आजकल लोग बॉडी शेमिंग से काफी ज्यादा परेशान हैं। छोटी उम्र से ही स्कूल में बच्चों को मोटा-मोटा कहकर संदर्भित किया जाता है। इसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए हमेशा वजन की बजाए फिटनेस पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है। शरीर के आकार और वजन की कोई सामाजिक सीमा तय नहीं होनी चाहिए। डाइटिंग के इस ट्रेंड में कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने सालों से अपना पसंदीदा भोजन नहीं खाया होगा।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए हर साल 6 मई को इंटरनेशनल नो डाइट डे के रूप में मनाया जाता है। तो इस मौके पर क्यों न अपने टेस्टबड्स को आजाद किया जाए।
अपना पसंदीदा खाना खाना गलत नहीं है, परंतु इसके साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अपनी हेल्दी डाइट को नजरअंदाज करते हुए कभी कभार चीट मील एन्जॉय करना गलत नहीं है। परंतु चीट मील एन्जॉय करने के दौरान की गई आपकी कुछ गलतियां आपकी सारी मेहनत को बर्बाद कर सकती हैं।
हेल्थ शॉट्स पर हम उन गलतियों की तरफ आपका ध्यान आकर्षित कर रहे हैं, जो आपकी वेट लॉस जर्नी को मुश्किल बना देती हैं।
हर साल 6 मई को इंटरनेशनल नो डाइट डे यानी वह दिन मनाया जाता है जब आपको आहार के मामले में किसी भी तरह के निषेध को अस्वीकार करना है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य सभी व्यक्तियों को उनके शरीर को स्वीकृति देने और सभी प्रकार के शारीरिक आकार को स्वीकार करने के प्रति जागरूकता फैलाना है।
लोगों ने अपने पैमाने के अनुसार शरीर के आकार और वजन की एक निर्धारित सीमा तय कर दी है। यदि व्यक्ति तय की गई सीमा के अंदर आता है तो वह फिट है। यदि व्यक्ति का आकार और वजन सीमा से ज्यादा है, तो उन्हें मोटापे की श्रेणी में रखा जाता है।
हालांकि, मोटापा कई समस्याओं की जड़ है और इसे कंट्रोल किया जाना जरूरी है। पर इसका यह अर्थ नहीं कि आप अपने वजन के हर किलो पर तनाव लेना शुरू कर दें।
हर किसी का शरीर अलग आकार का होता है। यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं की सभी महिलाओं का फिगर जीरो हो और सभी के c कर्व बनता हो।
हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में मनिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा से बात की। उन्होंने डाइट चीट करते वक़्त की जाने वाली कुछ आम गलतियों के बारे में बताया है।
कई लोग चीट मील की जगह चीट डे प्लान कर लेते हैं और यह उनकी सबसे बड़ी भूल है। अपने टेस्टबड्स को शांत करने के लिए कुछ दिनों में एक बार अपना मनपसंद खाना खाना गलत नहीं है, परंतु चीट डे प्लान करना यानी कि पूरे दिन अनहेल्दी खाते रहना पूरी तरह से गलत है।
ऐसा करने से आप 1 दिन में ही इतनी ज्यादा कैलोरी ले लेती हैं जितनी अपने पूरे हफ्ते में बर्न की थी। यह आपके वेट लॉस डाइट पर काफी नकारात्मक असर डालता है। अचानक से अनहेल्दी खाने से आपकी शारीरिक गतिविधियों और ऊर्जा शक्ति पर भी असर पड़ता है। आप लंबे समय तक चीट हैंगओवर में रह सकती हैं।
यदि आपको बार-बार डाइट चीट करने की आदत है, तो यह आपकी वेट लॉस डाइट के परिणाम को काफी धीमा कर देता है। इस दौरान आपको जंक फूड्स, शुगर और अन्य अनहेल्दी फूड्स की आदत हो जाती है, जो आपके डाइट के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इसलिए हमेशा मील चीट करने का एक निर्धारित समय तय करें। उसके अलावा कोशिश करें कि आप कुछ अनहेल्दी न खाएं। ऐसा करना आपके डाइटिंग को अधिक प्रभावी बनाएगा।
यदि आप चीट मील के दौरान ओवरईटिंग करती हैं तो यह वेट गेन का कारण बन सकता है। मान लेते हैं कि आप आम दिनों में लंबे समय से दो चपाती खाती आ रही हैं और अचानक से 5 चपाती खा लेती हैं, तो इस स्थिति में आपका शरीर इसे कंज्यूम नहीं कर पाता और यह फैट के रूप में शरीर में स्टोर हो जाता है। अचानक से बढ़ने वाला कैलरी अकाउंट आपकी की गई मेहनत पर पानी फेर सकता है।
मील चीट करते वक़्त खाद्य पदार्थों की मात्रा का जरूर ध्यान रखें। चीट मील का मतलब अपना मन पसंदीदा खाना खाना है, इसका मतलब यह नहीं कि आपको अपनी नियमित डाइट की मात्रा से अधिक भोजन करना है।
चीट मील का मतलब यह नहीं कि आप उस दिन अपने वर्कआउट को स्किप कर दें। आपको याद रखना चाहिए कि आप पहले से ही एक्स्ट्रा कैलरी ले रही हैं, इसके अलावा जब आप वर्कआउट नहीं करती तो यह कैलरी आपके शरीर में स्टोर होता है और फैट का कारण बन सकती है।
जब आप चीट मील प्लान कर रही होती हैं तो उस दौरान आप क्या खा रही है इसका खास ध्यान रखने की जरूरत है। चीट मील का मतलब बिल्कुल भी यह नहीं है कि आप अनहेल्दी, रिफाइंड, प्रोसेस और एडेड शुगर युक्त जंक फूड का सेवन करें। यह आपके शरीर में कैलरी और फैट को बढ़ावा देने के साथ ही एक अनहेल्दी लाइफस्टाइल की निशानी है। इसलिए सोच समझकर और सही खाद्य पदार्थों का चयन करें।
वहीं चीट मिल में अल्कोहलिक ड्रिंक्स को शामिल करना भी उचित नहीं है। एल्कोहलिक ड्रिंक जैसे कि बियर कैलरी से भरपूर होते हैं। इसके अलावा जब आप टिप्सी होती हैं, तो आपको अधिक क्रेविंग्स होती है और चीट डे के दिन अल्कोहल को शामिल करने से आप अधिक मात्रा में अनहेल्दी खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती हैं। जो आपकी पूरी मेहनत पर पानी फेर देगा। इसलिए इस बातों का ध्यान जरूर रखें।
डाइटिंग का मतलब खुद को पनिशमेंट देना नहीं है। कोई भी डाइटिशियन आपको अपने क्रेविंग को पूरी तरह से सैक्रिफाइस करने के लिए नहीं कहते हैं। अदिति के अनुसार स्ट्रिक्ट डाइट प्लान वेट लॉस में तो मदद करता है परंतु अन्य कई रूपों में आपके लिए घातक हो सकता है। वेट लॉस की प्रक्रिया को संयम के साथ लेकर चलना चाहिए। छोटा-मोटा ब्रेक और अपने टेस्टबर्ड्स को संतुष्ट करने से आपको नुकसान नहीं पहुंचेगा।
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