सोशल मीडिया पर इन दिनों कई तरह के वर्कआउट वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं। सेलेब्स से लेकर फिटनेस फ्रीक तक आपके साथ अपने फिटनेस मंत्र साझा कर रहे हैं। जिनसे आप घर में रहकर ही बेहतर फिटनेस पा सकती हैं। पर हम आपको एक ऐसा तरीका बता रहे हैं जिसके लिए आपको ज्यादा एक्यूपमेंट की भी जरूरत नहीं होगी। यह आपको शारीरिक फिटनेस के साथ ही और भी बहुत सारे लाभ देता है।
हाइपरटेंशन पर आधारित एक अमेरिकी पत्रिका में प्रकाशित शोध में यह दावा किया गया है कि पिलाटे के नियमित अभ्यास से उन युवतियों के कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिन्होंने हाल ही में बहुत ज्यादा वजन बढ़ा लिया है।
बेयॉन्सेे और एमा स्टोयन जैसी सेलिब्रिटी की एंडोर्समेंट सिरीज के अलावा एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2018 में 9 मिलियन युवाओं में पिलाटेज लोकप्रिय हुआ है।
अमेरिका में यह सबसे ज्यादा लोकप्रिय वेलनेस रूटीन्स में से एक बन गया है, जिसमें कोर स्ट्रेंथ, फ्लेक्सिबिलिटी, बॉडी पोश्चर और श्वास पर नियंत्रण पर जोर दिया जाता है।
यह वही समय है जब युवाओं में बढ़ता मोटापा एक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा बन गया है।
अब जब यह प्रमाणित हो चुका है कि कार्डियोवस्कुलर हेल्थ का ख्याल रखने का बीज मंत्र व्यायाम ही है। पर मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में रूटीन एक्सरसाइज उतना काम नहीं कर पाती। कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को सुधारने में पिलाटेज के फायदों पर मीडिया में कई तरह की खबरें आने के बावजूद इस संबंध में अभी तक वैज्ञानिक दस्तावेज दुर्लभ ही थे।
यह मोटापे से ग्रस्त महिलाओं के हृदय स्वास्थ्य को ज्यादा बेहतर तरीके से संभालने वाला व्यायाम है।
शोधकर्ताओं ने 12 सप्ताह के मैट पिलाटेज के लिए 30-40 किग्रा/एम2 के बीच बॉडी मास इंडेक्सव और उच्चा रक्तचाप से ग्रस्त 19-27 वर्षीय मोटापे से ग्रस्ता महिलाओं का अध्ययन किया। प्रतिभागी पुरानी बीमारियों से मुक्त थीं, धूम्रपान नहीं करती थीं और प्रति सप्ताह 90 मिनट से भी कम व्यायाम करती थीं।
हर सप्ताह एक-एक घंटे के तीन ट्रेनिंग सेशन थे, जिन्हें निम्नलिखित चरणों में विभाजित किया गया था: प्रारंभिक वार्म-अप और स्ट्रेच (10 मिनट), सामान्य मैट पिलाटेज प्रैक्टिस (40 मिनट), और कूल डाउन (10 मिनट)। यह ट्रेनिंग 12 सप्ताह तक जारी रही, जिसमें हर एक्सलरसाइज के समय को धीरे-धीरे बढ़ाया गया।
हर सेशन एक सर्टिफाइड पिलाटे इंस्ट्रक्टर के निर्देशन में हुआ। यह पहला अध्ययन है जिसमें पाया गया कि मैट पिलाटेज धमनियों में मौजूद स्टिफनेस, रक्तज के दबाव को कम करने के साथ ही रक्तेचाप को भी संतुलित करते हैं।
शोधकर्ताओं ने कहा, “हमने अनुमान लगाया कि मैट पिलाटेज मोटापे से ग्रस्त, युवा महिलाओं में हाइपरटेंशन के जोखिम को कर सकता है। हमारे निष्कर्ष इस बात का प्रमाण देते हैं कि मैट पिलाटेज रक्त चाप, धमनी कठोरता और शरीर के मोटापे को नियंत्रित कर हृदय स्वा स्य् प को लाभ पहुंचाते हैं।”
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कस्टमाइज़ करेंवे आगे कहते हैं,“ क्योंकि ऐसा देखा गया है कि मोटे लोग पारंपरिक व्यायाम (एरोबिक और रेसिस्टेंस बेस्ड एक्सरसाइज दोनों) का पालन कम कर पाते हैं। ऐसे में मैट पिलाटे मोटापे से ग्रस्त युवा वयस्कों में उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी जोखिम को कम करने में एक प्रभावी व्यायाम विकल्प साबित हो सकता है! ”
तो, अब आपके पास पिलाटेज करने के और भी बहुत से कारण हैं।