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गट बैक्टीरिया बन सकता है वजन बढ़ने, मूड स्विंग्स और सूजन का कारण, जानिए इसे कैसे बैलेंस करना है

हमारे पाचन के लिए हमारे आंतों में पाई जाने वाली गट बैक्टीरिया का सीधा संबंध हमारे दिमाग से है। अगर किन्हीं कारणों से ये बैक्टीरिया हमारे शरीर में इमबैलेन्स (how to balance gut bacteria) हुआ तो यह हमारे दिमाग को समस्या दे सकता है।
Updated On: 25 Feb 2025, 11:01 am IST
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how to balance gut bacteria
गट बैक्टीरिया के दिमाग पर बुरे असर भी हो सकते हैं लेकिन इससे बचा जा सकता है। चित्र - अडोबीस्टॉक

अंदर क्या है

  • क्या हैं गट बैक्टीरिया 
  • गट बैक्टीरिया के असर 
  • दिमाग पर क्या असर डालता है गट बैक्टीरिया 

ऐसे तो पेट और दिमाग दोनों का काम एक दूसरे से बिल्कुल उलट है लेकिन क्या आपको पता है ये दोनों एक दूसरे से इस तरह जुड़े हुए हैं कि एक में हुई गड़बड़ी, दूसरे का खेल बिगाड़ सकती है। जैसे हमारे पाचन के लिए हमारे आंतों में पाई जाने वाली गट बैक्टीरिया का सीधा संबंध हमारे दिमाग से है। अगर किन्हीं कारणों से ये बैक्टीरिया हमारे शरीर में इमबैलेन्स हुआ तो यह हमारे दिमाग को समस्या दे सकता है। आज हम यही समझने वाले हैं। एक्सपर्ट की मदद से और ये भी समझेंगे कि ऐसी सूरत में बचाव के तरीके  (how to balance gut bacteria) क्या हैं। 

क्या हैं गट बैक्टीरिया? (What is gut bacteria)

गट बैक्टीरिया वो छोटे-छोटे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे पेट और आंतों में रहते हैं। ये बैक्टीरिया हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं और पाचन से लेकर इम्यून सिस्टम के काम में मदद  करते हैं। इन बैक्टीरिया को हम गट माइक्रोबायोम भी कहते हैं। हर इंसान के शरीर में अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया  (how to balance gut bacteria) होते हैं जो उसके खाने की आदतों, लाइफस्टाइल और जीन पर निर्भर करते हैं।

गट बैक्टीरिया के काम  (how to balance gut bacteria)

  1. पाचन में मदद

हमारे खाने को पचाने में  गट बैक्टीरिया  (how to balance gut bacteria) मदद करते हैं, खासकर उन चीजों को जो हम खुद नहीं पचा सकते, जैसे फाइबर। ये बैक्टीरिया फाइबर को छोटे हिस्सों में तोड़ते हैं जिससे शरीर उसे आसानी से सोख सकता है।

 

  1. विटामिन्स बनाना

शरीर के लिए गट बैक्टीरिया कुछ जरूरी विटामिन्स भी बनाते हैं। जैसे, विटामिन B12 और K, जो हमारे शरीर के सही तरीके से काम करने के लिए जरूरी हैं। B12 खासकर हमारे नर्वस सिस्टम और खून के लिए अहम होता है जबकि विटामिन K हड्डियों और खून बनाने में मदद करता है। तो अगर हमारे शरीर में गट बैक्टीरिया पर्याप्त मात्रा  (how to balance gut bacteria) में नहीं हैं तो इन विटामिन्स की कमी हो सकती है। और इसका सीधा असर हमारे हेल्थ पर भी पड़ेगा।

 

  1. इम्यून सिस्टम के लिए 

 ये बैक्टीरिया हमारे शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए मदद करते हैं। गट बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को सही तरीके से काम करने में सहारा देते हैं।दरअसल ये न सिर्फ शरीर के लिए काम करते हैं बल्कि शरीर में ऐसे बैक्टीरिया से भी लड़ते हैं जो हमें नुकसान  (how to balance gut bacteria) पहुंचाते हैं। 

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गट बैक्टरिया से ब्रेन का कनेक्शन  (how to balance gut bacteria)

ब्रेन (दिमाग) और गट बैक्टीरिया (जो हमारे पेट में होते हैं) के बीच एक खास कनेक्शन होता है। गट और ब्रेन आपस में जुड़े होते हैं, जिसे गट-ब्रेन एक्सिस कहते हैं। मतलब, जो बैक्टीरिया हमारे पेट में होते हैं, उनका असर हमारे दिमाग  (how to balance gut bacteria) पर भी पड़ सकता है।

  1. मूड और इमोशन्स पर असर

हार्वर्ड हेल्थ की एक रिपोर्ट कहती है कि गट बैक्टीरिया हमारे मूड पर भी असर डालते हैं। पेट में मौजूद ये बैक्टीरिया सेरोटोनिन नाम का एक केमिकल बनाते हैं जो हमारी खुशी और मूड को कंट्रोल करता है। अगर गट बैक्टीरिया  (how to balance gut bacteria) ठीक से काम नहीं कर रहे होते तो इसका असर हमारे मूड और मानसिक स्थिति पर पड़ सकता है।

