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ब्लड डोनेशन के बारे में तो आप सभी जानते होंगे। वहीं आप में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्होंने कई बार रक्तदान भी किया होगा। हालांकि, ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि रक्तदान हम दूसरों के लिए कर रहे हैं। पर शायद आप नहीं जानतीं कि ब्लड डोनेट करने का जितना फायदा दूसरे को होता है, उससे दोगुना यह आपके लिए फायदेमंद है।
कई ऐसी गंभीर बीमारियां हैं, जिनमें व्यक्ति की जान पूरी तरह उसके ब्लड डोनर पर निर्भर करती है। ऐसे में कभी भी ब्लड डोनेट करने से पीछे न हटें। यह सामने वाले के जीवन को बचाने के साथ-साथ आपकी सेहत को भी बनाए रखने में मदद करेगा। अब आपके मन मे सवाल आना स्वभाविक है, कि आखिर ब्लड डोनेट करना एक डोनर के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है। तो आज आपके इसी सवाल का जवाब लेकर हम आए हैं।
हेल्थ शॉट्स ने उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की फाउंडर डायरेक्टर डॉक्टर शुचिन बजाज से बातचीत की। उन्होंने इसके कई महत्वपूर्ण फायदे बताए। तो चलिए जानते हैं, आखिर ब्लड डोनेट करना किस तरह व्यक्तिगत रूप से आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
यूएस में 200 लोगों में से एक व्यक्ति हेमोक्रोमेटोसिस कि स्थिति से ग्रसित हैं। कई लोग इस शब्द से परिचित नहीं होंगे, तो आपको बताएं कि यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आपके शरीर में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है।
ऐसे में ब्लड डोनेट करने से शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा आयरन बाहर निकल जाता है। वहीं दी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार शरीर में आयरन की अधिकता को कम करने के लिए ब्लड डोनेट करना एक सबसे अच्छा और प्रभावी उपाय हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी द्वारा प्रकाशित है कि स्टडी के अनुसार साल में कम से कम एक बार रक्तदान करने से हार्ट अटैक की संभावना 88 प्रतिशत तक कम हो जाती है। खून में आयरन की अधिक मात्रा ब्लड वेसल्स को ब्लॉक कर देती हैं। जिसकी वजह से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में ब्लड डोनेट करने से शरीर से एक्स्ट्रा आयरन रिलीज होता है और आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
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रक्तदान करना शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जितना महत्वपूर्ण है उतना ही यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। नियमित रूप से रक्तदान करना एक प्रकार का सामाजिक कार्य है। वहीं कई ऐसे जरूरतमंद है जिन्हें इसकी सख्त जरूरत होती है। ऐसे में किसी की जान बचाने या मुश्किल वक्त में किसी के काम आने से रक्तदान करने से आपको अंदर से खुशी महसूस होती है।
जो आपके साइकोलॉजिकल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद है। वहीं रिसर्च में देखा गया कि नियमित रूप से रक्तदान करने वाले व्यक्ति में डिप्रेशन एंग्जाइटी और अकेलेपन जैसी समस्याओं की संभावना बहुत कम होती है। क्योंकि वह मानसिक रूप से संतुष्ट और खुश रहती हैं। इसी के साथ यह नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है।
शरीर में आयरन की अधिकता लीवर की सेहत के लिए भी हानिकारक होती है। वहीं कुछ सालों में नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या में काफी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में शरीर में आयरन की अधिकता हेपेटाइटिस सी और अन्य लिवर से जुड़े इंफेक्शन का कारण बन सकती है। ऐसे में रक्तदान करने से शरीर से एक्स्ट्रा आयरन को बाहर निकालने में मदद मिलती है और आपका लीवर स्वस्थ रहता है।
रक्तदान करने से पहले आपके शरीर की स्क्रीनिंग होती है। ऐसे में आपके कई चेकअप फ्री में होते हैं जिन्हें आमतौर पर करवाने में हजारों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। सामान्य रूप से पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, बॉडी टेंपरेचर और हिमोग्लोबिन का स्तर मापा जाता है। वहीं यदि आपके खून में या शरीर में किसी प्रकार की समस्या होती है, तो डॉक्टर आपको इसकी सूचना दे देते हैं और रक्तदान करने से मना कर देते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने का यह एक बेहतर तरीका है। जिसमें दूसरों कि सेहत के साथ-साथ आप अपनी सेहत का भी ख्याल रख सकती हैं।
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