उत्तर भारतीय घरों में दाल और रोटी में घी एड करने की परंपरा रही है। पर्व-त्योहारों पर खासकर घी की मिठाइयां व अन्य व्यंजन तैयार किए जाते हैं। कहते हैं कि घी से न सिर्फ खाने का स्वाद कई गुणा बढ़ जाता है, बल्कि इसके सेवन से याददाश्त और तार्किक क्षमता भी बढ़ती है। यह शरीर में बनने वाले वात के प्रभाव को कम करने में मदद करने के साथ ही डाइजेशन में सुधार लाता है। जिन्हें कब्ज की शिकायत होती है, उन्हें घी मिश्रित दूध के सेवन की सलाह दी जाती है। लेकिन इन दिनों शादी समारोहों, होटल, रेस्तरां, ढाबों आदि में मिलने वाले चाट, स्नैक, पराठे घी की बजाए बटर ऑयल में ही तले जा रहे हैं। आइए जानते हैं क्या है बटर ऑयल (butter oil), जिसकी घी में मिलावट की जा रही है।
मशीन के जरिये जब कच्चे दूध से क्रीम निकालकर उसे हल्का गर्म करके अलग किया जाता है, तो उसे बटर ऑयल कहते हैं। यानी यह शुद्ध मिल्क फैट है, जिसमें कोई रंग नहीं होता है। डेयरी उत्पादों में बटर ऑयल मिल्क फैट का सबसे समृद्ध स्रोत है, जिसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, डी, ई और के-12 पाए जाते हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद माने जाने वाले घी की बढ़ती मांग को देखते हुए इसमें अन्य पदार्थों की मिलावट की जाती है। इसमें बटर ऑयल भी शामिल है। दरअसल, बटर ऑयल कई फ्लेवर्स में आते हैं। इसमें एक खास प्रकार की सुगंध होती है। इससे बेक्ड फूड्स, सॉसेज एवं अन्य प्रकार के फूड आइटम्स का स्वाद बढ़ने का दावा किया जाता है। इसके अलावा, मॉडरेट हीट कुकिंग के लिए बटर ऑयल ज्यादा मुफीद माना जाता है। यह देसी घी की तुलना में सस्ता होता है।
भारत में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार, बटर ऑयल (butter oil) का इस्तेमाल डाइटरी सप्लीमेंट के तौर पर किया जाता है। इससे डाइजेशन अच्छा रहता है। स्किन में चमक आती है। साथ ही यह आपके एनर्जी लेवल को भी बढ़ाता है।
बटर ऑयल विटामिन ए, डी, ई और के के साथ-साथ फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स, फैटी एसिड्स एवं विटामिंस बालों एवं नाखुनों के साथ आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। इससे इम्युनिटी लेवल भी बढ़ता है।
बटर ऑयल का अत्यधिक उपयोग कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। आप मोटापे की शिकार हो सकती हैं। इससे ब्लोटिंग, गैस एवं डायरिया की समस्या भी हो सकती है।
सबसे पहले मीडियम फ्लेम पर एक पैन रखें। इसे कुछ देर तक गर्म होने दें और फिर इसमें एक चम्मच घी (butter oil) डाल दें। अगर घी तुरंत पिघल जाए और गहरे भूरे रंग का हो जाए, तो समझें कि इसमें मिलावट नहीं है।
दूसरी ओर यदि घी पिघलने में समय लेता है और पीला हो जाता है तो यह मिलावटी है।
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