1 मई से शुरू हुई कोरोना के खिलाफ सबसे बड़ी वैक्सीनेशन ड्राइव, जानिए क्‍या करना है, क्‍या नहीं

कोरोना को हराना है, ये हम सभी ने ठान लिया है। इस बीच हमने कई दुखद लम्‍हों का सामना किया है। इसलिए जरूरी है कि डरने की बजाए हम वैक्‍सीनेशन अभियान के साथ समझदारी से जुड़ें।
कोविड वैक्सीनेशन ड्राइव का तीसरा चरण : अब 18 वर्ष से उपर के लोग लगवा सकेंगे टीका
कोविड वैक्सीनेशन ड्राइव का तीसरा चरण : अब 18 वर्ष से उपर के लोग लगवा सकेंगे टीका

भारत सरकार ने कोविड – 19 के तेज़ी से बढ़ते मामलों के बीच देश में टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की घोषणा की है। अब 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिक 1 मई से टीकाकरण के लिए योग्य होंगे। इससे पहले, केवल 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को ही टीका लेने की अनुमति थी।

जरूरी है पंजीकरण

अस्पतालों में जाने और अपना पहला शॉट लेने से पहले उपयोगकर्ताओं को वैक्सीन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। टीकाकरण के लिए पंजीकरण 28 अप्रैल, बुधवार को CoWIN प्लेटफॉर्म और आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) ऐप के माध्यम से 4:00 बजे से शुरू हो चुके हैं।

कोविन (CoWIN) के लिए कोई ऐप नहीं है, यह पंजीकरण केवल वेबसाइट के माध्यम से किया जा सकता है।

टीका लगवाने से पहले इन बातों का रखें ध्‍यान

1. यदि किसी व्यक्ति को दवा या ड्रग्स से एलर्जी है, तो सबसे पहले किसी अच्छे डॉक्टर से मंजूरी लें। पहले से किसी मेडिकल कंडीशन वाले व्यक्ति को चिकित्सीय सलाह पर ही टीकाकरण करवाना चाहिए।

2. वैक्सीनेशन से पहले पौष्टिक आहार लेना बहुत ज़रूरी है। यदि कुछ ऐसी दवाएं हैं, जिनका सेवन आप रोज़ करते हैं, तो उन्हें ध्यान से टीकाकरण से काफी पहले ले लें। इसके साथ ही, लक्षणों को रोकने के लिए टीकाकरण से पहले फ्लू-संबंधी दवा न लें।

जिन्होंने हाल ही में प्लाज्मा डोनेट किया है वे अभी टीकाकरण न करवाएं । चित्र: शटरस्‍टॉक
जिन्होंने हाल ही में प्लाज्मा डोनेट किया है वे अभी टीकाकरण न करवाएं । चित्र: शटरस्‍टॉक

3. जो लोग पिछले 1.5 महीनों में संक्रमित हुए हैं, या जिन्हें ब्लड प्लाज्मा मिला है, उन्हें अभी टीकाकरण नहीं करवाना चाहिए। या ऐसे व्यक्ति जो पिछले डेढ़ महीने में संक्रमित हुए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अभी वैक्सीन न लें।

4. मधुमेह या ब्लड प्रेशर वाले लोगों को टीकाकरण से पहले अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, कैंसर रोगियों को, विशेष रूप से वे लोग जो कीमोथेरेपी पर हैं, उन्हें चिकित्सीय सलाह पर ही अपना टीकाकरण करवाना चाहिए।

5. वैक्सीनेशन के समय जितना संभव हो उतना रिलैक्स रहने की कोशिश करनी चाहिए। अगर किसी भी तरह की एंग्‍जायटी है, तो पहले काउंसलिंग करवाएं।

किसी भी तत्काल गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया से बचाव के लिए वैक्सीन प्राप्त करने के बाद व्यक्ति को आधे घंटे के लिए बैठाया जाता है। ताकि उन पर नजर रखी जा सके। जब यह सुनिश्चित हो जाता है कि टीके के कोई तत्काल प्रभाव नहीं है, तभी जाने की इजाज़त मिलती है।

टीका लगवाने के बाद भी कुछ बातों का ध्‍यान रखना है जरूरी

वैक्‍सीन लेने के बाद भी लोगों को मास्क पहनना जारी रखना चाहिए। बड़े समूहों और इनडोर समारोहों में मिलने से बचना चाहिए।

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कस्टमाइज़ करें

टीकाकरण के बाद, आप दर्द, हल्के बुखार, थकान जैसे दुष्प्रभावों का अनुभव कर सकते हैं। इसलिए बहुत सारे तरल पदार्थ लें, इंजेक्शन साइट पर एक साफ, ठंडा, गीला वॉशक्लॉथ लगाएं।

वैक्सीनेशन के बाद हल्के साइड इफेक्ट्स सामने आने पर घबराएं नहीं। चित्र: शटरस्‍टॉक
वैक्सीनेशन के बाद हल्के साइड इफेक्ट्स सामने आने पर घबराएं नहीं। चित्र: शटरस्‍टॉक

वैक्सीन लेने के बाद असुविधा का अनुभव होने पर तुरंत अपने चिकित्सक से बात करें। उनकी सिफारिश पर, आप बेचैनी से निपटने के लिए उचित दवा ले सकती हैं।

पहले और दूसरे टीके के बीच 28 दिनों का अंतर है। इस दौरान सतर्क रहें, क्योंकि इस दौरान शरीर की इम्युनिटी कम होती है।

अपनी इम्युनिटी को बेहतर बनाने के लिए पौष्टिक आहार लें।

अच्छी नींद लें और शराब, धूम्रपान आदि से बचें।

ऐसे भोजन से बचें जो आपके लिए एलर्जी का कारण बन सकता है।

यदि आवश्यक हो तो नियमित अंतराल पर अपने डॉक्टर से बात करें

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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