आपने खुद या अपने परिवार के सदस्यों को कमर दर्द की शिकायत करते सुना होगा। इसके साथ ही वे तुरंत अपना बिस्तर लेकर ज़मीन पर पहुंच जाते है। ऐसा माना जाता है कि अगर आपकी पीठ, कमर या गर्दन में दर्द की परेशानी है तो नीचे सोने से आपको राहत मिलेगी। अक्सर ऐसा होता है कि हम गद्दे खरीदते समय नरम और मुलायम देख कर ले तो लेते हैं, लेकिन बाद में हमारी कमर, गर्दन या पीठ में तकलीफ होने लगती है। इसके लिए विशेषज्ञ आपको खाट पर सोने का सुझाव देते हैं।
कमर दर्द अक्सर तनाव या चोट लगने के कारण होता है। तनावग्रस्त मांसपेशियां या लिगामेंट्स (ligaments), मांसपेशी में ऐंठन, खराब डिस्क, चोट, फ्रैक्चर, या गिरना कई कारण हैं, जिससे आपकी कमर में दर्द हो सकता है। यदि आप कुछ गलत तरीके से या कोई भरी वज़न उठाते है तो आपको दर्द होने की संभावना है।
कुछ स्ट्रक्चर की समस्या के कारण भी आपको कमर दर्द हो सकता है। टूटा या उभरा हुआ डिस्क, गठिया रीढ़ की हड्डी में परेशानी, ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis), आदि विकार भी आपकी कमर में दर्द का कारण हो सकते हैं।
कंप्यूटर या पढ़ते समय ज्यादा देर तक झुक कर बैठे रहने से भी कमर दर्द की समस्या होती है। इस रोजमर्रा की गतिविधि से आपका पॉश्चर (posture) खराब हो जाता है और आपको दर्द का सामना करना पड़ता है।
खाट पर सोना एक अजीब सुझाव लग सकता है। आप सबके पास बिस्तर है, है न? आप अपने आरामदेह गद्दों और मुलायम तकिये पर रात को सोने के आदी हो गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाट पर सोने से कमर दर्द से राहत मिलती है। हां, यह वाकई फायदेमंद हैं
कभी-कभी, सोते समय आपका शरीर गलत पॉश्चर (posture) में होने के कारण दर्द हो सकता है। यह एक नरम गद्दे और ज्यादा फूले हुए तकिये के कारण हो सकता है। आप इसे महसूस नहीं कर सकते क्योंकि आप गद्दीदार जगह पर सोते हैं। लेकिन इन स्थितियों में सोने से जोड़ों पर दबाव पड़ सकता है। लंबे समय तक ऐसे सोने से यह दर्द और पीड़ा का कारण बनता है।
खाट पर सोना इसे ठीक कर सकता है क्योंकि इस पर आप गद्देदार महसूस नहीं करेंगे और गलत मुद्रा में सोने पर तुरंत सीधे हो जाएंगे। शुरुआत में यह असहज महसूस होगा, लेकिन कुछ दिनों में यह आपके लिए आरामदायक आदत साबित होगी।
दिन भर जब आप लगातार कंप्यूटर पर काम करती हैं, तो आपकी कमर आगे की ओर झुकने लगती है। इसलिए रात को आपको एक ऐसे बिस्तर की जरूरत होती है, जो आपको आराम देने के साथ-साथ आपके पॉश्चर को भी ठीक रखे। खाट पर सोना आपकी इन दोनों जरूरतों को पूरा करता है। पतली रस्सियों से बनी खाट आपकी सभी मांसपेशियों को उनकी जरूरत के हिसाब से आराम देती है।
खाट पर सोने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। जी हां, जैसे कि हमने आपको बताया कि नर्म गद्दों पर सोने से अक्सर नसें और मसापेशियां दब जाती हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। तो अगर आप खाट पर सोते हैं तो इसकी संभावना कम होती है।
खाट पर सोने से आप सायटिका के दर्द से राहत पा सकते हैं। सायटिका का दर्द एक बुरे सपने जैसा हो सकता है। इसकी वजह से आपको शरीर या नसों पर गलत जगह दबाव पड़ सकता है। सायटिका एक नस है जो कमर और कूल्हों से होते हुए आपके पैरों की ओर जाती है। माना जाता है कि खाट पर सोने से सायटिका के दर्द में आराम मिलता है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंखाट पर सोने से आपकि रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है जिससे कमर दर्द के अलावा आको गर्दन और कूल्हों के दर्द से भी छुटकारा मिल सकता है।
अपने आरामदायक बिस्तर को बदलकर खाट पर सोएं और कमर दर्द को कहें बाय बाय!
यह भी पढ़े: जानिए उस गंभीर और दुर्लभ बीमारी के बारे में जिसके लिए दीपिका पादुकोण और फराह खान ने खेला केबीसी