पवित्र तुलसी : एक ऐसी हर्ब जो आपकी सेहत को दे सकती है बहुत सारे लाभ

भारतीय घरों में पूजनीय मानी जाने वाली पवित्र तुलसी अपने औषधीय लाभों के कारण जड़ी-बूटियों की रानी कही जाती है।
Tulsi thyroid ke liye faydemand hai
तुलसी आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है। चित्र: शटरस्टॉक

भारतीय घरों और आयुर्वेद (Ayurveda) में पवित्र तुलसी (Holy Basil) का विशेष स्थान है। इसे हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है और कई त्यौहारों पर तुलसी (Tulsi) की पूजा की जाती है। साधारण सर्दी-जुकाम हो या हृदय, लिवर, त्वचा, गुर्दे आदि के विभिन्न संक्रमण, तुलसी के छोटे-छोटे पत्ते हमारे लिए मददगार साबित होते हैं। इसलिए, तुलसी को आयुर्वेद में ‘जड़ी-बूटियों की रानी’ कहा जाता है। क्या है तुलसी और यह कैसे हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

भारत में तीन मुख्य प्रकार की तुलसी पाई जाती है:

चमकीले हरे पत्ते जिन्हें राम तुलसी कहा जाता है
बैंगनी हरे पत्ते जिन्हें श्याम तुलसी कहा जाता है
आम जंगली तुलसी।

यहां हैं तुलसी के आयुर्वेदिक और वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित स्वास्थ्य लाभ:

1. मानसिक तनाव कम करती है तुलसी 

सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ, भारत के अनुसार, तुलसी शरीर में तनाव हार्मोन – कोर्टिसोल के सामान्य स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकती है। तुलसी के पत्ते एडाप्टोजेन्स से भरपूर होते हैं जो आपके शरीर में तनाव के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। यह इंद्रियों को शांत करती है और तनाव को कम करने में योगदान देती है।

Tulsi ki chai apki mental health ko bhi boost karti hai
तुलसी की चाय आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। चित्र: शटरस्टॉक

2. वज़न घटाने में मददगार 

चूंकि तुलसी पाचन में मदद करती है और आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालती है, इसलिए यह आपको तेजी से वजन कम करने में मदद कर सकती है। यह आपके शरीर के चयापचय को नियंत्रित करती है और वजन घटाने में सहायता करता है।

3. ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद

तुलसी का उपयोग अक्सर हर्बल टूथपेस्ट में किया जाता है और यह केवल इसके अद्भुत दांतों और मसूड़ों को मजबूत करने वाले गुणों के कारण होता है। इसके अलावा, यह मुंह के छालों को भी ठीक कर सकती है और इसलिए यह मौखिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

यह भी पढ़ें – दूध पसंद नहीं तो आहार में शामिल करें ये 6 नॉन डेयरी कैल्शियम रिच फूड, नहीं होगी कैल्शियम की कमी

4. ब्लड शुगर को नियंत्रित करे

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार तुलसी में ऐसे घटक होते हैं जो अग्नाशय की कोशिकाओं के कामकाज का समर्थन करते हैं। यह इंसुलिन जारी करते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी कार्बोहाइड्रेट और वसा के चयापचय में मदद करती है जो ऊर्जा के लिए उपयोग की जाती है।

4. कई बीमारियों से बचाए

तुलसी में एंटीबायोटिक, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं। यह बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, सर्दी, खांसी, फ्लू और छाती में जमाव से राहत दिलाने में मदद करता है। यह ब्रोंकाइटिस, अस्थमा वगैरह जैसी सांस की बीमारियों के इलाज में भी फायदेमंद है।

4. इम्युनिटी बढ़ाकर संक्रमणों से बचाती है 

जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन के अनुसार, तुलसी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए, यह आपके शरीर को विभिन्न संक्रमणों से बचा सकती है। यह हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से लड़ती है, साथ ही स्वस्थ प्रतिरक्षा कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देती है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

5. किडनी को स्वस्थ रखती है तुलसी 

यह शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को विनियमित करने में मदद करती है, जिससे गुर्दे की पथरी के विकास के जोखिम को समाप्त किया जा सकता है। जिन लोगों को किडनी स्टोन है उनके लिए भी तुलसी फायदेमंद है।

जानिए कैसे करना चाहिए तुलसी का सेवन

आप तुलसी के पत्तों को कच्चा, पौधे से ताजा तोड़कर ही इसका सेवन करें। आप इसे अपनी चाय में मिला लें या इसका काढ़ा बना लें।

तुलसी आपकी पाचन संबंधी समस्याओं का भी समाधान कर सकती है। चित्र: शटरस्टॉक
तुलसी आपकी पाचन संबंधी समस्याओं का भी समाधान कर सकती है। चित्र: शटरस्टॉक

वेट लॉस के लिए आप रोज़ सुबह खली पेट तुलसी का पानी भी पी सकती हैं। अगर आप रात भर तुलसी को पानी में भिगोकर रखती हैं, तो यह और भी फायदेमंद हो सकता है। अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो बाजार में तुलसी पाउडर और सप्लीमेंट भी उपलब्ध हैं।

तुलसी का सेवन करने के कुछ दुष्प्रभाव भी हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए

तुलसी उन महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है, जो गर्भ धारण करने की कोशिश कर रही हैं।

कुछ लोग जब अपने आहार में पहली बार तुलसी की चाय को शामिल करते हैं तो उन्हें घबराहट या दस्त का अनुभव होता है। इसलिए सबसे अच्छा यही होगा कि आप कम मात्रा में शुरुआत करें और समय के साथ इसका सेवन बढ़ाएं।

यह भी पढ़ें – मेरी मम्मी कहती हैं सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है मिट्टी की हांडी में जमा हुआ दही, जानिए क्या कहता है विज्ञान

  • 120
लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

हेल्थशॉट्स वेलनेस न्यूजलेटर

अपने इनबॉक्स में स्वास्थ्य की दैनिक खुराक प्राप्त करें!

सब्स्क्राइब करे
अगला लेख