मसूड़ों की बीमारी और खराब ओरल हेल्‍थ आपके कोविड के खतरे को बढ़ा सकती है

इस अध्ययन के अनुसार यदि आपको मसूड़ों की बीमारी या खराब ओरल हाइजीन की समस्या है, तो आप कोविड-19 की चपेट में आ सकती हैं।
Oral hygiene hai zaroori
ओरल हाइजीन है ज़रूरी। चित्र: शटरस्‍टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 24 May 2021, 19:37 pm IST
  • 87

एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखने से आप कोविड -19 के संक्रमण से खुद को बचा सकती हैं, जी हां ये सच है। ये रिपोर्ट अमेरिका के पीरियोडॉन्टिस्ट्स के प्रमुख संगठन, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीरियडोनटोलॉजी (AAP) में प्रकाशित हुई थी।

क्‍या कहता है अध्‍ययन

AAP के अध्यक्ष डॉ. जेम्स जी. विल्सन ने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि “सूजन न केवल पीरियडोंटल बीमारी से, बल्कि कई अन्य श्वसन रोगों से भी जुड़ी हुई है। इसलिए, पीरियडोंटल बीमारी से बचने के लिए आपको स्वस्थ दांतों और मसूड़ों को बनाए रखना होगा, जिससे कोविड -19 जैसी वैश्विक महामारी से बचा जा सके।

ओरल हेल्थ और कोविड -19 के बीच का संबंध

मॉन्ट्रियल, कनाडा में मैकगिल विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट में सूजन और संक्रमण के साथ मसूड़ों के बीच एक सीधा संबंध पाया गया, और इसमें यह भी पाया गया कि कैसे ओरल हेल्थ कोविड -19 को प्रभावित कर सकती है। सिर्फ इतना ही नहीं यह किसी की मौत का कारण भी बन सकती है।

यह कोविड के रिस्‍क और जटिलताओं को बढ़ा सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक
यह कोविड के रिस्‍क और जटिलताओं को बढ़ा सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

इस अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों को मसूड़ों की समस्या या पेरियोडोंटाइटिस है, उनमें कोविड-19 से मरने की संभावना 8.8 गुना अधिक है। ऐसे लोगों को कोविड -19 के लिए अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 3.5 गुना और वेंटिलेटर की 4.5 गुना अधिक होने की संभावना है।

ये भी सामने आया है कि कोविड के ठीक होने के बाद ओरल हेल्थ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस पर अधिक प्रकाश डालते हुए, माई डेंटल प्लान हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नरूला ने कहा, “अपने मसूड़ों और ओरल हेल्थ का ख्याल रखना हमेशा से ही महत्वपूर्ण था, लेकिन इस महामारी के दौरान ये और भी महत्वपूर्ण हो गया है। COVID-19 की इस दूसरी लहर में, ओरल हाइजीन और भी जरूरी हो गया है।

जानिए आप कैसे ओरल हेल्‍थ को बेहतर बना सकती हैं

डॉ नरूला कहते हैं, “दिन में दो बार ब्रश करने, जीभ की सफाई, फ्लॉसिंग और गरारे करने जैसे सरल तरीके से लोगों को इन जानलेवा बीमारियों से और भी बेहतर तरीके से निपटने में मदद मिल सकती है।

इसके अलावा, साल में दो बार प्रोफेशनल तरीके से दांतों की सफाई और नियमित दांतों की जांच से कोविड -19 की गंभीरता को कम किया जा सकता है।

दांतों को ब्रश करने के साथ ही रेगुलर चैकअप भी करवाएं। चित्र: शटरस्‍टॉक
दांतों को ब्रश करने के साथ ही रेगुलर चैकअप भी करवाएं। चित्र: शटरस्‍टॉक

इसे जोड़ते हुए डॉ. नरूला ने कहा, “कोविड -19 की दूसरी लहर में म्यूकोर्मिकोसिस भी देखा जा रहा है। जो मसूड़ों, दांतों और पेरी-ओरल क्षेत्र को प्रभावित करने वाला एक घातक फंगल संक्रमण है। गम और ओरल हेल्थ को बनाए रखना ही इसका इलाज है। ओरल हाइजीन का ध्यान रखने से लोगों को पोस्ट-कोविड -19 से खुद को बचाने में मदद मिल सकती है। ”

ओरल हेल्थ की देखभाल इस समय हर व्यक्ति के लिए बहुत ज़रूरी है इसलिए ओरल हाइजीन का ध्यान रखें।

यह भी पढ़ें – इस शोध के अनुसार आपकी गट हेल्‍थ को बर्बाद कर सकते हैं ज्‍यादा फैट और चीनी वाले आहार

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

  • 87
लेखक के बारे में

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

हेल्थशॉट्स वेलनेस न्यूजलेटर

अपने इनबॉक्स में स्वास्थ्य की दैनिक खुराक प्राप्त करें!

सब्स्क्राइब करे
अगला लेख