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Sexual enhancement pills : जानिए क्या हैं ये और क्या ये वाकई महिलाओं की सेक्स परफॉर्मेंस बढ़ा सकती हैं?

यौन शिक्षा पर जितनी जागरुकता कम है, सेक्स का बाज़ार उतना ही बड़ा है। लिबिडो और सेक्स परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए यहां पुरुषों की तरह महिलाओं के लिए भी कुछ खास दवाएं मौजूद हैं। पर क्या ये वाकई सेफ हैं?
यौन जीवन को बढ़ावा देने का वादा करने वाली गोलियां खरीदने से पहले किसी भी महिला या पुरुष को दो बार सोचना चाहिए। चित्र : शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 2 Nov 2022, 22:00 pm IST
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वर्क प्रेशर और लाइफ की आपाधापी सेक्स को भी प्रभावित करती है। पार्टनर इस काम को बेकार और बोझ समझने लगते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि सेक्स फिजिकल हेल्थ और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए जरूरी है। जब कभी सेक्स की याद आती है, तो पार्टनर सेक्सुअल डिजायर बढ़ाने की कोशिश करते हैं। इसके लिए कुछ महिलाएं सेक्सुअल एनहांसमेंट पिल्स (sexual enhancement pills) भी लेने लगती हैं। जबकि रिसर्च बताती हैं कि सेक्सुअल एनहांसमेंट पिल्स क्षणिक उत्तेजना तो बढ़ाती हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म में ये आपके स्वास्थ्य को हानि पहुंचाती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।

क्या कहती है रिसर्च

हार्वर्ड हेल्थ यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ब्रिघम लेडी हॉस्पिटल के यूरिनरी डिजीज विशेषज्ञ डॉ. माइकल ओलेरी ने सेक्सुअल एनहांसमेंट पिल्स पर एक स्टडी की। इसके आधार पर उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि यौन जीवन को बढ़ावा देने का वादा करने वाली गोलियां खरीदने से पहले किसी भी महिला या पुरुष को दो बार सोचना चाहिए। यह सिर्फ पैसे की बर्बादी है।

कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाए, तो सेक्सुअल डिजायर बढ़ाने वाले पिल्स में रोग बढ़ाने वाले जोखिम कारक मौजूद होते हैं। इन दवाओं का सिर्फ प्लेसबो प्रभाव होता है। प्लेसबो कहने का मतलब है कि इलाज के लिए ऐसी डमी दवाओं का प्रयोग, जिससे मन को लगे कि उपचार हो गया।

सिर्फ मानसिक संतुष्टि देती है पिल्स

जब शोधकर्ताओं ने प्रिस्क्रिप्शन दवा सिल्डेनाफिल (वियाग्रा) के लिए क्लिनिकल परीक्षण किया, तो प्लेसबो प्रतिक्रिया लगभग 30 प्रतिशत थी। यह बताती है कि आपके पास सबसे महत्वपूर्ण यौन अंग आपका मस्तिष्क ही है। पुरुषों में मस्तिष्क उत्तेजना को नियंत्रित करता है। इससे लिंग में ब्लड फ्लो होता है। इसके अलावा, यह सेक्स और स्खलन को भी नियंत्रित करता है।

सेक्सुअल एनहांसमेंट में मदद नहीं करती पिल्स

आपने देखा होगा कि सप्लीमेंट पर आकर्षक शब्दों में लिखा होता है कि ये ऑर्गेज़्म का सुख दिलाते हैं। उनका यह दावा खोखला हो सकता है। द जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित आलेख के अनुसार, जब सबसे अधिक बिकने वाली सेक्सुअल एनहांसमेंट पिल्स की 2015 में समीक्षा की गई, तो दावों का समर्थन करने के लिए बहुत कम या कोई सबूत नहीं मिला कि वे सेक्सुअल एनहांसमेंट में किसी भी प्रकार की मदद करते हैं।

बहुत कम या कोई सबूत नहीं मिला कि पिल्स सेक्सुअल एनहांसमेंट में किसी भी प्रकार की मदद करते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

कुछ सेक्सुअल फंक्शन सप्लीमेंट्स में संभावित खतरनाक अशुद्धियां भी पाई जा सकती हैं। इन सप्लीमेंट्स में मौजूद पी डी ई 5 इनहिबिटर कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं।

नेचुरल बूस्टर का करें प्रयोग

हार्वर्ड हेल्थ यूनिवर्सिटी की स्टडी यह सुझाती है कि सेक्सुअल फंक्शन सप्लीमेंट्स की बजाय नेचुरल तरीके से इसे बढ़ाएं। इसके लिए सबसे पहले जीवनशैली में बदलाव लायें। इससे बिना दवा के यौन गतिविधि को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

कई आंकड़ें बताते हैं कि वजन घटाने से पुरुषों में यौन क्रिया में सुधार होता है। वसा एस्ट्रोजन बनाता है, जो यौन क्रिया के लिए जरूरी टेस्टोस्टेरोन से लड़ता है। इसलिए पार्टनर को वजन घटाने कहें। स्वस्थ और संतुलित आहार लेने से अपने-आप वजन घट जाता है।

यदि आप नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें और किसी भी प्रकार के नशे के सेवन को बंद कर दें, तो कभी- भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या नहीं होगी। इससे अपने-आप पेनिस में ब्लड फ्लो में सुधार हो जाएगा।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से सेक्सुअल डिजायर भी समय पर हो सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

इन सभी प्रक्रियाओं के बावजूद सेक्सुअल डिजायर में कमी होती है, तो पिल्स लेने की बजाय सेक्सोलोजिस्ट से संपर्क करें। उनकी बताई सलाह और मेडिकेशन को फॉलो करने से ही आपकी समस्या का स्थाई रूप से समाधान हो पायेगा।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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