीने पर ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जिसके चलते आने वाले दिनों में इन बीमारियों के होने का खतरा और बढ़ जाता है।
स्ट्रोक
हार्ट अटैक
हृदय से जुड़ी अन्य बीमारियां
DtF की संस्थापक और मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट सोनिया बक्शी बताती है कि कॉफी के साथ अल्कोहल मिलाकार लेने से एक दूसरा साइड इफेक्ट ये भी है कि इससे दिल की धड़कन में अनियमितता (irregular heartbeat) होने की संभावना बढ़ने लगती है। जिसे एरियल फिब्रिलेशन (atrial fibrillation) भी कहते हैं।
वे आगे सलाह देती हैं कि जिस किसी को पहले से ही दिल से जुड़ी बीमारी है, वह इन दोनों के मिस्क्चर को एक साथ न लें। कैफीन के साथ अल्कोहल लेने से मस्तिष्क से निकलने वाले वो केमिकल भी प्रभावित हो सकते हैं, जिसकी वजह से हमें नींद आती है।
बता दें कि कॉफी और अल्कोहल दोनों ही डाइयूरेटिक्स हैं। यानी इनमें से किसी को भी लेने के बाद शख्स को पेशाब के लिए बार-बार जाने की जरूरत होती है। परिणामस्वरुप ये जब आपस में मिक्स करके पिए जाते हैं तो निश्चित रुप से शख्स में पानी की कमी होना एक चिंता का विषय बन जाता है।
यहां डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी से जुड़े कुछ लक्षण दिए गए हैं, जिनके बारे में सतर्क रहने की जरुरत है।
प्यास लगना
मुंह का सूखा होना
पेशाब के रंग का गाढ़ा पीला हो जाना
चक्कर आना
चिड़चिड़ापन
हालांकि कैफीन के साथ अल्कोहल पीने की सिफारिश कभी नहीं दी जाती है। कुछ परिस्थितिय़ों में इन दोनों का मिक्स्चर कम जाखिम से भरा हो सकता है। बता दें कि कॉफी के साथ मिलाए जाने पर अल्कोहल का प्रभाव बेअसर हो जाता है। यही कारण है कि इन दोनों के मिक्स्चर से बने कॉकटेल को अपेक्षा से अधिक लोग पी लेते हैं।
असल में इसके सेवन के समय को लेकर सतर्क रहने की जरुरत है। न्यूट्रिशनिस्ट की मानें तो इन दोनों का मिक्सचर सिर्फ 4 से 5 घंटे तक ही रख सकते हैं। इस अवधि तक इसका स्वाद बरकरार रहता है। लेकिन निश्चित रुप से दिल के स्वास्थ्य के लिए ठीक नही है। ऐसे में बेहतर है कि इस तरीके से लेना बंद कर देना चाहिए।
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