scorecardresearch

जानिए क्यों कुछ लोगों को भीषण ठंड में भी नहीं होता है सर्दी का अहसास

बढ़ती ठिठुरन में जहां आपका रजाई छोड़ने का मन नहीं कर रहा, वहीं आपके आसपास कुछ ऐसे लोग भी होंगे जिन्हें ठंड बिल्कुल नहीं लग रही। एक्सपर्ट बता रहे हैं क्या हो सकता है इसका कारण।
Published On: 2 Jan 2023, 03:58 pm IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
agar apko winter season me bilkul thand nahi lagti toh apko doctor se bat karne ki zarurat hai
सर्दियों में भी ठंड न लगना थायराइड हाॅर्मोन में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

हमारा शरीर बहुत सारे जीन से मिलकर बना है। अपने जीन के हिसाब से हम अलग-अलग तरह से व्यवहार करते हैं। वहीं खानपान और परिवेश बहुत हद तक हमारे व्यवहार का नियंत्रित करता है। इसके बावजूद कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जो बिल्कुल कॉमन हैं। यानी जनवरी के इस ठिठुरते दिन में आपको भी ठंड लगेगी ही। फिर चाहें आप बादाम उबाल कर खाएं या हर रोज चिकन सूप पिएं। दिसंबर अंत से ही पूरे उत्तर भारत में शीत लहर चलने लगी है। पर इस मौसम में भी कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें बिल्कुल ठंड नहीं (not feeling cold in winter) लगती! पर ऐसा कैसे हो सकता है?

ये जानने के लिए हमने बात की डॉ ऋषि गौतम से। डॉ गौतम जीडब्ल्यू स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड हेल्थ साइंसेज में मनोचिकित्सा के सहायक प्रोफेसर हैं। इसके साथ ही वे जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, बाल्टीमोर में इंस्ट्रक्टर (पीडियाट्रिक्स) भी हैं।

पहले समझिए क्यों लगती है ठंड या गर्मी (Why you feel cold)

इस बारे में डॉ ऋषि गौतम कहते हैं, “हमारे तंत्रिका तंत्र में मौजूद गर्म और ठंडे रिसेप्टर्स के माध्यम से तापमान को महसूस किया जाता है। शरीर में वसा प्रतिशत, मांसपेशियों के प्रकार के फाइबर, समग्र शारीरिक स्वास्थ्य और कंडीशनिंग यह निर्धारित करते हैं कि एक व्यक्ति को बहुत कम या ज्यादा ठंड लग सकती है। कभी-कभी कुछ लोगों को बिल्कुल ठंड नहीं लगती।”

Skin ke niche maujood recepters thand ko feel karte hain
स्किन के नीचे मौजूद रिसेप्टर्स आपको सर्दी या गर्मी का अहसास करवाते हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक

विशेष मानते हैं कि ठंड सहिष्णुता एक बहु-तथ्यात्मक घटना है, जिसके कई पहलुओं को हम अभी तक अच्छी तरह से नहीं समझ पाए हैं। एक व्यक्ति को ठंड या गर्मी महसूस होना निश्चित रूप से परिवेश के वातावरण पर निर्भर करता है, लेकिन आनुवंशिकी और जीव विज्ञान इसमें बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

क्यों अलग-अलग होती है ठंड के प्रति संवेदना (Cold tolerance)

विभिन्न शोध अब तक इस बारे में ठीक से कुछ भी समझ नहीं पाए हैं कि क्यों एक ही कमरे में बैठे दो व्यक्तियों में से एक को गर्मी या सर्दी ज्यादा लगती है, जबकि दूसरा वहां पूरी तरह आराम से बैठा होता है। इसे समझने के लिए वर्ष 2004 में फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया, जिसे जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित किया गया।

शोधकर्ताओं ने पाया कि त्वचा के नीचे स्थित परिधीय तंत्रिका तंत्र में मौजूद गर्म और ठंडे तंत्रिका कोशिका रिसेप्टर्स आपको अपने आसपास के तापमान को पहचानने में मदद करते हैं। यही वे रिसेप्टर्स हैं, जो आपको किसी गर्म चीज से टच होने पर हाथ वापस खींचने के लिए प्रेरित करते हैं, वहीं ठंंड के मौसम में यही रिसेप्टर्स आपको हथेलियां रगड़कर गर्मी पैदा करने के लिए प्रेरित करते हैं। वास्तव में ये इतने तीव्र होते हैं कि ठंड महसूस होने पर आपकी रीढ़ की हड्डी को भी ठंडा कर देते हैं।

