आजकल लोगों को नाइटलाइफ काफी ज्यादा पसंद आ रहा है, लोग रात को देर से सोते हैं और सुबह ऑफिस जाने के लिए जल्दी उठ जाते हैं। इस चक्कर में उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती। नींद की कमी से हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा यह कई अन्य रूपों में आपकी सेहत को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में “वीकेंड स्लीप” की मदद ली जा सकती है। वीकेंड पर आपके पास सोने के लिए पर्याप्त समय होता है, जिसकी मदद से आप अपने हफ्ते भर की नींद की कमी को पूरा कर सकती हैं। इस प्रकार नींद की कमी से होने वाले साइड इफेक्ट जैसे कि हृदय संबंधी समस्याओं के साथ ही अन्य परेशानियों का खतरा भी कम हो जाता है।
हेल्थ शॉट्स ने कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ पर वीकेंड स्लीप के प्रभाव को विस्तार से समझने के लिए फॉर्टिस हॉस्पिटल, फरीदाबाद के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉक्टर विनीत बंगा से बात की। डॉक्टर ने वीकेंड स्लीप को नींद पूरा करने का एक स्वस्थ विकल्प बताया है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा की अपने वीकेंड को सोते हुए व्यर्थ करना उचित नहीं है। साथ ही याद रखें वीकेंड स्लिप कोई परमानेंट सॉल्यूशन नहीं है। केवल इमरजेंसी स्थिति में आवश्यकता पड़ने पर ही वीकेंड स्लिप पर निर्भर रहें (weekend sleep)।
वीकेंड पर प्रयाप्त नींद लेने से हृदय स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जबकि सप्ताह के दौरान लगातार अपर्याप्त नींद लेने से हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि वीकेंड में अतिरिक्त आराम करने से इनमें से कुछ जोखिम कम हो सकते हैं, जैसे की नींद की कमी, हाई ब्लड प्रेशर, सूजन और हाई स्ट्रेस हार्मोन। यह सभी स्वस्थ स्थितियां आपके हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालती हैं।
डॉ विनीत बंगा के अनुसार “वीकेंड पर पर्याप्त नींद (weekend sleep) लेने से आपके शरीर को हिल होने का मौका मिलता है। जिससे शरीर में मौजूद कई नकारात्मक टॉक्सिन का प्रभाव कम होता है। साथ ही साथ बॉडी ऑर्गन्स भी खुद को रिपेयर करते हैं। विशेष रूप से यह आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
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यदि आप हफ्ते के कुछ दिन 7 से 8 घंटे की नींद लेने में असमर्थ होती हैं, तो इसे वीकेंड पर पूरा करें ताकि आपकी बॉडी को खुदको हिल करना का पूरा समय मिल सके। हीलिंग प्रोसेस आपके हृदय से जुड़ी कड़ियां को भी हिल करता है, जिससे कि हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
एक्सपर्ट के अनुसार “इसके अलावा, वीकेंड की नींद मानसिक स्वास्थ्य और कॉग्निटिव फंक्शन में सुधार करती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य को फायदे मिलते हैं। नींद की कमी से ध्यान केंद्रित रखने और निर्णय लेने में परेशानी होती है, और मूड खराब हो सकता है, जिससे आपका तनाव बढ़ जाता है। वीकेंड में अधिक सोने से, न केवल आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक स्पष्टता भी बेहतर होती है।”
“यह चिंता को कम करते हुए भावनात्मक फ्लैक्सिबिलिटी को बढ़ाते हैं। इस प्रकार आप अगले वीकेंड के लिए एक फ्रेश और फोकस्ड मुड़ के साथ तैयार होती हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, चिंता और अवसाद की नियंत्रित भावनाएं ब्लड प्रेशर को सामान्य रखती हैं, और हृदय स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती हैं।”
“हृदय स्वास्थ्य सहित समग्र सेहत के लिए वीकेंड स्लिप फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन आपको पूरे हफ्ते नियमित नींद के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। लंबे समय तक दिल की सेहत और समग्र सेहत को बनाए रखने के लिए लगातार, गुणवत्तापूर्ण नींद बहुत ज़रूरी है। यदि आप किसी हफ्ते व्यस्त हैं, या आपको कोई काम है, तो आप वीकेंड स्लिप से उन्हें पूरा कर सकती हैं। परंतु इसे आदत न बनने दें।
एक्सपर्ट के अनुसार आपने हफ्ते के बाकी दोनों में जितना कम सोया है, उस नींद को पूरा करने के लिए केवल वीकेंड स्लिप पर भरोसा नहीं किया जा सकता। इसलिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद प्राप्त करने की कोशिश करें।
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