खाद्य पदार्थों को पकाने में असंतुलित रूप से इस्तेमाल होने वाले ऑयल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ज्यादातर लोगों को कुकिंग ऑयल से जुडी जानकारी नहीं होती, ऐसे में वे अपने खाद्य पदार्थों में असंतुलित रूप से किसी भी ऑयल का इस्तेमाल करते हैं। जिसकी वजह से खाद्य पदार्थों की असल गुणवत्ता छीन जाती है। हालांकि, ऐसा नहीं है की आपको ऑयल को पूरी तरह से स्किप कर देना चाहिए, यदि हेल्दी फैट युक्त सही कुकिंग आयल का चयन किया जाए तो यह आपके डिश में स्वाद जोड़ते हैं साथ ही आपकी सेहत फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
“लेस ऑयल कुकिंग” (Less oil cooking) या जीरो ऑयल कुकिंग (Zero oil cooking) काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है, जिसे लेकर बहुत से लोग यह सवाल कर रहे हैं, की क्या लेस ऑयल कुकिंग असल में फायदेमंद है? हमने इस सवाल का जवाब जानने के लिए डॉ. बिमल छाजेर फॉर्मर कंसलटेंट – एम्स, डायरेक्टर – साओल हार्ट सेंटर, नई दिल्ली से बात की। तो चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं, इस सवाल का जवाब।
डॉ. बिमल छाजेर कहते हैं “यह सच है कि कम तेल में खाना पकाना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। तेल का अधिक सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है, साथ ही वज़न बढ़ा सकता है, जिसके कारण हृदय संबंधी समस्यायों का खतरा बढ़ सकता है। नियमित खाद्य पदार्थों को पकाने में इस्तेमाल किए जाने वाले ऑयल की मात्रा को कम करने से आपका वेट मैनेज रहता है।
साथ ही हानिकारक फैट के सेवन को सिमित रखें, इससे ह्रदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। कम तेल का सेवन पाचन में भी मदद करता है। वहीं लो ऑयल कुकिंग के साथ सूजन और एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याओं से भी बचा जा सकता है।”
कम मात्रा में तेल का सेवन वजन घटाने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में आपकी मदद कर सकता है। एक चम्मच तेल में लगभग 120 कैलोरी होती है, साथ ही कुछ ऐसे ऑयल हैं, जिनमें काफी ज्यादा मात्रा में अनहेल्दी फैट होते हैं। इस प्रकार इनका सेवन आपके वजन में योगदान दे सकता है।
खाना पकाने के लिए कम तेल और हेल्दी कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करने से खाद्य पदार्थों में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट की मात्रा कम हो जाती है, जिससे हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। यह एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है और ब्लड प्रेशर को सामन्य रखने में मदद करता है।
यह भी पढ़ें : Heart Health : कोर्टिसोल और कोलेस्ट्रॉल दोनों हैं आपके दिल के दुश्मन, जानिए कैसे करना है इनसे बचाव
खाद्य पदार्थों में कम मात्रा में कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल डिश में फाइबर की मात्रा को बढ़ा देता है। इस प्रकार फाइबर एक बेहतर पाचन क्रिया के निर्माण में आपकी मदद कर सकता है। लेस ऑयल कुकिंग आपको ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याओं से दूर रहने में मदद करती है।
खाद्य पदार्थों में जब आप ऑयल इस्तेमाल नहीं करती, या बहुत कम ऑयल से कुकिंग करती हैं, तो आपके पास स्टीमिंग, बॉयलिंग और बेकिंग जैसे कुकिंग के हेल्दी विकल्प उपलब्ध होते हैं। इन कुकिंग मेथड के साथ डिश में मौजूद खाद्य पदार्थों के पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है।
आजकल बाजार में ज्यादातर ऑयल प्रोसेस्ड होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए इनसे जितना हो सके परहेज करें और यदि इस्तेमाल कर रही हैं, तो इसकी मात्रा का खास ध्यान रखें।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें“बेकिंग, स्टीमिंग या ग्रिलिंग जैसी स्वस्थ कुकिंग मेथड अपनाने से खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों को बनाए रखने में मदद मिलती है, साथ ही अतिरिक्त फैट की ज़रूरत कम हो सकती है। इसके अलावा, हेल्दी फैट वाले स्वस्थ तेल, जैसे कि एवोकाडो या जैतून के तेल का उपयोग करें, इससे स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, कम तेल में खाना पकाने को एक स्वस्थ आदत माना जाता है। इससे एक स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा मिलता है और कई पुरानी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है, जिससे यह एक आसान लेकिन शक्तिशाली आहार समायोजन बन जाता है।”
यह भी पढ़ें : Signs of Heart Blockage: इन संकेतों से जानें शरीर में बढ़ने लगा है हार्ट ब्लॉकेज का खतरा