scorecardresearch

हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं सी फूड पर सब नहीं, जानिए कौन सी मछली है दिल के लिए अच्छी

ओमेगा 3 फैटी एसिड के कारण सी फूड हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन सैल्मन मछली को आहार में शामिल करने की सलाह देती है। 
Published On: 6 Sep 2022, 10:07 pm IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
sea food heart ke liye achha
हार्ट हेल्थ के लिए सी फूड खासकर सैल्मन फिश फायदेमंद होती है। चित्र: शटरस्टॉक

बीमारियों से दूर रहने के साथ-साथ शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिले, यह भी जरूरी है। इसके लिए पोषक तत्वों से भरपूर और संतुलित आहार लेना जरूरी है। यदि आप नॉनवेज की शौकीन हैं, तो आपको कभी-कभी सी फूड भी ट्राय करना चाहिए। सी फूड (Sea food benefits) न केवल बेहतरीन डाइट है, बल्कि कई तरह की बीमारियों के उपचार की दवाइयों में भी इसका प्रयोग किया जाता है। यही वजह है कि विशेषज्ञ हृदय स्वास्थ्य के लिए आहार में सी फूड (Sea food for heart health) शामिल करने की सलाह देते हैं।  

सप्ताह में 2 दिन सी फूड का सेवन कर सकते हैं

मिनरल्स और विटामिन से भरपूर सी फूड हमारी आंखों और पाचन तंत्र के लिए स्वास्थ्यकर माना जाता है। इनमें ओमेगा फैटी 3 एसिड भी पाया जाता है। यह जमी हुई वसा नहीं होती है। इसलिए कई शोध बताते हैं कि सी फूड हमारे दिल के लिए भी फायदेमंद होता है। यदि हम सप्ताह में 2 दिन भी संतुलित मात्रा में सी फूड का सेवन करते हैं, तो अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं।

कौन-कौन से सी फूड हैं लोकप्रिय

केरल, गोवा, पश्चिम बंगाल को सीफूड के लिए सबसे बेहतर स्थान माना जाता है। हालांकि कैन्ड सी फूड के रूप में अब देश भर में यह उपलब्ध है। भारत में फिश, क्रैब और प्रॉन्स सबसे पसंदीदा सी फूड है।

एनकोवी, अटलांटिक मैकरेल, ट्राउट, कैट फिश, क्लेम, क्रॉफिश, लोब्सटर, ओयस्टर, पोलॉक, साल्मन, सार्डिन, किपरेड हेरिंग, स्कैलॉप, श्रिम्प, टूना, टिलापिया आद भी उपयोगी सी फूड हैं।

सी फूड के बारे में क्या कहती है रिसर्च 

इंडियन जर्नल ऑफ एंडोक्रोनोलॉजी ऐंड मेटाबॉलिज्म द्वारा वर्ष 2013 में कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ पर सी फूड के पड़ने वाले प्रभाव पर स्टडी की गई। सौमिया पीटर, संदीप चोपड़ा और जुबीन जे जैकब की टीम ने यह निष्कर्ष निकाला कि यदि संतुलित मात्रा में फिश या फिश ऑयल का सेवन किया जाए, तो कार्डियोवैस्कुलर डिजीज खासकर हार्ट फेल्योर के जोखिम से बचा जा सकता है।

मछली का तेल है आपके लिए फायदेमंद. चित्र : शटरस्टॉक
मछली का तेल दिल के लिए लाभदायक होता है। चित्र : शटरस्टॉक

फिश में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड ब्लोकेज बनने से बचाव कर सकता है।

पारे की मौजूदगी का दुष्प्रभाव

पबमेड सेंट्रल की स्टडी यह चेतावनी भी देती है कि कुछ मछलियों में मौजूद मिथाइल मरकरी हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदायक होती है। यह ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदों को खत्म कर सकती है। इसलिए स्टडी में इस बात का जोर दिया गया है कि फार्म में पोषित समुद्री मछलियां सैल्मन, टूना, सार्डिन, किपरेड हेरिंग मछलियों में मरकरी नहीं पाया जाता है। 

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड की मौजूदगी के कारण ये समुद्रों में पली-बढ़ी मछलियों की अपेक्षा अधिक स्वास्थ्यकर होती हैं। स्टडी यह भी बताती है कि फिश में पारे की मौजूदगी होती है, लेकिन फिश ऑयल में यह नहीं होता।

ओमेगा 3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा विकल्प सैल्मन

हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ स्टडी के अनुसार, ओमेगा 3 फैटी एसिड एंटी हाइपरटेंसिव, एंटी थ्रॉम्बॉटिक, एंटी इन्फ्लामेटरी भी होता है। यह ट्राइग्लिसराइड लेवल को भी घटाता है। यह बैड कॉलेस्ट्रॉल को कम कर गुड कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इन्हीं गुणों के कारण हृदय रोगियों को सी फूड खाने की सलाह दी जाती है। 

sea food
ओामेगा 3 फैटी एसिड के कारण सी फूड हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है। चित्र: शटरस्टॉक

कई प्रकार के सी फूड में कम मात्रा में ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है। लेकिन सबसे अधिक ओमेगा 3 फैटी एसिड वसायुक्त मछलियों में पाया जाता है। ओमेगा 3 से भरपूर मछली के अच्छे विकल्पों में से एक है सैल्मन।

यह मछली प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है और यह हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद ओमेगा -3 फैटी एसिड से भी भरी होती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन इन लाभों की वजह से सप्ताह में दो बार सैल्मन और अन्य ओमेगा 3 से भरपूर खाद्य पदार्थ, फिश ऑयल सप्लीमेंट चिकित्सकीय रणनीति के तहत खाने की सलाह देता है।

यह भी पढ़ें:-प्री डायबिटिक हैं, तो आज से शुरू कर दें बेल की पत्तियों का सेवन, यहां हैं 4 तरीके 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

अगला लेख