कोविड-19 जैसी महामारी के दौर में अगर कोई हमारा सबसे बड़ा रखवाला साबित हुआ, तो वह है सही तरह से हाथ धोना। कोरोनावायरस जैसे खतरनाक संक्रमण ने हमें समझाया कि सही तरह से हाथ धोना स्वच्छता और स्वास्थ्य का मूलमंत्र है। आज ग्लोबल हैंड वाशिंग डे (Global Hand Washing Day) पर हमारे साथ हैं फोर्टिस हॉस्पिटल वसंत कुंज की सीनियर इंफेक्शन कंट्रोल नर्स मिस मरियम डेविड। वे हमें बता रहीं हैं क्यों जरूरी है सही तरह से हाथ धोना। साथ ही यह भी, कि क्या हैं सही तरह से हाथ धोने के नियम।
हाथ धोना मानव जीवन की बुनियादी ज़रूरत और अधिकार है। वर्तमान परिस्थितियों में हाथ धोना संक्रमण रोकने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है। कोविड के बढ़ते मामलों, बीमारी की बढ़ती गंभीरता, मल्टी-ड्रग रेसिस्टेंट के ख़तरे और इलाज में आ रही मुश्किलों जैसी समस्याओं को केवल हाथ धोने की साधारण सी आदत को अपनाकर काफी हद तक दूर किया जा सकता है।
इस आदत को अपनाने से संक्रमण को कम करने में बहुत मदद मिलेगी। वैज्ञानिक तौर पर यह साबित हो चुका है कि सही तरीके से हाथ धोने पर रोजाना के जीवन में एक से दूसरे में संक्रमण फैलने के जोखिम को काफी कम किया जा सकता है।
मरियम कहती हैं, “आपके स्वास्थ्य की रक्षा आपके हाथों में है। आइए इस ग्लोबल हैंडवाशिंग डे पर हम सभी यह संकल्प लें कि हम हाथों को सही तरह से साफ करेंगे और कोविड-19, हैजा, इबोला, सार्स व हेपेटाइटिस ई जैसी बीमारी के फैलाव को रोकेंगे।”
मरियम जानकारी देती हैं, “स्वास्थ्य सेवा में हर कदम पर हाथ धोने के नियम को 1840 के दशक के अंत में अपनाया गया था और यह देखा गया कि जब सभी ने हाथ धोने के नियम का पालन किया तो संक्रमण की दर में काफी गिरावट आई। अब यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हाथ धोने की आदत डालें और प्रत्येक दो घंटे में हाथ ज़रूर धोएं।”
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