क्या 2023 में BF 7 वेरिएंट हो सकता है जानलेवा? जानिए कोरोना महामारी के बारे में क्या कह रहे हैं दुनिया भर के एक्सपर्ट
साल 2022 की शुरुआत में कोविड – 19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (omicron variant) की वजह से एक बार फिर सभी को अपने घरों में कैद होना पड़ा था। मगर यह साल बीतने और वैक्सीनेशन (covid – 19 vaccination) प्रक्रिया के जोर पकड़ने के साथ हम सभी को लगा था कि कोविड – 19 (covid – 19 endemic) अब खत्म होने की कगार पर है। काफी एक्सपर्टस नें भी इस बात को लेकर अपनी सहमति जताई थी कि कोविड – 19 पैन्डेमिक अब जल्द ही एन्डेमिक बनने वाला है।
इस साल के अंत में चाइना से आ रही कोविड – 19 की ख़बरों नें एक बार फिर हमारे मन में कई शंकाएं पैदा कर दी हैं। चाइना में आजकल ओमिक्रॉन बीएफ 7 वेरिएंट (omicron BF 7 variant) तेज़ी से फैल रहा है, जिसकी वजह से एक दिन में करीब एक मिलियन लोग प्रभावित हो रहे हैं। बता दें कि इन आकड़ों नें अभी तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत में भी इसके कुछ मामले देखने को मिल रहे हैं।
चाइना में एक बार फिर तेज़ी से फैल रहे कोरोना नें लोगों को सोच में डाल दिया है कि क्या आने वाले साल 2023 में भी कोरोना के खत्म होने की कोई उम्मीद हा या हमें साल की शुरुआत एक बार फिर घर में बंद रहकर करनी होगी?
कोविड – 19 के नए वेरिएंट को और अच्छी तरह समझने के लिए हमने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा राज्य के पूर्व अध्यक्ष, M.B;B.S. एफसीजीपी, डीटीडी, डॉ. एस.एस. मुदगिल से बात की, जो कि एक वरिष्ठ चिकित्सक हैं। चलिए जानते हैं क्या उनका कोरोना के बीएफ 7 वेरिएंट के बारे में कहना?
आखिर है कैसा ओमिक्रॉन का बीएफ 7 वेरिएंट?
BF.7, ओमिक्रॉन वेरिएंट BA.5 अक एक सब वर्जन है। पीटीआई के अनुसार, यह वेरिएंट बहुत ज्यादा इन्फेक्शियस है। इसमें पुन: संक्रमण पैदा करने की उच्च क्षमता है और टीकाकृत व्यक्तियों को भी अपनी चपेट में ले सकता है।
जर्नल ‘सेल होस्ट एंड माइक्रोब’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, BF.7 वेरिएंट में मूल वायरस की तुलना में 4.4 गुना अधिक न्यूट्रलाइजेशन रेसिस्टेंस है। इसका मतलब है कि वैक्सीन से बनी एंटीबॉडीज भी वायरस के खिलाफ पूरी तरह से प्रभावी नहीं हैं।
कितना घातक है ओमिक्रॉन का बीएफ 7 वेरिएंट?
डॉ. मुदगिल का मानना है कि हमें इस वायरस बहुत ज्यादा डरने की ज़रुरत नहीं है, लेकिन इससे सावधान रहना ज़रूरी है। वे बताते हैं कि कोरोना एक ऐसा वायरस जो सालों से इस धरती पर मौजूद है, लेकिन 2019 में चमगादड़ से आया कोविड – 19 इससे अलग था, जो कि बिना किसी सिम्पटम यानी लक्षण के लोगों के बीच फैलता गया। डॉ. का कहना है कि अक्सर अन्य वायरस पहले लक्षण दिखाते हैं और उसके बाद फैलते हैं, लेकिन कोविड – 19 अलग है।
तो क्या 2023 में पैन्डेमिक खत्म होने की कोई संभावना है?
जब हमने इस बारे में डॉ. मुदगिल से बात की तो उन्होनें बताया कि ऐसा माना जाता है कि अकसर तीसरी लहर के बाद किसी भी वायरस का प्रकोप कम हो जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि काफी लोग इससे इम्यून हो जाते हैं। मगर इसका मतलब यह नहीं है कि हम आने वाले नए वेरिएंट को हल्के में लें।
बीएफ 7 वेरिएंट से किस तरह से करें अपना बचाव
डॉ. मुदगिल नें बताया कि बच्चों और बूढों को इस वायरस से सावधान रहने की सख्त ज़रुरत है, क्योंकि इनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। साथ उन्होनें कुछ सुझाव भी दिए जैसे –
यह सर्दी का मौसम है तो इसमें जुकाम से ज़रूर बचें और खुद को ठंड न लगने दें।
न्यू इयर का समय है तो ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
हमेशा मास्क लगाकर ही बाहर निकलें और दूसरों के बहुत करीब खड़े रहकर बात करने से बचें।
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