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कोविड वैक्सीन नहीं, खराब लाइफस्टाइल है युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का कारण, ICMR ने पेश की रिपोर्ट

ICMR ने वैक्सीन को लेकर फ़ैली इस गलतफहमी को दूर करते हुए इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में एक रिपोर्ट पेश की है। जिसमें बताया गया कि कोविड-19 टीकाकरण के बाद युवाओं में अचानक होने वाली मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है
Published On: 23 Nov 2023, 08:00 pm IST
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ICMR ने बताया कि युवाओं की अचानक मृत्यु कोविड वैक्सीन की वजह से नहीं हो रही है । चित्र : शटस्टॉक

दिसंबर 2019 में शुरू हुए कोरोना के कहर से सभी लोग वाकिफ हैं। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे जैसे कोविड का प्रकोप खत्म होने लगा वैसे ही देशभर से कई ऐसी खबरें सामने आने लगी, जिससे पूरे देश में तनाव का एक माहौल पैदा हो गया। दरअसल, पिछले कुछ दिनों में युवाओं में हार्ट अटैक और उससे मौत के मामलों में तेजी आई है। लोगों में यह संदेह फैलने लगा था कि कहीं यह कोविड वैक्सीन का साइड इफैक्ट तो नहीं?

लगातार बढ़े हैं युवाओं में हार्ट अटैक के मामले

कभी जिम में वर्कआउट करते हुए, तो कभी किसी पार्टी में डांस करने के दौरान युवाओं की होने वाली मृत्यु में लोगों का मानना था कि इसमें वैक्सीन जिम्मेदार है। कई लोगों का कहना था कि भारत में जो कोविड वैक्सीन लगाई गई, वो व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को कमज़ोर करके, हार्ट हेल्थ को खराब करती है।

लेकिन हाल ही में इंडियन सेंटर ऑफ मेडिकल रिसर्च ने लोगों के इन सभी दावों को गलत करार दिया है। इसके लिए उन्होंने एक स्टडी भी पेश की है। इसमें बताया गया कि युवाओं में पिछले कुछ समय में हुई अचानक मौतों के पीछे वैक्सीन नहीं, बल्कि उनकी खराब दिनचर्या जिम्मेदार थी।

कोविड के बाद हार्ट संबंधी समस्याओं में बढ़ोतरी हुई है। चित्र- अडोबीस्टॉक

क्या कहती है ICMR की रिपोर्ट ?

ICMR ने वैक्सीन को लेकर फ़ैली इस गलतफहमी को दूर करते हुए इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में एक रिपोर्ट पेश की है। जिसमें बताया गया कि कोविड-19 टीकाकरण के बाद युवाओं में अचानक होने वाली मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है, बल्कि वैक्सीन के एक डोज़ लेने से इसका खतरा कम हो गया है।

इसके साथ ही रिपोर्ट मे बताया गया कि इन मौतों में कोविड-19 की गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती होना , सडन डेथ की कोई फैमिली हिस्ट्री होना, शराब का सेवन और अव्यवस्थित दिनचर्या युवाओं की अचानक होने वाली मौत के मुख्य कारण हैं।

कैसी की गई स्टडी?

स्टडी के बारें में जानकारी देते हुए इंडियन सेंटर ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया कि इस रिसर्च को करने में कुल डेढ़ साल का लंबा समय लगा, जिसमें 18 से 45 वर्ष के उन लोगों को शामिल किया गया जिनकी मृत्यु 1 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2023 तक बिना किसी स्पष्ट कारण के हुई। साथ ही ICMR ने यह भी बताया कि इस स्टडी में कुल 729 ऐसे मामलों को देशभर के 47 टेरिटरी केयर और बड़े अस्पतालों से इकट्ठा किया गया। जिसके बाद यह पता चला कि कोविड वैक्सीन युवाओं में हुई अचानक मृत्यु का कारण नहीं है।

लाइफस्टाइल संबंधी समस्या है इसका कारण

ICMR ने अपनी इस रिपोर्ट में अचानक होने वाली इन मौतों के कारण में बताया कि अधिकतर मामलों में यह देखा गया कि जिन लोगों की अचानक मृत्यु हुई है, उन्होंने 48 घंटे पहले भारी मात्रा में शराब पीना, ड्रग्स सहित तमाम तरह के नशीले पदार्थ लेना या इंटेंस मात्रा में फिजिकल एक्टिविटी जैसे कार्य किए है। साथ ही ICMR ने अनियमित दिनचर्या को भी इस तरह की मृत्यु का जिम्मेदार बताया है।

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पोषक तत्वों से भरपूर भोजन हार्ट संबंधी समस्याओं का जोखिम कम करते है। चित्र : अडोबी स्टॉक

अपनी दिनचर्या में सुधार करके रख सकते है हार्ट को हेल्दी

आजकल की व्यस्त और भागदौड़ भरे जीवन में लोगों को अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करने का भी समय नहीं हैं, जिसके कारण कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है। ऐसे में खुद के हार्ट को हेल्दी बनाएं रखने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना एक बेहतर विकल्प है।

1 पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी

पर्याप्त नींद लेना हार्ट हेल्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसमें कई तरीकों से हार्ट को लाभ मिलता है क्योंकि पर्याप्त नींद लेने से शारीरिक और मानसिक तनाव कम होता है और स्ट्रेस के कारण होने वाले तमाम तरह के नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है। वहीं, इसके साथ ही नींद की कमी से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जो हार्ट के लिए हानिकारक होता है इसलिए पर्याप्त नींद लेने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।

2 स्वस्थ आहार है बेहतर हार्ट हेल्थ का आसान तरीका

स्वस्थ आहार लेने से हार्ट हेल्दी रहता है। स्वस्थ आहार में कम सैच्युरेटेड और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करे क्योंकि ऐसे आहार के सेवन करने से आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर कम रह सकता है, और इससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो भी होता है। फल, सब्जियां, दालें, और पूरे अनाज फाइबर का अच्छा स्रोत हैं।

3 शारीरिक जरूरत के हिसाब से ही करें व्यायाम

अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग आपकी शारीरिक क्षमता और जरूरत से ज्यादा व्यायाम करते है, जिससे उन्हें हार्ट संबंधी कई समस्याएं होने का खतरा रहता है। हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट करने से मांसपेशियों सहित शरीर के अंदरूनी हिस्सों पर भी दबाव पड़ता है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकते है।

यह भी पढ़ें: ठंड के दिनों में फिर बढ़ सकते हैं कोरोनावायरस के मामले, चीन में कोविड को लेकर अलर्ट जारी

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
कार्तिकेय हस्तिनापुरी
कार्तिकेय हस्तिनापुरी

पिछले कई वर्षों से मीडिया में सक्रिय कार्तिकेय हेल्थ और वेलनेस पर गहन रिसर्च के साथ स्पेशल स्टोरीज करना पसंद करते हैं। इसके अलावा उन्हें घूमना, पढ़ना-लिखना और कुकिंग में नए एक्सपेरिमेंट करना पसंद है। जिंदगी में ये तीनों चीजें हैं, तो फिजिकल और मेंटल हेल्थ हमेशा बूस्ट रहती है, ऐसा उनका मानना है।

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