  1. इन्फ्लेमेशन (सूजन)

अमेरिकी संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट कहती है कि अगर गट बैक्टीरिया इमबैलेन्स होते हैं तो पेट में सूजन हो सकती है।

पसलियों को सेटरम से जोड़ने वाली उपास्थि की सूजन के कारण दर्द होता है। चित्र-अडोबी स्टॉक

यह सूजन ब्रेन तक भी पहुंच सकती है जिससे ब्रेन प्रोटीन और न्यूरोट्रांसमिटर्स पर असर पड़ सकता है। इसकी वजह से कई बार डिप्रेशन, एंजाइटी और बुरे केसेस में अल्जाइमर जैसी समस्याएं  (how to balance gut bacteria) भी देखी गई हैं। 

  1. न्यूरोट्रांसमिटर्स पर असर

पबमेड सेंट्रल नाम की संस्था की रिपोर्ट के अनुसार गट बैक्टीरिया हमारे शरीर में जरूरी प्रोटीन और केमिकल्स का प्रोडक्शन करते हैं। अगर गट बैक्टीरिया असंतुलित होते हैं तो यह ब्रेन के प्रोटीन और केमिकल्स को प्रभावित कर सकता है जो हमारी सोचने की क्षमता और मानसिक स्थिति पर असर डाल सकते हैं।

तो हाँ, गट बैक्टीरिया और ब्रेन का रिश्ता बहुत गहरा है। अगर पेट में बैक्टीरिया सही से काम नहीं कर रहे, तो इसका असर हमारे दिमाग और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। इसलिए गट की हेल्थ का ध्यान रखना हमारे मेंटल हेल्थ  (how to balance gut bacteria) के लिए भी जरूरी है।

इन 5 टिप्स के साथ अपने गट बैक्टीरिया को रखें बैलेंस  (how to balance gut bacteria)

गट बैक्टीरिया को दुरुस्त रखना हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। सही गट हेल्थ से न सिर्फ पाचन सही रहता है, बल्कि इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है और मूड भी ठीक रहता है। तो अगर आप चाहते हैं कि आपके गट बैक्टीरिया अच्छे से काम करें, तो ये 5 आसान उपाय अपनाएं:

1. प्रोबायोटिक्स खाएं

प्रोबायोटिक्स, जैसे दही, केफिर, और किमची, आपके गट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं।

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दही गट बैक्टीरिया के असर से बचने के लिए भी लाभकारी है। चित्र : अडोबी स्टॉक

ये बैक्टीरिया आपके पाचन तंत्र को हेल्दी  (how to balance gut bacteria) रखते हैं और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं।

2. फाइबर से भरपूर डाइट

फल, सब्ज़ियां, और साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस आदि फाइबर से भरपूर होते हैं। फाइबर गट बैक्टीरिया को पोषण देता है और पाचन को बेहतर बनाता है।

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फाइबर से भरे खाद्य पदार्थ ही खाएं। चित्र – अडोबीस्टॉक

फाइबर पेट की सफाई भी करता है, जिससे बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखने में मदद  (how to balance gut bacteria) मिलती है।

3. पानी खूब पिएं  (how to balance gut bacteria)

पानी पीना सिर्फ शरीर के लिए नहीं, बल्कि गट बैक्टीरिया के लिए भी जरूरी है। पानी से पाचन बेहतर होता है और गट बैक्टीरिया को सही काम करने के लिए मदद मिलती है। साथ ही, हाइड्रेटेड रहने से गट हेल्थ सही रहती है।

4. शुगर और प्रोसेस्ड फूड कम करें  (how to balance gut bacteria)

ज्यादा शक्कर और प्रोसेस्ड फूड खाने से गट बैक्टीरिया का बैलेंस बिगड़ सकता है। इससे पेट में इन्फ्लेमेशन और पाचन की समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए  (how to balance gut bacteria) इनसे बचें और हेल्दी खाना खाएं।

5. तनाव कम करें

तनाव भी हमारी गट हेल्थ को बहुत प्रभावित करता है। यू शिकागो मेडिसिन की एक रिपोर्ट  कहती है कि जब हम ज्यादा तनाव में रहते हैं तो हमारे शरीर में गट बैक्टीरिया भी इमबैलेन्स का शिकार हो जाते हैं। इसलिए, योग, ध्यान या कोई भी रिलैक्सिंग एक्टिविटी अपनाएं, जो आपको मानसिक शांति दे। इससे आपको   (how to balance gut bacteria)तनाव कम करने में मदद मिलेगी।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
राेहित त्रिपाठी
राेहित त्रिपाठी

गोरखपुर यूनिवर्सिटी से स्नातक और लिखने-पढ़ने की आदत। रेख्ता, पॉकेट एफएम, राजस्थान पत्रिका और आज तक के बाद अब हेल्थ शॉट्स के लिए हेल्थ, फिटनेस, भारतीय चिकित्सा विज्ञान और मनोविज्ञान पर रिसर्च बेस्ड लेखन।

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