थायराइड हॉर्मोन भी हो सकता है इसके लिए जिम्मेदार (Thyroid imbalance)

डॉ गौतम इसे हाइपरथायरायडिज्म का भी संकेत मानते हैं। वे कहते हैं, “हालांकि थायराइड हार्मोन गर्मी-सर्दी सहनशीलता को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। यदि आप दूसरों की तुलना में बहुत अधिक ठंडा महसूस करते हैं, वजन बढ़ रहा है, बाल झड़ रहे हैं और त्वचा में बदलाव देख रहे हैं, तो थायराइड फंक्शन टेस्ट करवाना आपके लिए जरूरी हो जाता है। ये सभी हाइपोथायरायडिज्म के संकेत हो सकते हैं।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

इसी तरह हाइपरथायरायडिज्म वाले लोग बेहद गर्मी महसूस करते हैं, पसीने से तर हो जाते हैं, दिल की धड़कन तेज हो सकती है, वजन कम होता है और कुल मिलाकर ठंड के मौसम में भी उन्हें बिल्कुल ठंड महसूस नहीं होती।”

तब क्या ठंड न लगना किसी समस्या के संकेत हैं?

हालांकि किसी एक को ज्यादा ठंड क्यों लग रही हैं और किसी दूसरे को बिल्कुल नहीं लग रही, इससे बहुत फर्क नहीं पड़ता। पर जब यह थायराइड के कारण हो तो विशेषज्ञ इस बारे में सतर्क होने का सुझाव देते हैं। क्या हाइपरथायरायडिज्म के कारण ठंड महसूस न होना किसी तरह के जोखिम से जुड़ा है? इस पर डॉ गौतम कहते हैं, “हां हाइपरथायरायडिज्म से ठंड सहनशीलता बढ़ जाती है।

thyroid sardi ya garmi ke ahsas ko kam kar sakta hai
थायराइड हॉर्मोन आपके सर्दी या गर्मी के अहसास को प्रभावित कर सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

इसलिए व्यक्ति को सामान्य से कम ठंड लगती है। यह एक चिकित्सीय स्थिति है जिसके लिए उपचार की आवश्यकता होती है। थायराइड हार्मोन के अत्यधिक उत्पादन से लोग बीमार हो जाते हैं। उपचार थायरॉइड रोधी दवा है, कुछ लोगों को थायरॉयड ग्रंथि को हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता भी हो सकती है।”

अंत में

मेनोपॉज, हायपोथायराइडिज़्म या पीरियड्स के आसपास होने वाले हार्मोनल बदलाव आपको ज्यादा ठंड महसूस करने के लिए उत्तेजित कर सकते हैं। विशेषज्ञ कुछ स्थितियों में लो ब्लड प्रेशर को भी ठंड से जोड़कर देखते हैं। जबकि इसके विपरीत स्थितियों को ठंड कम महसूस करने के लिए इंगित किया जाता है। पर अगर आपको ठंड के दिनों में भी ठंड महसूस नहीं हो रही, तो इसके लिए थायराइड चेक करवाना बेहतर होगा।

यह भी पढ़ें – हार्ट हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए अपने डेली रूटीन में शामिल करें ये 6 योगासन

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
योगिता यादव
योगिता यादव

योगिता यादव एक अनुभवी पत्रकार, संपादक और लेखिका हैं, जो पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से हिंदी मीडिया जगत में सक्रिय हैं। फिलहाल वे हेल्थ शॉट्स हिंदी की कंटेंट हेड हैं, जहां वे महिलाओं के स्वास्थ्य, जीवनशैली, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दों से जुड़ी सामग्री का संयोजन और निर्माण करती हैं।योगिता ने दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, जी मीडिया और अमर उजाला जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य किया है। वे 'हेल्दी ज़िंदगी' नाम का उनका हेल्थ पॉडकास्ट खासा लोकप्रिय है, जिसमें वे विशेषज्ञ डॉक्टरों और वेलनेस एक्सपर्ट्स से संवाद करती हैं।

अगला लेख