परिवार के बड़े सदस्यों का सम्मान करना और उनकी देखभाल करना एक ऐसा मूल्य है, जो हम सभी में मौजूद होना चाहिए। हमें अपने छोटों को भी उन्हें प्यार और सम्मान देना सिखाना चाहिए। हमारे परिवार के बुजुर्ग सदस्य अपने जीवन के उस पड़ाव पर हैं, जहां उन्हें हर तरह से अत्यधिक प्यार, देखभाल और ध्यान देने की जरूरत है। यदि आप अपने बड़ों को खुश और स्वस्थ रखना चाहती हैं, तो कुछ तरीके बताकर हम भी आपकी मदद कर सकते हैं।
हेल्थ शॉट्स ने वेस्टा एल्डर केयर के फिजियोथेरेपिस्ट, सीओओ एवं सीनियर कंसल्टेंट डॉ. प्रतीक भारद्वाज से बातचीत की। उन्होंने बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए कई तरीके साझा किए।
आमतौर पर लोग अपनी जिंदगी में इतने मशगूल हो जाते हैं कि परिवार के बड़े सदस्यों पर ध्यान देना भूल जाते हैं। परिवार के बाकी सदस्यों के व्यस्त लाइफ स्टाइल के कारण बड़ों से बातें करने और उनके पास बैठने के लिए कोई नहीं होता है। वे अकेलापन महसूस करते हैं और अंततः मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम की चपेट में आ जाते हैं।
उन्हें घर केे छोटे सदस्यों के प्यार का एहसास कराना जरूरी है। आप उनके साथ समय बिताकर, उनसे बात करके और उन्हें पारिवारिक बातचीत में शामिल करके ऐसा कर सकती हैं। भले ही यह थोड़े समय के लिए ही क्यों न हो। इससे उन्हें अपनी वैल्यू महसूस होगी।
वृद्ध वयस्कों को कभी-कभी सहन करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि उनकी उम्र और हेल्थ प्रॉब्लम के कारण वे जिस मानसिक तनाव से गुजरते हैं, वह उन्हें सहन नहीं कर पाते हैं। वे बिना किसी कारण के चिंतित रह सकते हैं और उन्हें लगातार किसी की उपस्थिति की जरूरत भी महसूस हो सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंहो सकता है कि कभी-कभी आपको उनके कारण बहुत कुछ सहना पड़े, लेकिन याद रखें कि आपको अपने व्यवहार में विनम्रता और सौम्यता बनाए रखनी होगी। आपका बुरा व्यवहार उन्हें गहरी ठेस पहुंचा सकता है और उनके स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
डॉ. भारद्वाज कहते हैं, “पारिवारिक बातचीत में बुजुर्ग सदस्यों को शामिल करने से वे स्वयं को मूल्यवान समझते हैं और खुश भी होते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप पारिवारिक मामलों पर उनकी सलाह और राय अवश्य लेंगी, क्योंकि वे बुजुर्ग हैं। यह आपके बड़ों को खुश रखने में मदद करेगा।
चूंकि बुजुर्गों में बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा अधिक होता है, इसलिए उन्हें नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच और चिकित्सा परीक्षण करवाना चाहिए। अगर उन्हें कोई समस्या है, तो शुरुआत में इसका इलाज किया जा सकता है। उन पर हर समय नजर रखना सुनिश्चित करें। किसी भी लक्षण को हल्के में न लें। जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें।
डॉ. भारद्वाज सलाह देते हैं, “नियमित जांच के अलावा, सुनिश्चित करें कि वे अपनी दवाएं समय पर ले रहे हैं और उनकी डाइट न्यूट्रीशियस है। वृद्ध लोगों के लिए मेमोरी लॉस एक आम समस्या है। इसलिए इन पर हमेशा नजर रखें। थकान और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखने के लिए सुनिश्चित करें कि उन्हें पर्याप्त आराम और नींद मिले। यदि वे समय पर सो नहीं पाते हैं, तो किसी पेशेवर से जरूर सलाह लें।”
अपने परिवार के बड़े सदस्यों को वॉक पर ले जाएं। उनसे कुछ हल्की एक्सरसाइज करवाएं और परिवार के बच्चों को उनके साथ हल्के शारीरिक खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें। बड़ों को शारीरिक रूप से सक्रिय रखना ही उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रखने और शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने का तरीका है।
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