कुछ चीजें इतनी स्वीट होती हैं कि वे सादगी से अपनी गुडनेस हमारे लिए लेकर आती हैं। ऐसी ही एक स्वीट सी चीज है मीठा दलिया। जी हां, दूध में पका मीठा दलिया इतने सारे पोषक तत्वों से भरा होता है कि यह आपके लिए एक परफेक्ट नाश्ता बन जाता है। खास बात यह कि डायबिटीज में भी आप नाश्ते में दलिया खा सकती हैं।
दलिया असल में गेंहू के छोटे-छोटे टुकड़ों से बना होता है। इसमें होल ग्रेन के सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और प्रोटीन, आयरन होते हैं। यह आप पर निर्भर है कि आप इसमें सब्जियां मिलाकर इसे नमकीन बनाना चाहती हैं या दूध के साथ मीठा दलिया।
यहां हम ब
ता रहे हैं आपको नाश्ते में दलिया खाने के कुछ फायदे-
अगर आप वजन घटा रहीं हैं तो निश्चित ही आप अपनी डाइट को लेकर बहुत सतर्क होंगी। ऐसे में दलिया आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जिसे खाने से पेट देर तक भरा रहता है। यह पाचन तंत्र को दुरस्त करता है जिससे आपकी वेट लॉस जर्नी थोड़ी और आसान हो जाती है।
हाई फाइबर सोर्स होने के कारण यह आसानी से पच जाता है। यही वजह है कि आप इसे अपनी पोस्ट् वर्कआउट डाइट में शामिल कर सकती हैं। जब यह दूध में पकाया जाता है तो आपके लिए एनर्जी का पावर हाउस बन जाता है। यह आपको दिन भर एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करता है।
अकसर देर रात जागने और डाइट ठीक न होने की वजह से पेट में कब्ज और अपच की समस्या होने लगती है। तो अगर आपको भी सुबह फ्रेश होने में मुश्किल हो रही है, तो आपको अपने नाश्ते में दलिया जरूर लेना चाहिए। अगर यह समस्या ज्यादा है तो आप डिनर में सब्जियों को एड करके बनाया हुआ दलिया भी खा सकती हैं।
अगर आप डायबिटिक हैं या डायबिटीज की बॉर्डर लाइन पर हैं तो आपको वही फूड लेने चाहिए जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है। इस मामले में दलिया बेहतर ऑप्शन है। दलिया में कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद होते हैं, पर इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है। यह ब्लड में ग्लूकोज को कम मात्रा में रिलीज कर ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है।
कार्डियोवस्कुरलर डिजीज की सबसे बड़ी वजह है आपकी हाई फैट डाइट। और भारतीय आहार में स्वादिष्ट व्यंजन का मतलब ही है ढेर सारा फैट। शुक्र है कि दलिया इस परंपरा से अभी तक बचा हुआ है। दलिया लो फैट डाइट है जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का जोखिम 21 प्रतिशत तक कम हो जाता है।