पोषक तत्वों की मदद से शरीर में न केवल बॉडी फंक्शंस में सहायता मिलती है बल्कि बॉडी के सेल्स और टिशूज़ की रिपेयरिंग का भी कार्य करते हैं। डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाने और उसे मज़बूत करने के लिए सभी तत्वों की बराबर आवश्यकता होती है। कुछ लोग फाइबर को डाइट के लिए आवश्यक मानते हैं, तो कुछ प्रोटीन को महत्व देते हैं। हांलाकि शरीर को हेल्दी रखने के लिए सभी पोषक तत्वो का अपना अलग अलग रोल होता है। आइए जानते हैं, विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस (World Digestive health Day) पर डाइजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी बनाए रखने के लिए किन पोषक तत्वों की हमारे शरीर को खास आवश्यकता होती है। ।
दुनियाभर में 29 मई को वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे के तौर पर मनाया जाता है। हर साल मनाए जाने वाले इस दिवस का मकसद लोगों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ के बारे में जागरूक करना है। इसकी शुरुआत विश्व गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एसोसिएशन की ओर से रखी गई थी। इस साल विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस की थीम योर डाइजेस्टिव हेल्थरू ए हेल्दी गट फ्रॉम द स्टार्ट है।
हार्वड एजुकेशन के मुताबिक 19 से 51़ साल की उम्र के पुरुषों को रोज़ाना 400 से 420 मिलीग्राम की आवश्यकता है। वहीं और महिलाओं को 310.320 मिलीग्राम इनटेक करना चाहिए। वे महिलाएं, जो गर्भावस्था से गुज़र रही है। उन्हें 350 से 360 मिलीग्राम इनटेक की ज़रूरत होती है।
हार्वर्ड हेल्थ के मुताबिक हमारे शरीर को दो प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। पहला है मैक्रोन्यूट्रिएंट्स जिनके सेवन से शरीर में कार्ब्स, प्रोटीन और फैट्स की पूर्ति होती हैं। दरअसल, इनसे कैलोरी के फार्म में ऊर्जा की प्राप्ति होती हैं। ये हमारे शरीर के मसल्स और टीशूज के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स का काम करते हैं। वहीं और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स विटामिन और मिनरल्स हैं। इन्हें चार कैटेगरीज़ में बांटा गया है। पहला है, वॉटर साल्यूबल विटामिन दूसरा है फैट साल्यूबल, तीसरा है माइक्रोमिनरल और चौथ है ट्रेस मिनरल्स।
इस बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह का कहना है कि विटामिन डी हमारे पाचनतंत्र को मज़बूत रखता है। वहीं विटामिन बी 12 पोषक तत्वों के एब्जार्बशन से डाइजेशन को प्रभावित करता है। साथ ही नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने में भी मदद करता है। विटामिन ए, डी, ई और के सभी फैट सॉल्यूबल विटामिन पाए जाते हैं। उन्हें एब्जॉर्ब करने के लिए डाइट में हेल्दी फैट की आवश्यकता होती है। इसके अलावा पाचन के लिए फाइबर की भी आवश्यकता होती है, जो हार्ट हेल्थ का ख्याल रखने के साथ साथ शरीर को डिटॉक्स करने में भी मददगार साबित होती है।
प्लांट बेस्ट खाद्य पदार्थां से प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम की प्राप्ति होती है। जो एनिमल बेस्ट खाद्य पदार्थां की तुलना में मैग्नीशियम का बेहतर स्त्रोत साबित होते हैं। इसके लिए आप अपनी डाइट में साग, चौलाई, नट्स, सीड्स, बीन्स, क्विनोआ और बाजरा डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा सूखे अंजीर, खजूर और केले का सेवन भी स्वास्थ्यवर्धक साबित होता है। लो मैग्लीशियम लेवल होने से शरीर में ऑस्टियोपिरोसिस, टाइप 2 डायबिटीज़ और माइग्रेन का खतरा बना रहता है। भोजन में इसकी प्राप्ति से ब्ल्ड प्रेशर रेगयुलेशन और एनर्जी प्रोडक्शन में सहायता मिलती है।
शरीर में कैल्शियम की आवश्यकता केवल बोन्स, दांतों और नाखूनों की सेहत को ठीक रखने के लिए ही नहीं होती है। इसकी मदद से हेल्दी नर्वस सिस्टम और मज़बूत पाचन तंत्र को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। अगर आप डाइट में कैल्शियम ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करते हैं, जो आपकी गट हेल्थ का मज़बूत बनाते हैं, तो उससे आप दिनभर स्वस्थ महसूस करते हैं। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम उचित बना रहता है। एनसीबीआई के मुताबिक नट्स और सीड्स में कैल्शियम की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा कैले और ब्रोकली भी कैल्शियम रिच है।
प्रोटीन की आवश्यकता हमारे शरीर में एंटी बॉडीज़ का निर्माण करने से लेकर सेल्स और टीशूप की रिपेयर करना भी है। इससे स्किन और बालों की हेल्थ में भी सुधार नज़र आता है। इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने वाला प्रोटीन की उत्पत्ति अमीनो एसिड से होती है। जो बॉडी में सेल्स, एंजाइम्स, एंटीबॉडी और मसल्स को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। प्रोटीन ऊर्जा का एक मुख्य स्त्रोत है। इससे न केवल आप दिन भर चुस्त रहते हैं बल्कि प्रोटीन का डज्ञइजेशन तभी शुरू हो जाता है, जब आप खाना चबाने लगते हैं।
स्लाइवा में दो एंजाइम होते हैं। एमाइलेज और लाइपेस। प्रोटीन की मात्रा जब हमारे पेट में पहुंचती हैं, तो उस वक्त प्रोटीज नामक एंजाइम इसे अमीनो एसिड की छोटी श्रृंखलाओं में ब्रेक कर देता हैं। ये स्माल इंटेस्टाइन में जाती हैं। फिर आपकी पेक्रियाज से एंज़ाइम्स रिलीज़ होते हैं। जो पाचन के दौरान एसिडिटी बनने की संभावना को कम कर देते हैं।
इस बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह का कहना है कि विटामिन डी आपकी गट हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। पोषक तत्वों से भरपूर ये तत्व हार्मोंनल हेल्थ को भी सुधारने का काम करता है। पाचनतंत्र को मज़बूती प्रदान करने के अलावा ये तनाव, स्किन संबधी समस्याओं, कोलन प्रोब्लम और ओस्टियोपिरोसिस के खतरे को भी कम करता है। मशरूप के सेवन से हमारे शरीर को विटामिन डी की प्रचुर मात्रा प्राप्त होती है। इसके अलावा विटामिन डी सप्लीमेंटस और कुछ देर की धूप हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा कर देती है।
ये भी पढ़ें- हैवी इयरिंग्स पहनने का है शौक, तो अपने कानों की सेफ्टी को न करें नजरंदाज, जानिए कैसे रखना है ईयरलॉब का ध्यान