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International Yoga day : बदलते मौसम के साथ अगर बढ़ जाती है साइनस की परेशानी, तो योग करेगा आपकी मदद

बारिश के आते ही मौसम में उमस और हल्की ठंड बढ़ जाती है। कुछ लोगों के लिए ये बदलाव साइनस को ट्रिगर कर सकता है। यहां कुछ योगासन हैं जो साइनस से निपटने में आपकी मदद कर सकते हैं। 
तनाव दूर करते हैं योगासन।चित्र: शटरस्टॉक
शालिनी पाण्डेय Updated: 21 Jun 2022, 19:43 pm IST
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मौसम के बदलने के साथ सर्दी ज़ुकाम होना आम बात है। पूर्व मानसून में होने वाली बारिश के कारण मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है और साथ ही शुरू हो गई हैं इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं। जिसमें से एक है साइनस की समस्या का बढ़ जाना। कफ-बलगम का बढ़ जाना, सांस लेने में होने वाली दिक्कत, चेहरे पर सूजन और सिर भारी लगना या लगातार दर्द बने रहना साइनस के कारण होने वाली मुख्य समस्याएं हैं।  इन समस्याओं से निजात पाने का सबसे अच्छा तरीका है योगासन। एनसीबीआई  द्वारा प्रकाशित योग की साइनस में उपयोगिता से जुड़ी एक रिपोर्ट की मानें तो  योग साइनस से जुड़ी दिक्कतों को कंट्रोल करने के साथ ही साइनस अटैक को खतरनाक होने से भी बचाता है। आइए जानते हैं साइनस में राहत पहुंचाने वाले कुछ योगासन (Yoga for sinus)।

यहां हैं वे योग एवं प्राणायाम जो साइनस से राहत देने में आपकी मदद कर  सकते हैं 

1 अनुलोम-विलोम (anulom-vilom)

फर्श पर क्रॉस लेग करके बैठें।

अपनी पीठ को सीधा रखें और कंधों को आराम दें।

अपने बाएं नथुने को अपने अंगूठे से बंद करें और अपने दाहिने नथुने से सांस लें।

अपने दाहिने नथुने को अपने अंगूठे से बंद करें और अपने बाएं नथुने से सांस छोड़ें।

इस बार अपने बाएं नथुने से सांस लेते हुए यही बात दोहराएं।

पूरे सेट को कम से कम 10 बार दोहराएं।

इस दौरान अपनी आंखें बंद रखें।

2 पूर्वोत्तानासन (Upward Plank yoga pose)

फर्श पर बैठ जाएं।

पैरों को अपने सामने फैलाएं।

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अपनी पीठ को सीधा रखें और कंधों को आराम दें।

हथेलियों को अपने कूल्हों के थोड़ा पीछे फर्श पर रखें।

अपनी बाहों के सहारे अपने शरीर को एक सीधी अलाइनमेंट में फर्श से ऊपर उठाएं।

कोहनियों को सीधा रखते हुए कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें।

रिलैक्स हों और फिर से  दोहराएं।

योग कफ इशूज़ का समाधान करने में भी मदद करता है। चित्र: शटरस्टॉक

3 सर्वांगासन (shoulder stand yoga pose)

 पीठ के बल लेट जाएं।

अपने पैरों को एक साथ मिलाएं।

पैरों से लेकर कूल्हों तक को फर्श से ऊपर उठाएं।

अब अपने ग्लूट स्ट्रेंथ का इस्तेमाल करके अपने बॉटम को फर्श से ऊपर उठाएं।

सपोर्ट के लिए अपनी हथेलियों को अपने बट के नीचे रखें।

कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें। आपका शरीर आपके निचले शरीर से आपके पैर की उंगलियों तक एक सीधी रेखा में होना चाहिए।

एक या दो बार रिलैक्स हों और इस क्रिया को दोहराएं।

4 मत्स्यासन (fish yoga pose)

पीठ के बल लेट जाएं।

अपने बाएं पैर को अंदर की ओर मोड़ें और इसे अपनी दाहिनी जांघ पर टिकाएं।

अपने दाहिने पैर को अंदर की ओर मोड़ें और इसे अपने बाएं पैर पर टिकाएं।

कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में बने रहें और फिर रिलैक्स हो जाएं।

इस आसन तीन से चार बार दोहराएं।

योग आपकी सेहत के लिए ही नहीं श्वास से जुड़ी बीमारियों का भी समाधान करती है, चित्र: शटरस्टॉक

5 कपालभाति प्राणायाम (kapalbhaati pranayam)

फर्श पर क्रॉस लेग करके बैठें।

अपनी पीठ को सीधा रखें और कंधों को आराम दें।

अपने नथुने से गहरी सांस लें जैसे कि यह आपकी छाती को फुलाए।

एक साथ पेट के बलपूर्वक संकुचन करते हुए साँस छोड़ें।

कुछ सेकण्ड आराम करें और दोहराएं।

6 उष्ट्रासन (Camel Pose)

फर्श पर घुटने टेकें।

पीछे झुकें और अपनी एड़ियों को पकड़ें।

कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें।

मूल स्थिति पर लौटें और दोहराएं।

इस तरह योग की सहायता से आप साइनस जैसी समस्या का सामना भी बेहतर तरीके से कर सकती हैं।

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शालिनी पाण्डेय

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