एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में, 2012 से 2021 तक, हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में 54 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है। बीते दिनों हमें सडन हार्ट अटैक (heart attack) के कई मामले देखने को मिले। कुछ लोग इनमें से काफी यंग थे तो कुछ बहुत फिट भी थे। 2021 में हार्ट अटैक से 30 से 60 साल की उम्र के कुल 19,744 लोगों की मौत हुई।
ये हैरान और परेशान कर देने वाले आंकड़े, हमारा ध्यान सीधा कोविड – 19 पैनडेमिक (covid – 19 pandemic) की ओर आकर्षित कर रहे हैं। कि कहीं इन सब की वजह कोरोना तो नहीं? क्योंकि ऐसा देखने को मिला है कि कोरोना से पीड़ित लोग हार्ट अटैक का जल्दी शिकार हुये हैं। मगर क्या कोविड – 19 के जोखिम को कम करने वाली वैक्सीन (covid – 19 vaccine) इसमें कोई भूमिका निभाती है?
कई मामलों में ऐसा सामने आया है कि कोविड-19 न केवल फेफड़ों और श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। बल्कि यह हृदय (heart) और रक्त संबंधी (blood) कई समस्याओं का कारण भी बन सकता है जैसे:
हार्ट की मासपेशियों में दर्द होना
ब्लड क्लॉट बनना
दिल का दौरा, स्ट्रोक, आदि
दिल की धड़कन रुकना
कार्डियोमायोपैथी
मायोकार्डिटिस
पेरिकार्डिटिस
2021 कोक्रेन रिवियू ने 220 अध्ययनों की जांच की जिसमें कोविड -19 के कारण हृदय संबंधी समस्याएं पैदा हुई थीं। इसमें पाया गया कि कोविड -19 से जुड़ी सबसे आम दिल की समस्याएं हार्ट फेल (heart failure) होना है।
भले ही कोविड – 19 वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावी माना गया हो, लेकिन चिकित्सकों नें हार्ट हेल्थ और टीके के हल्के प्रभाव को पूरी तरह से इनकार नहीं किया है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) द्वारा किए गए एक आध्यान के अनुसार यह सामने आया था कि कोविड – 19 वैक्सीन हार्ट अटैक के जोखिम को थोड़ा बढ़ा सकती है, लेकिन यह पूरी तरह से साबित नहीं हो पाया था।
कई दोनों पहले अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने अपना बयान जारी कर लोगों से अपील की थी कि हृदय रोग से जूझ रहे सभी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगवानी चाहिए। इसमें वे लोग भी शामिल थे जिन्होंने पहले दिल का दौरा या स्ट्रोक (stroke) आ चुका है।
इस बारे में अधिक जानने के लिए हमने पूर्व अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा राज्य, M.B;B.S. एफसीजीपी, डीटीडी, डॉ. एस.एस. मुदगिल से बात की, जो कि वरिष्ठ चिकित्सक हैं। कोरोना वैक्सीन के बारे में बात करते हुये उन्होने कहा कि ये यह शरीर में सूजन यानी (inflammation) का कारण बन सकती है। तो इसका कई ऑर्गन्स पर प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन इस बारे में कोई सबूत नहीं है इसलिए कुछ कहा नहीं जा सकता है।
सेंटर फॉर डीजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, कुछ लोगों को कोविड-19 का टीका नहीं लगवाना चाहिए जैसे :
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