मौसम के बदलने के साथ सर्दी ज़ुकाम होना आम बात है। पूर्व मानसून में होने वाली बारिश के कारण मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है और साथ ही शुरू हो गई हैं इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं। जिसमें से एक है साइनस की समस्या का बढ़ जाना। कफ-बलगम का बढ़ जाना, सांस लेने में होने वाली दिक्कत, चेहरे पर सूजन और सिर भारी लगना या लगातार दर्द बने रहना साइनस के कारण होने वाली मुख्य समस्याएं हैं। इन समस्याओं से निजात पाने का सबसे अच्छा तरीका है योगासन। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित योग की साइनस में उपयोगिता से जुड़ी एक रिपोर्ट की मानें तो योग साइनस से जुड़ी दिक्कतों को कंट्रोल करने के साथ ही साइनस अटैक को खतरनाक होने से भी बचाता है। आइए जानते हैं साइनस में राहत पहुंचाने वाले कुछ योगासन (Yoga for sinus)।
फर्श पर क्रॉस लेग करके बैठें।
अपनी पीठ को सीधा रखें और कंधों को आराम दें।
अपने बाएं नथुने को अपने अंगूठे से बंद करें और अपने दाहिने नथुने से सांस लें।
अपने दाहिने नथुने को अपने अंगूठे से बंद करें और अपने बाएं नथुने से सांस छोड़ें।
इस बार अपने बाएं नथुने से सांस लेते हुए यही बात दोहराएं।
पूरे सेट को कम से कम 10 बार दोहराएं।
इस दौरान अपनी आंखें बंद रखें।
फर्श पर बैठ जाएं।
पैरों को अपने सामने फैलाएं।
अपनी पीठ को सीधा रखें और कंधों को आराम दें।
हथेलियों को अपने कूल्हों के थोड़ा पीछे फर्श पर रखें।
अपनी बाहों के सहारे अपने शरीर को एक सीधी अलाइनमेंट में फर्श से ऊपर उठाएं।
कोहनियों को सीधा रखते हुए कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें।
रिलैक्स हों और फिर से दोहराएं।
पीठ के बल लेट जाएं।
अपने पैरों को एक साथ मिलाएं।
पैरों से लेकर कूल्हों तक को फर्श से ऊपर उठाएं।
अब अपने ग्लूट स्ट्रेंथ का इस्तेमाल करके अपने बॉटम को फर्श से ऊपर उठाएं।
सपोर्ट के लिए अपनी हथेलियों को अपने बट के नीचे रखें।
कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें। आपका शरीर आपके निचले शरीर से आपके पैर की उंगलियों तक एक सीधी रेखा में होना चाहिए।
एक या दो बार रिलैक्स हों और इस क्रिया को दोहराएं।
पीठ के बल लेट जाएं।
अपने बाएं पैर को अंदर की ओर मोड़ें और इसे अपनी दाहिनी जांघ पर टिकाएं।
अपने दाहिने पैर को अंदर की ओर मोड़ें और इसे अपने बाएं पैर पर टिकाएं।
कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में बने रहें और फिर रिलैक्स हो जाएं।
इस आसन तीन से चार बार दोहराएं।
फर्श पर क्रॉस लेग करके बैठें।
अपनी पीठ को सीधा रखें और कंधों को आराम दें।
अपने नथुने से गहरी सांस लें जैसे कि यह आपकी छाती को फुलाए।
एक साथ पेट के बलपूर्वक संकुचन करते हुए साँस छोड़ें।
कुछ सेकण्ड आराम करें और दोहराएं।
6 उष्ट्रासन (Camel Pose)
फर्श पर घुटने टेकें।
पीछे झुकें और अपनी एड़ियों को पकड़ें।
कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें।
मूल स्थिति पर लौटें और दोहराएं।
इस तरह योग की सहायता से आप साइनस जैसी समस्या का सामना भी बेहतर तरीके से कर सकती हैं।
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