ज्यादातर लोगों की शिकायत होती है कि बिजी शेड्यूल की वजह से वर्कआउट के लिए समय निकालना मुश्किल होता है। क्या कोई ऐसी पिल्स या दवा नहीं हो सकती है, जो वर्कआउट के लिए अल्टेरनेटिव बन कर आये। इससे शरीर को फिट रखने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। हालिया स्टडी इस बात की ओर इशारा करती है कि पिल्स एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधि का अल्टेरनेटिव नहीं हो सकती है। पिल्स मांसपेशियों को मजबूती तो दे सकते हैं। शरीर को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज (Weight loss pills) करनी ही पड़ेगी। जानते हैं क्या कहती है स्टडी?
अमेरिका के सेंट लुइस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैज्ञानिकों ने 10 साल तक लगातार शोध किया और एक कम्पाउंड बनाया। यह कंपाउंड वर्कआउट के फिजिकल बेनिफिट्स की नकल करने में सक्षम प्रतीत हो रहा है। यह कंपाउंड चूहों के शरीर में मौजूद कोशिकाओं के लिए लाभकारी देखा गया। इससे भविष्य में सप्लीमेंट तैयार किया जा सकता है। इस एक्सरसाइज पिल को नाम दिया गया है-SLU-PP-332 है। यह मसल्स हेल्थ पर सकारात्मक रूप से प्रभाव डालता है।
शोधकर्ताओं की टीम के अनुसार, यह कंपाउंड एक्सरसाइज के शारीरिक प्रभावों को दोहरा सकता है। एक्सरसाइज पिल विशेष रूप से मेटाबोलिज्म, डेवलपमेंट को बढ़ाने की क्षमता और मांसपेशियों के प्रदर्शन में सुधार कर सकता है। इससे हार्ट फेलियर और न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी सहित अन्य समस्याओं के इलाज करने का एक नया तरीका सामने आ सकता है।
निष्कर्ष में शोधकर्ताओं ने बताया कि पिल्स एक्सरसाइज के अल्टेरनेटिव नहीं बन सकते हैं। व्यायाम सभी स्तरों पर महत्वपूर्ण है। एक्सरसाइज के साथ-साथ अन्य शारीरिक गतिविधि भी करनी चाहिए। यह पिल मांसपेशियों में कमजोरी को दूर करने में मदद कर सकती है। यह स्वाभाविक रूप से उम्र बढ़ने के साथ या कैंसर जैसी कुछ आनुवंशिक स्थितियों के कारण व्यक्ति नियमित शारीरिक व्यायाम करने में असमर्थ हो सकता है। यह वजन घटाने वाली दवाओं के कारण होने वाली मांसपेशियों (Muscles loss) और वसा की हानि (Fat loss) का मुकाबला कर सकती है।
टीम द्वारा विकसित कम्पाउंड SLU-PP-332 शरीर में एस्ट्रोजन-संबंधित रिसेप्टर्स (एक प्रकार के हार्मोन रिसेप्टर) के रूप में जाने जाने वाले विशेष प्रोटीन को सक्रिय करता है। ये प्रोटीन हमारी मांसपेशियों में व्यायाम के प्रभाव को नियंत्रित करते हैं।
मसल्स स्टेम सेल स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है एस्ट्रोजन। दूसरी ओर टेस्टोस्टेरोन को मांसपेशियों को मजबूत करने वाले हार्मोन के रूप में जाना जाता है। महिलाओं में यह भूमिका एस्ट्रोजेन की होती है। एस्ट्रोजन Mc4r रिसेप्टर से जुड़ता है।
यह इसे सक्रिय करने में मदद कर सकता है। हाई एस्ट्रोजन स्तर के साथ Mc4r प्रोटीन उत्पादन में वृद्धि कर सकता है। हाई एस्ट्रोजन स्तर कम एस्ट्रोजन की तुलना में अधिक शारीरिक रूप से सक्रिय होते हैं।
अभी तक शोध यह प्रमाणित नहीं कर पाए हैं कि पिल्स एक्सरसाइज के अल्टेरनेटिव बन सकते हैं। इस बात के लिए संभावना जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसा हो सकता है। तब तक प्री-वर्कआउट और पोस्ट वर्कआउट के दौरान मांसपेशियों की मजबूती के लिए ड्रिंक लिए जा सकते हैं। पिल्स (Weight loss pills) से लेकर पाउडर, रेडी-टू-ड्रिंक और अन्य रूपों में सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं। ये प्रोडक्ट प्रदर्शन, फैट लॉस और मसल्स ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
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