नूडल्स, स्प्रिंग रोल्स, मंचूरियन, ये सब तो आपने कई बार खाया होगा, यकीनन आपका फेवरिट भी यही होगा। और मोमोज़ तो आपने खाये ही होंगे, ये सबकी पसंदीदा चाइनीज़ डिश हैं। यदि आप भी चाइनीज़ खाने की शौकीन हैं, तो आपने इन व्यंजनों के साथ मिलने वाली चटनी भी ज़रूर खाई होगी। पर क्या आप जानती हैं कि चाइनीज व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने वाली ये चटनियां कैंसर (schezwan chutney and chili oil side effects) का भी कारण बन सकती हैं! आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
चाइनीज़ डिशेज़ के साथ आपने शेज़वान सॉस, चिली ऑयल और मेयोनीज़ ज़रूरी खाई होंगी। अब इसमें कोई दो राय नहीं है कि ये सारी चटनियां या डिप, इन चाइनीज़ व्यंजनों का स्वाद दोगुना कर देती हैं। इतना ही नहीं ये डिप किसी भी चीज़ का स्वाद बढ़ा सकती हैं, क्योंकि शेज़वान सॉस और चिली ऑयल में मसालों की भरमार होती है, खासकर लाल मिर्च की।
यूं तो मिर्च अगर थोड़ी मात्रा में खाई जाए तो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, लेकिन सिर्फ हरी मिर्च। लाल मिर्च आपके स्वास्थ्य को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। अब ऐसे में जब चाइनीज़ डिश में इन सॉस का ज़्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया जाएगा, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
चिली ऑयल तिल के तेल जैसे बेस ऑयल के साथ लाल मिर्च या चिली पैपर डालकर तैयार किया जाता है। इसी तरह शेज़वान सॉस भी बनाया जाता है। इन दोनों डिप में लाल मिर्च का इतना ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है कि ये आपकी त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
यदि आप ज़्यादा दिनों तक रखा हुआ या स्टोर किए हुये चिली ऑयल (chilli oil side effects) का सेवन करेंगी तो इसमें मौजूद लहसुन सड़ सकता है। जिसकी वजह से क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम बैक्टीरिया आपके शरीर में फैल सकते हैं – जो फूड पॉइजनिंग और पेट की समस्याओं का कारण बन सकता है।
चिली ऑयल का सेवन करने पर आपके शरीर में एक शक्तिशाली प्रतिक्रिया होती है जो न्यूरॉन्स को उत्तेजित करती है। कैप्साइसिन है, जो दर्द रिसेप्टर्स को बांधता है और तीव्र जलन का कारण बनता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार उच्च मात्रा में, यह गंभीर दर्द, सूजन, जलन और लालिमा का कारण बनता है।
मिर्च खाने से कुछ लोगों को आंतों में तकलीफ हो सकती है। इसके लक्षणों में पेट में दर्द, पेट में जलन, ऐंठन और दर्दनाक दस्त शामिल है। एनसीबीआई के अनुसार लाल मिर्च ज़्यादा सेवन इंफ्लेमेटरी बोवेल सिंड्रोम (IBS) का कारण बन सकता है या इसकी गंभीरता को और बढ़ा सकता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार टेस्ट-ट्यूब और जानवरों के अध्ययन से संकेत मिलता है कि मिर्च मिर्च में एक पौधे का यौगिक कैप्साइसिन, आपके कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। इसके अलावा मिर्च पाउडर को भारत में मुंह और गले के कैंसर का मुख्य कारण माना गया है। लाल मिर्च खाने से कैंसर नहीं होता है, लेकिन यदि आप इसका लगातार हर रोज़ सेवन करेंगे तो ऐसा हो सकता है।
इसलिए बेहतर है कि यदि आप चाइनीज़ फूड खा रही हैं, तो इन चटनियों से दूरी बना लें।
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