13 अगस्त को दुनिया भर में बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों के लिए समर्पित किया गया है। आप खुद या आपके आसपास भी कोई न कोई व्यक्ति ऐसा जरूर होगा जो दाएं हाथ की बजाए बाएं हाथ से काम करता है। बाएं हाथ से काम करने वाले कई नामचीन लोग भी हैं। क्या आपने उनमें कुछ अनकॉमन देखा है? आखिर क्यों वे दूसरों से अलग होते हैं? या क्या वे दूसरों से ज्यादा स्मार्ट होते हैं? आइए जानते हैं इंटरनेशनल लेफ्ट हैंडर्स डे (international left hander’s day 2021) के उपलक्ष्य में ऐसे ही कुछ खास तथ्य।
आज से कई साल पहले डीन आर कैम्पबेल जो कि लेफ्ट हैंडर थे,ने पहली बार 13 अगस्त को वर्ल्ड लेफ्ट हेंडर्स डे सेलिब्रेट किया। तब से हर साल इस दिन को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य था बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों को इसकी विशेषता और फायदे या नुकसान के बारे में जागरूकता फैलाना।
एनसीबीआई की एक रिसर्च के मुताबिक यह एक आम एक्टिविटी है जो या तो जेनेटिक या फिर सीखने की कला और आपके ब्रेन की शेप पर निर्भर करती है। हालांकि राइट हैंड प्रयोग करने के मुकाबले लेफ्ट हैंड प्रयोग करने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। इनका अनुपात है 85 और 10। जबकि 5% लोग ऐसे भी हैं, जो दोनों हाथों का प्रयोग करते हैं। मेडिकल टर्म में उन्हें क्रॉस वायर्ड बोला जाता है।
यह कोई बीमारी नहीं है। यह सिर्फ आपके शुरुआत से सीखने की प्रक्रिया पर निर्भर करता है। उसी वजह से किसी को सीधा हाथ प्रयोग करने में आसानी होती है, तो किसी को उल्टा हाथ।
2007 में किए गए एक शोध, जर्नल ऑफ इंडियन एकेडमी ऑफ़ अप्लाइड साइकोलॉजी के अंतर्गत पाया गया कि जो लोग बाएं हाथ से काम करते थे, उन्होंने अपना काम जल्दी पूरा किया। जबकि दाएं हाथ से काम करने वाले लोगों को थोड़ा अधिक समय लगा।
इसके अलावा एक दूसरे शोध जर्नल ब्रेन में भी किया गया कि लेफ्ट हैंड और राइट हैंड से काम करने वाले लोगों में जैनेटिक अंतर भी होता है। इस शोध के मुताबिक लेफ्ट हैंड से काम करने वाले लोग ज्यादा स्मार्ट होते हैं।
तुलसी हेल्थ केयर के मनोचिकित्सक डॉक्टर गौरव गुप्ता के अनुसार मां के पेट में ही यह तय हो जाता है कि बच्चा कौन सा हाथ प्रयोग करेगा। यह बात कई शोधों में भी साबित हो चुकी है। बच्चे को अपने मां-बाप से एक खास प्रकार का जीन अनुवांशिक तौर पर मिलता है, जिसकी वजह से बच्चा लेफ्टी या लेफ्ट हैंडर बनता है।
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इस गुण का दूसरा मुख्य कारण है कि आप किन परिस्थितियों में अपने उल्टे हाथ का प्रयोग कर रहे हैं। बचपन से ही जब आप उल्टे हाथ से ज्यादा काम करते हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा आसान हो जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार आपके मस्तिष्क की बुनावट भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। दरअसल आपका दिमाग दो हिस्सों में बटा हुआ होता है। बाएं और दाएं हिस्से में बायां हिस्सा शरीर के दाएं हिस्से को कंट्रोल करता है। जबकि दायां हिस्सा शरीर के बाएं हिस्से को कंट्रोल करता है। यानी कि आपके दिमाग का जो हिस्सा ज्यादा एक्टिव होगा, आपके शरीर का विपरीत हिस्सा उतना ही एक्टिव होगा।
लेकिन जिनके दिमाग के दोनों हिस्से सक्रिय होंगे वह अपने दोनों हाथों से बराबर रूप से काम कर पाएंगे। यह हम कह सकते हैं कि राइट हैंड या लेफ्ट हैंड का प्रयोग आपका दिमाग तय करता है।
तो लेडीस अगर आज के बाद आपसे कोई दाएं हाथ को यानी कि लेफ्ट हैंड को प्रयोग करने के लिए मना करता है। तो आप उनको यह तथ्य बता सकते हैं आप अपने सुविधा के अनुसार हाथ का प्रयोग करें।
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