कोविड-19 महामारी के अलावा, अन्य दूसरे फ्लू और बीमारियां भी फैल रही हैं। टोमैटो फीवर (Tomato fever) या टोमैटो फ्लू (Tomato flu) उन्हीं में से एक है। इस अत्यंत दुर्लभ वायरल बीमारी का पहला मामला, जिसमें टमाटर के जैसा शरीर पर फफोले दिखा। यह पांच साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। यह पहली बार केरल में 11 मई, 2022 को दर्ज किया गया था। संक्रामक प्रकृति के कारण यह केरल के पड़ोसी राज्यों में भी फैल गया। चेतावनी दी गई है कि यदि रोकथाम के उपायों का तुरंत पालन नहीं किया गया, तो संक्रमण अन्य राज्यों में भी फैल सकता है।
रोग की जटिलताओं से बचने के लिए एकमात्र उपाय है-प्रारंभिक अवस्था में रोग की पहचान कर लेना तथा उसके प्रति जागरूक होना। यहां टोमैटो फ्लू के बारे में सब कुछ है।
“टामैटो फ्लू” नाम इस तथ्य के कारण दिया गया है कि छाले आमतौर पर गोल और लाल रंग के होते हैं, जो टमाटर जैसे दिखते हैं। जो लोग इससे प्रभावित होते हैं उन्हें त्वचा में जलन, छाले, रैशेज और डिहाइड्रेशन हो जाता है। यह अभी तक निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है कि इसका प्रेरक एजेंट चिकनगुनिया, वायरल संक्रमण या डेंगू बुखार से जुड़ा है।
टमाटर फ्लू के बारे में विस्तार से बताने के लिए हेल्थशॉट्स ने मदरहुड हॉस्पिटल, खराडी, पुणे के कंसल्टेंट नियोनेटोलॉजिस्ट और पीडियाट्रिशियन डॉ. जगदीश कथवाटे से बात की।
डॉ कथवाटे कहते हैं, “टोमैटो फ्लू एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो आंतों के वायरस के कारण होती है। यह आमतौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में देखी जाती है। टमाटर फ्लू से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को अलग-थलग रखना होगा, क्योंकि यह संक्रामक है।”
हालांकि, वयस्क भी इस बीमारी के शिकार होते हैं। आमतौर पर, इस बीमारी का खतरा कम होता है, लेकिन कुछ मामलों में, इसका परिणाम दिमागी बुखार जैसा हो सकता है। इसलिए बीमारी का जल्द पता लगाना और इलाज कराना महत्वपूर्ण है।
इस वायरस से संक्रमित जयादातर बच्चों को बुखार, चकत्ते, त्वचा में जलन और डिहाइड्रेशन की गंभीर समस्या होती है। टोमैटो फ्लू से शरीर के कई हिस्सों पर छाले हो सकते हैं, जो मुख्य रूप से लाल रंग के होते हैं।
डॉ कथवाटे कहते हैं, “बुखार, मुंह में दर्दनाक घाव, हाथों, पैरों और नितंबों पर छाले के साथ दाने, थकान, जोड़ों में दर्द, पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी, दस्त, खांसी, छींक आना, नाक बहना, तेज बुखार और शरीर में दर्द, टमाटर फ्लू के कुछ लक्षण हैं। वे चिकनगुनिया के लक्षणों के समान हैं। इसके अतिरिक्त, यह फ्लू बच्चे की दैनिक गतिविधियों की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।”
अन्य लक्षणों में हाथों, घुटनों और नितंबों की स्किन का डिकलरेशन होना शामिल है।
इस फ्लू का प्रमुख कारण अभी भी अज्ञात है। इसलिए इस फ्लू के लिए अभी तक कोई विशिष्ट दवा या उपचार उपलब्ध नहीं है। इसे आत्म संयम द्वारा ही ठीक किया जा सकता है। यदि बच्चे की अच्छी तरह देखभाल की जाती है, तो लक्षण समय के साथ दूर हो जाते हैं।
संक्रमित बच्चों के लिए टिप्स:
बच्चों को उन लोगों के संपर्क से बचना चाहिए जिन्हें टोमैटो फ्लू है। संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तन, कपड़े और अन्य वस्तुओं को साझा करने से बचना चाहिए। बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए अच्छी स्वच्छता का अभ्यास करना चाहिए।
यदि आप अपने बच्चे में इनमें से कोई भी लक्षण देखते हैं, तो डॉक्टर के पास जाना सुनिश्चित करें। बच्चे को फफोले, चकत्ते या अन्य घावों को खरोंचने से बचने के लिए कहें। वे स्वयं को स्वच्छ रखें। बच्चे को आराम करने दें। इन सभी के अलावा, सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा खूब पानी पी रहा है।