scorecardresearch

Stress Effects : तनाव आपके पूरे शरीर को खराब कर सकता है, जानिए क्यों जरूरी है इसे कंट्रोल करना है

सभी के जीवन में कुछ न कुछ तनाव होता है। यह सामान्य है। पर तनाव की अधिकता आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। बढ़िया स्वास्थ्य के लिए होने वाले तनाव को प्रबंधित करना सबसे जरूरी है। आलेख में दिए गये 4 तरीकों से तनाव को मैनेज किया जा सकता है।
Published On: 4 Dec 2023, 07:29 pm IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
Dr. Arti Anand
मेडिकली रिव्यूड
stress door karne ke liye kya karein
तनाव से शरीर में एड्रेनालाईन का स्राव बढ़ने लगता है, जिससे खून के थक्के बनने लगते है। चित्र : अडोबी स्टॉक

सभी लोगों को कुछ न कुछ तनाव जरूर होता है। इस तनाव को मैनेज करना जरूरी है। यह एक चुनौती हो सकती है। लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए। तनाव से होने वाले खतरे से बचने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए। बहुत अधिक तनाव हमें बीमार बना सकता है। शोध बताते हैं कि तनाव के कारण कुछ बीमारियां भी हो सकती हैं। तनाव कुछ बीमारियों के लक्षण बढ़ा सकता है। लगातार तनाव में रहने पर शारीरिक लक्षण, जैसे कि सिरदर्द, पेट ख़राब होना, हाई ब्लड प्रेशर, सीने में दर्द हो सकता है। यहां तक तनाव के कारण सेक्स और नींद में समस्याएं भी हो सकती (stress affect health) हैं।

कैसे तनाव शरीर को प्रभावित करता है (how stress affect health)?

जब तनाव होता है, तो शरीर में केमिकल रिएक्शन होता है। यह तनाव के कारण होने वाले शारीरिक परिवर्तन को रोकने की कोशिश करता है। यह प्रतिक्रिया फाइट या फ्लाइट तनाव प्रतिक्रिया के रूप में जाना जाता है। स्ट्रेस से होने वाले रिएक्शन के दौरान व्यक्ति की हृदय गति बढ़ जाती है। सांस लेने की गति तेज हो जाती है। मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। यदि हार्ट बीट में लगातार और निरंतर वृद्धि होती है। स्ट्रेस हार्मोन और ब्लड प्रेशर का हाई लेवल रहता है, तो यह शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। लंबे समय तक चलने वाला यह तनाव हाई ब्लडप्रेशर, दिल का दौरा या स्ट्रोक के खतरे को भी बढ़ा सकता है।

इमोशनल हेल्थ पर बुरा प्रभाव (Stress affect emotional health)

लगातार तनाव रहने से एंग्जायटी, चिड़चिड़ापन, सेक्सुअल डीजायर में बढ़ोत्तरी, मेमोरी लॉस, गुस्सा करना आदि जैसे लक्षण भी दिखने लगते हैं। इसके कारण मूड में बदलाव भी होने लगता है। बहुत अधिक तनाव में रहने पर उदासी और शारीरिक दर्द के साथ-साथ मानसिक या भावनात्मक आंसू भी आने लगते हैं। तनाव एंडोक्राइन ग्लैंड को आई रीजन में हार्मोन जारी करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे आंसू बनते हैं।

यहां हैं तनाव को मैनेज करने के 4 तरीके (How to manage stress)

1 सूर्य की रोशनी है सबसे जरूरी (Sunlight for stress)

अब तो ठण्ड का मौसम आ गया है। इसलिए सूर्य की रोशनी में बैठना तनाव दूर भगाने के साथ-साथ शरीर के लिए भी बढ़िया है। विटामिन डी की कमी से भी स्ट्रेस और एंजायटी के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। अगर आप तनाव में हैं, तो सुबह कुछ देर धूप में बैठने की कोशिश करें। धूप आपको रिफ्रेश कर देगा।

Sunlight tanav bhagata hai.
सूर्य की रोशनी में बैठना तनाव दूर भगाने के साथ-साथ शरीर के लिए भी बढ़िया है। चित्र – शटरस्टॉक

2 एक्सरसाइज से तनाव दूर होता है (Exercise for stress)

मेंटल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध बताते हैं कि गुस्से या तनाव में रहने पर बैठने की जगह से 20 कदम चलना भी तनाव भगाने (stress affect health) के लिए काफी है। वॉकिंग से तनाव दूर भाग जाता है। एंडोर्फिन हार्मोन पैदा होने से व्यक्ति तनाव मुक्त हो जाता है ।

3 एप्सम साल्ट के साथ स्नान (Epsom salt bath)

एप्सम साल्ट या मैग्नीशियम सल्फ़ेट के सेवन से तनाव से राहत मिल सकती है। गनगुने पानी से नहाने पर भी तनाव दूर होता है। तनाव में होने पर एप्सम सॉल्ट हॉट बाथ लिया जा सकता है।

4 ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें (Omega 3 Fatty Acid for Stress)

ओमेगा -3 फैटी एसिड में पॉली अनसेचुरेटेड फैट होते हैं। ये रिलैक्स (stress affect health) करते हैं। इसके लिए टूना, सैल्मन आदि सी फ़ूड लिया जा सकता है। प्लांट बेस्ड फ़ूड में चिया सीड्स, मूंगफली और अलसी ओमेगा-3 फैटी एसिड के बेहतरीन स्रोत हैं।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?
omega 3 fatty acid tanav bhagate hain.
ओमेगा -3 फैटी एसिड रिलैक्स करते हैं । चित्र : अडोबी स्टॉक

तनाव भगाने के लिए सुबह या दो बजे तक 1 बड़ा चम्मच अलसी लिया जा सकता है।

यह भी पढ़ें :- Oversleeping : ज्यादा सोना आपके दिल-दिमाग को कर सकता है बर्बाद, एक्सपर्ट बता रहे हैं इसके 6 स्वास्थ्य जोखिम

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

अगला लेख