65 देशों को अपना शिकार बनाने के लिए अब मंकीपॉक्स नें भारत (Monkeypox in India) में भी दस्तक दे दी है। केरल में एक 35 वर्षीय व्यक्ति जो तीन दिन पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटा था, उसके इस बीमारी से पीड़ित होने की आज पुष्टि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इसे ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया है। लोगों की चिंता इस बात से भी बढ़ गई है कि मंकीपॉक्स का वायरस किसी अन्य यौन संचरित रोग (monkeypox transmission by sex) की तरह सेक्स के माध्यम से भी फैल सकता है।
मंकीपॉक्स के लिए इंक्यूबेशन पीरियड लगभग 1-2 सप्ताह है। इसके प्रमुख लक्षणों में (Monkeypox Symptoms) बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द शामिल है। इसमें कुछ दिनों बाद लिम्फ नोड में वृद्धि होना, जिसमें चेहरे पर पहले दाने विकसित होने लगते हैं और फिर शरीर के अन्य भागों में फैल जाते हैं।
सीडीसी के अनुसार ट्रेवल कर रहे लोगों को कम से कम 3 सप्ताह तक खुद को हॉस्पिटल या किसी आईसोलेशन में रखना चाहिए। क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार इसके फैलने का तरीका बिल्कुल किसी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डीजीज (STI) के समान है।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ और एचआईवी / एसटीडी के सलाहकार डॉ. ईश्वर गिलाडा ने ट्विटर के माध्यम से कहा है कि मंकीपॉक्स किसी भी अन्य यौन संचारित रोग की तरह है और यह कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसे इमेर्जेंसी की तरह घोषित क्यों नहीं कर रहा है।
डॉ गिलाडा ने एएनआई को बताया “डब्ल्यूएचओ इसे घोषित नहीं कर रहा है क्योंकि यह उन लोगों के खिलाफ किसी तरह का भेदभाव पैदा करेगा जो वर्तमान में इससे संक्रमित हैं।” उनका यह बयान केरल में देश में पहला मामला सामने आने के बाद यह आया है।
बता दें कि लगभग 99% मामले वर्तमान में ऐसे हैं जिनमें पुरुष किसी अन्य पुरुष के साथ यौन संबंध में है। ऐसे लगभग 80% मामले यूरोप, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में हैं”।
विशेष रूप से, डॉ. गिलाडा के पुरुषों में सेक्स के कारण मंकीपॉक्स फैलने के बयान की पुष्टि डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट से संबन्धित है जो इस साल मई में सामने आई थी। आज तक, 50 से अधिक देशों में इस बीमारी के कुल 10,000 से अधिक पुष्ट मामले हैं और उनमें से अधिकांश यूरोप में हो रहे हैं।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) का कहना है कि यह बीमारी उन लोगों के बीच फैल सकती है जो साथ रहते हैं या सेक्सुअली एक्टिव हैं। इससे यह भी पता चलता है कि मंकीपॉक्स वाहक द्वारा संक्रमित वस्तुओं और कपड़ों (कपड़े, बिस्तर या तौलिये) को छूने सहित अंतरंग संपर्क से भी संक्रमण हो सकता है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंयह भी पढ़ें : अगर आप भी विदेश यात्रा की तैयारी कर रहीं हैं, तो मंकीपॉक्स से सावधान रहना है जरूरी