आर्टरी कैल्सीफिकेशन एक ऐसी स्थिति है जो दिन प्रतिदिन आम होती जा रही है। इस समस्या की वजह से सबसे पहले हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है, जो आज के समय में होने वाली मौत का सबसे बड़ा कारण है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, वहीं स्टडी की माने तो देर रात जागने के इस ट्रेंड ने आर्टरी कैल्सीफिकेशन (coronary artery calcification) की परेशानी को अधिक बढ़ा दिया है। क्या आपको इस परेशानी के बारे में पता है? यदि नहीं तो आज हम आपको बताएंगे।
हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में न्यूबर्ग सुप्राटेक रेफरेंस लेबोरेटरी में कंसलटेंट पैथोलोजिस्ट डॉ. आकाश शाह से बात की। डॉक्टर ने इस बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी हैं। तो चलिए जानते हैं, इस विषय पर अधिक विस्तार से।
कोरोनरी आर्टरी कैल्सीफिकेशन कैल्शियम का एक निर्माण है, जो आपके हृदय संबंधी जोखिमों का संकेत देता है। आर्टरी कैल्सीफिकेशन के बिना सीने में दर्द जैसे लक्षण नजर नहीं आते। यदि आपके सीने में दर्द रहता है, तो जाहिर सी बात है आपको कुछ समय पहले से आर्टरी कैल्सीफिकेशन की समस्या है। इस स्थिति में नियमित जांच और डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं। डॉक्टर कोरोनरी आर्टरीज को संकुचित करने वाले कैल्सीफिकेशन को हटाने के लिए कई विकल्प आजमाते हैं। सफलता दर ऊंची है, लेकिन प्रत्येक उपचार के साथ जोखिम भी है।
आपकी आर्टरीज में जमें कैल्शियम का आपकी डाइट या आपके द्वारा लिए जा रहे किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट से कोई संबंध नहीं है। यह समस्या तब होती है, जब आपके ब्लड वेसल्स के सेल्स सही और प्रभावी रूप से काम नहीं कर पाते हैं। यह स्थिति हृदय रोग या बस उम्र बढ़ने का संकेत हो सकती है। तो अगर आपसे कहा जाए कि आपकी आर्टरीज कैल्सीफाइड हो गई हैं, तो आपको क्या करना चाहिए? सबसे पहले, डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयां का नियमित सेवन करें।
यदि आपको डायबीटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल या किडनी फेलियर है, तो आपमें इस स्थिति का अधिक खतरा होता है। वहीं ऐसे में नियमित जांच बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। ये सभी स्वास्थ्य स्थितियां आर्टरीज में प्लाक और कैल्शियम के निर्माण को तेज कर सकती हैं। व्यायाम करने और स्वस्थ आहार खाने से आपकी आर्टरीज को स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी।
जिन लोगों को कोरोनरी हार्ट डिजीज होता है, उनमें आमतौर पर कोरोनरी आर्टरी में कैल्सीफिकेशन होता है। 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में, 90% से अधिक पुरुषों और 67% महिलाओं को कोरोनरी आर्टरी कैल्सीफिकेशन होता है। मेनोपॉज से पहले, एस्ट्रोजन महिलाओं को एथेरोस्क्लेरोसिस विकसित होने से बचाता है। यही कारण है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में एथेरोस्क्लेरोसिस 10 से 15 साल बाद विकसित होता है।
ग्लूकोज संबंधी समस्याएं जैसे डायबिटीज
बैड कोलेस्ट्रॉल का अधिक उत्पादन (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या एलडीएल) और बहुत कम अच्छा कोलेस्ट्रॉल (उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या एचडीएल)।
उच्च बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स)
कोरोनरी आर्टरी कैल्सीफिकेशन की फैमिली हिस्ट्री
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
सिगरेट पीना या अन्य तंबाकू उत्पादों का उपयोग करना
पैराथाइरॉइड हार्मोन की अनियमितता
उच्च फॉस्फेट स्तर
उच्च कैल्शियम स्तर
बढ़ता उम्र
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जनरल स्लीप मेडिसिन द्वारा किए गए एक रिसर्च में 50 से 64 वर्ष के लगभग 771 पुरुष एवं महिलाओं को शामिल किया गया। 771 पार्टिसिपेंट में से, 144 एक्सट्रीम मॉर्निंग टाइप के व्यक्ति थें, और 128 को अत्यधिक शाम के प्रकार के रूप में पहचाना गया। जो समूह सुबह सबसे अधिक सतर्क था, उनमें से 22.2% ने गंभीर आर्टरी कैल्सीफिकेशन – सभी पांच कालानुक्रमों में सबसे कम अनुपात किया था। इवनिंग ग्रुप में गंभीर कोरोनरी आर्टरी कैल्सीफिकेशन की सबसे अधिक घटना 40.6% थी। इससे यह साबित होता है, कि जो लोग रात को देर से सोते हैं, उनमें आर्टरी कैल्सीफिकेशन का अधिक खतरा होता है।
डाइटिंग जिसमें कोलेस्ट्रॉल, फैट और सोडियम युक्त खाद्य पदार्थों को सीमित करना अनिवार्य है। इसके साथ नियमित एक्सरसाइज, स्मोकिंग और शराब से पूरी तरह से परहेज करना और वजन को संतुलित रखना अनिवार्य है। इसके अलावा बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए उचित दवाइयों का सेवन करना जरूरी है। अपने ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल लेवल को सामान्य रखें। इसके साथ ही रात को उचित नींद प्राप्त करें। रात को समय से सोना और सुबह समय से उठाना स्वस्थ रहने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
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