सेहत ही धन है ( Health is Wealth ) यह कहावत हम सब ने बचपन में जरूर सुनी होगी। लेकिन भागदौड़ भरी मुश्किल जिंदगी में हमने अपने आपको इतना व्यस्त कर लिया है कि असल धन की कीमत हम भूलते जा रहे हैं। जीवन को बेहतर बनाने वाले धन के लिए इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के महत्व को ही भूल जाते हैं । हमारी संस्कृति में स्वास्थ्य को पहला स्थान दिया गया है। कहा जाता है कि पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया।
महर्षि धन्वंतरि की जयंती को धन तेरस और आयुर्वेद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। महर्षि धन्वंतरि को ही स्वास्थ्य का ईष्ट देव माना जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप धनतेरस पर धातु खरीदने की बजाए कुछ ऐसा करें जो आपकी सेहत में अभिवृद्धि करे। आज कार्तिक मास (Kartik Mas) की कृष्ण त्रयोदशी (Krishna Trayodashi) यानी धनतेरस (Dhanteras) के दिन हम आपको असल धन स्वास्थ्य के लिए उपयोगी ऐसे ही 10 टिप्स बताएंगे, जो आपको हमेशा सेहतमंद रखेंगे।
यह है परम सत्य है कि सभी के जीवन काल में सुंदर स्वास्थ्य और आनंद का सबसे ज्यादा महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक तथा आनंद लेते हुए तभी कर सकता है, जब तक व्यक्ति की सेहत अच्छी हो। आपकी गट हेल्थ न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि इसका असर आपकी मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। अब तो आप समझ ही गई होंगी न कि सेहत न सिर्फ आपके जीवन के लिए, बल्कि आपके रिलेशनशिप और कॅरियर के लिए भी बहुत जरूरी है।
बेहतर सेहत के लिए हमें अपने दिनचर्या में कुछ अहम बदलाव करने की जरूरत है। इन बदलावों के बिना न कोई फैंसी डाइट आपके काम आ सकती है और न ही कोई सप्लीमेंट। इसलिए इन्हें जानने के साथ-साथ अपने डेली रुटीन में शामिल करना भी बहुत जरूरी है।
हमारे जीवन को सही से व्यतीत करने के लिए नियम बहुत जरूरी है। अगर आप एक स्वस्थ शरीर की इच्छा रखते हैं, तो आपको अपने जीवन को नियमित बनाना होगा। सरल भाषा में कहा जाए तो आपको अपने सोने-जागने का समय निश्चित करना जरूरी है। साथ ही खाने का समय निर्धारित करने से आप जंक फूड और इमोशनल ईटिंग से बच सकती हैं।
एक्सरसाइज सिर्फ वेटलॉस या शेप में रहने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि यह आपकी इमोशनल और मेंटल हेल्थ के लिए भी जरूरी है। हर व्यक्ति को शारीरिक व्यायाम की आवश्यकता होती है, जिसे करने से शरीर और मस्तिष्क दोनों ही पूर्ण तरीके से स्वस्थ रहते हैं। हर उम्र की स्त्रियों को अपने रुटीन में कम से कम 45 मिनट हर रोज व्यायाम के लिए निकालने चाहिए। आप अपनी क्षमता और सहनशीलता के आधार पर वर्कआउट का चयन कर सकते हैं।
स्वस्थ रहने के लिए भोजन सबसे अहम होता है , ऐसे में जरूरी है कि भोजन हमेशा संतुलित मात्रा में किया जाए। हमें अपने खानपान का अहम जान देना चाहिए। भोजन में हरी सब्जियां व पौष्टिक खाना शामिल करना चाहिए। जब हम भोजन संतुलित मात्रा में करते हैं तो यह हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाता है।
अपने आसपास साफ सफाई रखना भी अच्छी सेहत के लिए काफी जरूरी है। सभी व्यक्तियों, महिलाओं तथा बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए अपने कपड़े और आसपास में स्वच्छता बरकरार रखना बहुत जरूरी है। हमें स्वस्थ रहने के लिए प्रदूषण को रोकने की पूरी कोशिश करनी चाहिए और सभी जगह स्वच्छता बनाए रखना चाहिए इससे हमारे स्वास्थ्य पर काफी संतुलन बरकरार रहता है।
बेहतर सेहत के लिए जरूरत भर आराम करना और नींद पूरी करना भी अति आवश्यक है। अपने शरीर को पूरा आराम देने के लिए हमें नींद पूरी करने की आवश्यकता होती है इससे हमें ताजगी महसूस होती है और मानसिक सुख की प्राप्ति होती है।
सुबह के समय हल्की धूप का सेवन करने से विटामिन डी की प्राप्ति होती है। Vitamin d हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में अहम योगदान देता है। स्वस्थ रहने के लिए कोशिश करें कि नियमित रूप से सुबह के समय योगासन और प्राणायाम का अभ्यास करें।
हमारे मुंह में मौजूद लाल भोजन को पचाने के लिए सक्षम होती है हम भोजन को जितना अधिक चबा चबा कर खाते हैं उतना अधिक हमारे मुंह में मौजूद लार के एंजाइम्स भोजन के साथ मिक्स होता है जिससे भोजन जल्दी पचता है। जानकारी के अनुसार भोजन को करीब 30 से 35 बार चबाकर खाना चाहिए।
अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने शरीर को डिटॉक्स करें। इसी तरह अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है हम गैजेट्स डिटॉक्स करें। सप्ताह में कम से कम एक दिन ऐसा रखें जब हम किसी तरह के गैजेट का इस्तेमाल न करें। हम जानते हैं कि अपने मोबाइल से दूर रहना आपके लिए मुश्किल है। लेकिन एक दिन के लिए इसका इंटरनेट डाटा ऑफ किया जा सकता है।
तनाव लेने से बीमारियां जन्म लेना शुरु कर देती हैं। कहते हैं कि तनाव एक दीमक की तरह होता है जो हमारे स्वास्थ्य को भीतर ही भीतर खोखला कर देता है। आधा अनावश्यक तनाव को दूर करके खुद पर ध्यान लगाएं और अच्छा महसूस करें।
रात में खाना खाने के बाद हमारी वर्जिश नहीं हो पाती है जिसके कारण खाना पचने में वक्त लगता है ऐसे में रात का खाना हमेशा भूख से थोड़ा कम खाना चाहिए। साथ ही सोने से करीब 3 घंटे पहले भोजन करना चाहिए ताकि भोजन को पचने के लिए उचित समय मिल सके, ऐसा करने से पेट से जुड़ी समस्या नहीं होती हैं।
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