हम ऐसा अक्सर अपने आसपास देखते हैं कि कोई एक इंसान बिना किसी बुरी आदत के बीमारियों से ग्रस्त है और कोई तमाम बुरी आदतों के बावजूद स्वस्थ है। अक्सर हमारे मन में ये सवाल आता है कि एक लंबी उम्र के लिए सबसे जरूरी क्या है? जींस या लाइफस्टाइल?
ऐसा होता भी है कि न जाने कितनी बीमारियां हमारे पास केवल जींस की वजह से ही चली आती हैं। तो फिर क्या लंबी उम्र जीना केवल जींस के भरोसे है? लाइफस्टाइल (genes or lifestyle for longevity) का उसमें कोई योगदान नहीं? आज इसी बात का जवाब लेंगे रिसर्च और एक्सपर्ट की मदद से।
डॉ. नीर बरज़िलाई, अल्बर्ट आइन्सटीन मेडिकल कॉलेज के जीनेटिक्स रिसर्च डिपार्टमेंट के हेड हैं। उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार के साथ एक किस्सा सुनाया था। उन्होंने कहा कि हेलेन रिचर्ट नाम की एक पेशेंट से वो तब मिले थे जब वो सौ साल की थीं। उनके एक हाथ में सिगरेट थी।
डॉक्टर नीर ने उन्हें सिगरेट छोड़ने की सलाह दी. हेलेन ने कहा कि मुझे स्मोकिंग छोड़ने के लिए बहुत सारे डॉक्टर्स ने कहा , जिनमें से कई डॉक्टर्स तो अब मर भी चुके हैं। लेकिन मैं अभी जिंदा हूँ।
डॉक्टर नीर बताते हैं कि हेलेन उसके बाद एक दशक तक सिगरेट पीती रहीं और लगभग 110 साल की हो कर 2011 में मरीं। ये किस्सा इसलिए सुनाना जरूरी था कि जींस या लाइफस्टाइल (genes or lifestyle for longevity), कौन हमारी उम्र बढ़ाने में ज्यादा सहायक हैं, कितना मुश्किल सवाल है इसका अंदाजा लग सके।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये सही है कि हमारे शरीर में कुछ जीन होते हैं जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं। उदाहरण के लिए, टेलोमेरेज़ (telomerase) एंजाइम जो हमारे डीएनए के टेलोमर्स (telomeres) को बचाता है। टेलोमर्स को आप यूं समझ लीजिए कि ये हमारी बॉडी सेल्स के सबसे छोटे कण हैं।
बढ़ती उम्र के साथ शरीर जब क्षीण होता है तो सबसे पहले टेलोमर्स ही छोटे होते हैं जिससे हमारे सेल्स मरने लगते हैं। अगर हमारे शरीर में जीन के माध्यम से टेलोमेरेज नाम का एंजाइम रहता है तो ये टेलोमर्स को छोटा नहीं होने देता और सेल्स की उम्र लंबी हो जाती है। इस वजह से हमारी उम्र भी बढ़ जाती है।
हमारी जींस यह भी तय करती हैं कि कौन सी बीमारियों से हम पीड़ित होंगे। उदाहरण के लिए कई बार जीन की वजह से ही हार्ट की बीमारियां, हाई बलसप्रेशर, डायबिटीज और यहाँ तक कि कैंसर जैसी घातक बीमारियां हमें गिफ्ट में मिल जाती हैं।
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह न के बराबर होता है कि कैंसर जैसी बीमारियां पैरेंट्स से बच्चों को मिले लेकिन अगर पेरेंट्स में से कोई कैंसर से पीड़ित है तो यह बच्चों पर कैंसर के खतरे बढ़ा देता है।
दुनिया में कुछ ऐसी भी जगहें हैं जहां पर लोगों की उम्र ज्यादा होती ही है। जैसे जापान में ओकीनावा नाम की एक जगह, इटली के सारडीनिया में और कोस्टा रिका के निकोया में। ऐसी जगहों को ब्लू जोन नाम से जाना जाता है। हॉस्टन मेथडिस्ट नाम की एक संस्था की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह जीनेटिक है और कई हजार सालों से ऐसा होता आ रहा है।
इसी तरह कुछ देश भी ऐसे हैं जहां तमाम ऐब के बावजूद लोग अपेक्षाकृत ज्यादा जीते हैं। (Japan), सार्डिनिया (Italy) और निकोया (Costa Rica) जैसे स्थान शामिल हैं। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जीन संरचना एक कारक हो सकती है, लेकिन यहां के लोग जो आदतें अपनाते हैं, उनका प्रभाव भी इस लम्बी उम्र में महत्वपूर्ण होता है।
रिपोर्ट कहती है कि ये आपकी लाइफ स्टाइल पर बिल्कुल निर्भर करता है कि आप कितने साल जीना चाहते हैं।इस के अनुसार लाइफस्टाइल को कंट्रोल में रखकर 80 या 90 साल तक जीना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। जैसे – आपको स्मोकिंग या शराब की लत तो नहीं। आपकी नियमित दिनचर्या में फास्ट फूड किस तौर पर हावी है।
आपके सोने और सो कर उठने का वक्त क्या है? यह भी कि आपकी दिन चर्या में व्यायाम, योग जैसी चीजें शामिल हैं या नहीं। क्योंकि यह सब आपको बीमारियां देती हैं और इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपको जीनेटिक तौर पर बीमारियां मिली हैं या नहीं?
न्यूबेला सेंटर फॉर वूमेन हेल्थ , नई दिल्ली की डायरेक्टर डॉक्टर गीता श्रॉफ इस बात का जवाब देती हैं। उनके अनुसार, इसमें कोई शक नहीं कि जींस हमारी उम्र कितनी होगी, इसको तय करती हैं। लेकिन आप मुझसे पूछेंगे तो मैं लाइफस्टाइल की तरफ जाऊँगी।
अगर आप की लाइफस्टाइल ही आपके शरीर का कबाड़ा कर रही हैं तो फिर आप अच्छी जींस लेकर क्या कर लेंगे? कुछ बीमारियां जैसे हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज, जींस पर डिपेंड करती हैं लेकिन ये आपके बिगड़े लाइफ स्टाइल की वजह से भी हो सकती हैं।
इसके ठीक उलट, अगर आप लाइफस्टाइल ठीक रखते हैं जैसे – अच्छा खाना खाते हैं जिसमें प्लांट बेस्ड चीजें शामिल हैं, नियमित तौर पर व्यायाम करते हैं और तनाव अच्छे से मैनेज करते हैं तो मुमकिन है कि जींस (Genes) के खतरों के बावजूद आप इन बीमारियों से बचे रहें। दूसरी और जरूरी बात है कि हमें वो देखना है जो हमारे हाथ में है।
डॉक्टर गीता कहती हैं कि अगर मैं आपसे पूछूं कि क्या आप अपने जींस को कंट्रोल कर सकते हैं? आपका जवाब होगा नहीं। तो हम अपने जींस को नहीं कंट्रोल कर सकते लेकिन हमारी लाइफ स्टाइल हमारे हाथ में है और इसे कंट्रोल और अनुशासित रख कर हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
डॉ गीता कहती हैं, “तो मेरे अनुसार, हेल्दी लाइफस्टाइल ही है जिससे हम लंबा जीवन पा सकते हैं क्योंकि बहुत सी जीनेटिक समस्याओं से हम केवल लाइफ स्टाइल कंट्रोल में रखकर उबर जाएंगे। लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं कि हमारी खराब लाइफ स्टाइल की वजह से हुई बीमारियों से हमारे जींस हमें बचा पाएंगे या नहीं।”
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