पिछले कई समय में दुनिया भर में संक्रामक रोगों के प्रकोप में खतरनाक वृद्धि देखी गई है। संभावित भविष्य के संकट के लिए, वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगली महामारी रोग एक्स (Disease X) के कारण हो सकती है। मौसमी बीमारी से जुड़ा एक इन्फ्लूएंजा, इस संभावित खतरे के रूप में उभरा है। नए उभरते संक्रामक रोगों की संख्या बढ़ रही है, और जैसा कि COVID-19 महामारी में देखा गाया था कि, संक्रामक रोग किसी एक प्रदेश या देश तक सीमित नहीं रहते। ये किसी जेंडर या आयु वर्ग तक भी सीमित नहीं रहते। इसलिए हमें भविष्य के प्रकोपों का जवाब देने के लिए वैश्विक स्तर पर तैयार रहने की आवश्यकता है।
डिजीज एक्स का विचार डब्ल्यूएचओ के 2018 R&D ब्लूप्रिंट से उभरा, जिसका उद्देश्य महामारी के लिए वैश्विक तत्परता में सुधार करना है। यह मानते हुए कि इतिहास अप्रत्याशित प्रकोपों से भरा पड़ा है, ब्लूप्रिंट में रोग एक्स को ऐसे रोगजनकों के लिए प्लेसहोल्डर के रूप में शामिल किया गया है, जिन्हें अभी तक खोजा या समझा नहीं गया है। यह पहल SARS, MERS और जीका वायरस जैसी बीमारियों के पिछले अनुभवों से प्रेरित थी, जिसने दुनिया को चौंका दिया और खतरनाक बीमारी और मृत्यु दर का कारण बना।
डिजीज X किसी भी प्रकार के रोगजनक के कारण हो सकता है, जिसमें वायरस, बैक्टीरिया, फंगस शामिल हैं। डिजीज X को विशेष रूप से चिंताजनक बनाने वाली मुख्य विशेषताएं हैं
फैलने की बहुत अधिक दर- डिजीज X व्यक्ति से व्यक्ति में तेज़ी से फैल सकती है, संभवत श्वसन के छींटों, सीधे संपर्क या संचरण के अन्य तरीकों के माध्यम से।
पहले से मौजूद प्रतिरक्षा की कमी – एक बड़ी संख्या में लोगों में पहले से मौजूद प्रतिरक्षा बहुत कम या बिल्कुल नहीं हो सकती है। जिसके परिणामस्वरूप व्यापक संवेदनशीलता होती है।
प्रभावी उपचार या वैक्सीन का अभाव- शुरुआत में, कोई प्रभावी उपचार या टीके उपलब्ध नहीं हो सकते हैं, जिससे प्रकोप को नियंत्रित करने के प्रयास जटिल हो सकते हैं।
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि डिजीज X के कारण कोविड-19 की तुलना में 20 गुना अधिक मौतें हो सकती हैं।
कोविड-19 ने दुनिया भर में लगभग सात मिलियन लोगों की जान ली है। 2023 में, हेल्थ केयर प्रोफेशनल ने चेतावनी दी है कि कोई भी नई महामारी और भी घातक हो सकती है। जिससे दुनिया भर में अनुमानित 50 मिलियन लोगों की मौत हो सकती है।
कोविड-19 महामारी, जो नए कोरोनावायरस SARS-CoV-2 के कारण हुई, डिजीज X का एक स्पष्ट उदाहरण है। इसके उभरने से पहले, वायरस अज्ञात था, और यह अभूतपूर्व गति और प्रभाव के साथ वैश्विक स्तर पर फैल गया। कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों में कमजोरियों और डिजीज X की विनाशकारी क्षमता को सबके सामने ला दिया।
बीमारी के असामान्य पैटर्न का जल्दी पता लगाने के लिए वैश्विक निगरानी प्रणालियों को मजबूत करना एक्शन करने के लिए महत्वपूर्ण समय प्रदान कर सकता है। इसमें नैदानिक क्षमताओं में सुधार और प्रकोपों की रिपोर्टिंग में पारदर्शिता बढ़ाना भी बहुत जरूरी है।
आउटब्रेक की स्थिति में सक्रिय किए जा सकने वाले रैपिड प्रतिक्रिया ढांचे विकसित करना महत्वपूर्ण है। इसमें प्रशिक्षित कर्मचारी, आवश्यक आपूर्ति का भंडार और ठीक तरीके से संचार चैनल को विकसित करना शामिल हैं।
व्यापक स्पेक्ट्रम एंटीवायरल, एंटीबायोटिक्स और वैक्सीन विकसित करने के लिए रिसर्च में निवेश करने से तैयारी बढ़ाई जा सकती है। कोविड-19 महामारी के दौरान mRNA तकनीक जैसे तेजी से वैक्सीन विकास के लिए प्लेटफॉर्म को बढ़ाया जा सकता है जिसने उस समय कई अच्छे परिणाम दिए थे।
रोगियों की बढ़ती संख्या को संभालने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को मजबूत करना, जिसमें पर्याप्त ICU क्षमता और पर्शनल प्रोटेक्टिव इक्युपमेंट (PPE) की उपलब्धता होना बहुत जरूरी है। इसकी तैयारी हमेशा होनी चाहिए।
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