पेरेंट्स और परिवार चाहते हैं कि बच्चों के खाने की आदतों में सुधार लाया जा सके। किसी भी आदत को चेंज करने में समय लगता है। जब परिवार के साथ मिलकर बदलाव किए जाते हैं तो आदतें बनाना आसान हो जाता है। परिवार को खान-पान की आदतें सुधारने में मदद करने के लिए उन ख़ास पदार्थों का चुनाव करना पड़ता है, जो टेस्टी होने के बावजूद हानिकारक हो। उन पदार्थों को बच्चों के खाने में शामिल नहीं करने की कोशिश करनी पड़ती है। आइये जानते हैं किन खाद्य पदार्थों को शामिल नहीं (Unhealthy foods for kids) करना चाहिए।
पीडिट्रीशियन डॉ. अजय प्रकाश बताते हैं, ‘बच्चों में खाने की अच्छी आदतें विकसित करना जरूरी है। इससे बच्चों की पर्सनेलिटी डेवलप हो पाती है, बल्कि दिमाग को भी तेज कर सकता है। उनके मूड को भी हेल्दी फ़ूड ठीक कर सकता है। यह बच्चों को अच्छा महसूस करने, सामान्य वजन पर बने रहने और खेलने के लिए भरपूर ऊर्जा देने में भी मदद कर सकता है।
पीडिट्रीशियन डॉ. अजय प्रकाश बताते हैं, ‘बच्चों की प्लेट से तुरंत जैम हटाना सही नहीं है। यह चीनी से भरपूर होता है। यदि आप अपने बच्चे के आहार में जैम शामिल करने का निर्णय लेती हैं, तो इसे कभी-कभी देना ही ठीक होता है। निश्चित रूप से दिन में एक बार से अधिक नहीं । इसमें चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है।
इसी तरह जेली बड़े बच्चों और वयस्कों के लिए सुरक्षित हो सकती है। बहुत छोटे बच्चों की लाइफ के लिए भी खतरा हो सकती है। जेली में भी चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है। इन्हें फलों के रस से बनाया जाता है, लेकिन जैम और जेली में बहुत सारी एडेड शुगर या आर्टिफिशल शुगर मिलाई जाती है। बहुत अधिक चीनी ब्लड शुगर लेवल बढ़ने, कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का कारण बन सकता है।
ज्यादा मेयोनीज खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। दरअसल, मेयोनीज में ओमेगा-6 फैटी एसिड की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है। मेयोनीज के अत्यधिक सेवन से दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी बीमारियों (Unhealthy food for kids) का खतरा भी बढ़ सकता है।
मेयोनीज में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि इस पर जीवन भर के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए। बहुत कम मात्रा में खाने पर यह स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकता है। यदि आप कैलोरी कम करने और मेयोनीज रखने की कोशिश कर रही हैं, तो बाजार में कई हल्की और कम वसा वाली किस्में उपलब्ध हैं।
हम सभी जानते हैं कि केचप में नमक के साथ-साथ चीनी भी बहुत अधिक एडेड होती है। इसलिए यदि आप स्वास्थ्यवर्धक चीज़ की तलाश में हैं, तो शायद इसे पसंद नहीं कर पाएंगी। इसके अलावा अगर आप अपने बच्चे के आहार में बस थोड़ा सा टमाटर केचप शामिल कर दें, तो बच्चों के लिए हरी सब्जियां स्वादिष्ट बन जाती हैं, इसमें कोई शक नहीं है। इसकी खरीदारी करते समय सतर्क रहना जरूरी है। ब्रांड वाले केचप को शामिल करें।
ब्रांड सामग्री एडिटिव्स (Unhealthy food for kids) में काफी भिन्न हो सकते हैं। बच्चे के समग्र विविध आहार के हिस्से के रूप में केचप पूरी तरह से ठीक है। केचप की खरीदारी करते समय उन ब्रांडों की तलाश करें, जिनमें अतिरिक्त सोडियम और चीनी (या अन्य मिठास) न के बराबर या न्यूनतम मात्रा में होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें :- Diabetes Diet : ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल कर सकती है डायबिटीज डाइट, जानिए इसके बारे में सब कुछ