International Yoga Day : जानिए क्यों बिज़ी लाइफस्टाइल में और भी जरूरी है नियमित योगाभ्यास

सोशल सर्कल कम होने और स्क्रीन टाइम बढ़ने से लोग अनिद्रा, अवसाद और कमजोर इच्छाशक्ति के शिकार हो रहे हैं। वर्ल्ड योगा डे के मौके पर जानते हैं, योग कैसे आधुनिक जीवनशैली में आपके लिए उपयोगी है।
International yoga day par jaanein yog ka mahatv
वर्ल्ड योगा डे (International Yoga Day) के मौके पर जानते हैं, योग कैसे आधुनिक जीवनशैली में आपके लिए और भी उपयोगी है।चित्र : अडोबी स्टाॅक
ज्योति सोही Updated: 23 Oct 2023, 09:30 am IST
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योग हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। ये एक ऐसा मानसिक-शारीरिक और आध्यात्मिक व्यायाम है, जो हमारे तन, मन और आत्मा को संतुष्टि प्रदान करता है। योग के माध्यम से हमारे अंदर एक चेतना जागृत होती है, जो हमें रोज़मर्रा के जीवन में आने वाली छोटी बड़ी मुश्किलाें और उलझनों से बचा सकती है। इन दिनों तनाव एक ऐसी समस्या बन गया है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक हर किसी को प्रभावित कर रहा है। सोशल सर्कल कम होने और स्क्रीन टाइम बढ़ने से यह समस्या और भी जटिल होती जा रही है। नतीजतन लोग अनिद्रा, अवसाद और कमजोर इच्छाशक्ति के शिकार हो रहे हैं। वर्ल्ड योगा डे (International Yoga Day) के मौके पर जानते हैं, योग कैसे आधुनिक जीवनशैली में आपके लिए और भी उपयोगी है।

विश्व योग दिवस 2023 : वसुधैव कुटुम्बकम

योग के प्रचार और प्रसार के लिए मनाए जाने वाले इंटरनेशनल योगा डे ((International Yoga Day) का मकसद लोगों में स्वास्थ्य के प्रति सजगता पैदा करना है। इस साल विश्व योग दिवस 2023 की थीम वसुधैव कुटुम्बकम है यानि योग के माध्यम से संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए एकजुट होना। प्रति वर्ष मनाए जाने वाले योग दिवस के मौके पर विश्व भर में योग कार्यक्रम आयोजित किए जाते है, जिसमें बड़ी तादाद में लोग हिस्स्सा लेते हैं।

एनसीबीआई के मुताबिक योग के माध्यम से तनाव, चिंता और एंगजाइटी को दूर किया जा सकता है। एक कॉम्प्लीमेंटरी मेडिसिन (Complimentary medicine) के तौर पर प्रयोग किया जाने वाला योग बिना दवा के आपके शरीर को तंदुरूस्त बनाता है।

Yoga ke laabh janein
योग के माध्यम से हमारे अंदर एक चेतना जागृत होती है, जो हमें रोज़मर्रा के जीवन में आने वाली छोटी बड़ी मुश्किलाें और उलझनों से बचा सकती है। चित्र : अडोबी स्टाॅक

योग तनाव में कैसे है मददगार

मेंटल हेल्थ फाउंडेशन के मुताबिक तनाव महसूस करने वाले 51 फीसदी लोगों में तनाव का कारण उदासी रहा। 61 फीसदी ने चिंतित महसूस करने की जानकारी दी। वहीं 16 फीसदी लोगों ने खुद को नुकसान पहुंचाया। वहीं 32 फीसदी लोगों में आत्मघाती यानि खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार पनपने लगे। इसके अलावा तनाव महसूस करने वाले 37 फीसदी लोगों ने अकेलापन महसूस करने की शिकायत की।

yoga ki shakti
योगासनों का नियमित अभ्यास शरीर को तंदरूस्त बनाता है।

18 से 24 साल की उम्र के के 49 फीसदी लोगों में उच्च स्तर का तनाव अनुभव किया गया है। ये तनाव किसी भी एजग्रुप के मुकाबले सबसे ज्यादा है। वहीं 36 महिलाएं अपनी काया और काम के चलते तनाव में रहती हैं। वहीं पुरूषों की तादाद 23 फीसदी है।

योगाचार्य सौम्या चावला के मुताबिक योग एक साधना है। योग हमारे मन को शांत रखने का कार्य करता है। हमें मानसिक और शारीरिक तौर पर मज़बूत करता है। इसे करने से हमारे अंदर उत्साह ओैर उमंग भर जाती है। शुरूआत में कुछ मिनटों का योग आपके पूरे दिन को योगमय बना देता है। दिनभर में एक घंटा किया गया योग आपके बाकी 23 घंटों को एनर्जी प्रदान करने का काम करता है।

Yoga karne ke fayde
दिनभर में एक घंटा किया गया योग आपके बाकी 23 घंटों को एनर्जी प्रदान करने का काम करता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

योग से पहले करें ये तैयारियां 

  • सबसे पहले योग के लिए बॉडी को ट्यून करें।
  • अब दो मिनट के लिए अपनी आंखे बंद कर लें। धीरे धीरे अपने आप को रिपेयर करें।
  • ऐसे में आप पाएंगे कि आपका मन अब ठीक हो रहा है। आप खुद को पहले से हल्का महसूस कर रहे हैं।
  • अंदरूनी परेशानी दूर हो रहा है। शुरूआत में प्रयास केवल दो मिनट का करें। उसके बाद इसकी अवधि बढ़ा सकते हैं।

जब भी मन अशांत हो, तो जरूर करें इन 2 योगासनों का अभ्यास 

1. भ्रामरी प्राणायाम

मन को शांत करने के लिए ये एक प्रभावी योग है। इसे करने के लिए मैट पर सीधे बैठ जाएं। पीठ को सीधा रखें और आंखों को धीरे धीरे बंद कर दे। अब गहरी सांस लें और धीरे धीरे छोड़ें। इसके बाद इंडेक्स फिंगर्स को कानों पर रखें। इसके बाद तेज़ आवाज़ निकालें। इससे मानसिक शांति का अनुभव होने लगता है। इस योग को करने के लिए खुली हवा में बैठें।

2. सलम्ब सर्वांगासन

इस योग को करने से शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है और मन भी शांत रहता है। नर्वस सिस्टम को शांत करने वाले इस योग को नियमित तौर पर करने से चिंता और तनाव दूर होने लगते हैं। इसे करने के लिए पीठ के बल मैट पर लेट जाएं। उसके बाद पैरों को उपर की ओर लेकर जाएं। अब चिन को छाती से छूएं। इस योग को कुछ सेकण्डस तक करने का प्रयास करें।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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