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World Ayurveda Day 2022 : योग और ध्यान के साथ अपनाएं आयुर्वेद के ये 7 टिप्स, जो आपको स्वस्थ और सुंदर बनाते हैं

राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस अवसर है उन चीजों को फिर से याद करने का, जो आपको स्वस्थ रहने में मदद करती हैं।
इन 7 स्टेप्स की मदद से अपने जीवन में एड करें आयुर्वेद। चित्र : शटरस्टॉक
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कोविड – 19 पैनडेमिक के बाद सभी अपनी सेहत को लेकर और सजग हो गए हैं और एक हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर बढ़ रहे हैं। आजकल आपको कई लाइफस्टाइल इंफ्लुएंसर और हेल्थ एक्सपर्ट शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में समझाते और बात करते हुए नज़र आ जाएंगे लेकिन, भारतीय पद्दती में ये चीज़ें हमेशा से हमारी जीवनशैली का हिस्सा रही हैं – आयुर्वेद के माध्यम से।

आयुर्वेद एक भारतीय चिकित्सा प्रणाली है और इसे जीवन के विज्ञान के रूप में संदर्भित किया जाता है। भारत और नेपाल में आयुर्वेद का अत्यधिक प्रचलन है, भारत में लगभग 80% जनसंख्या इसका उपयोग करती है आए दिन करती है। यह हमारे स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में काफी मददगार साबित हो सकता है। इसी जागरूकता को बढ़ते हुए भारत में हर साल धनतेरस के दिन को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

जानिए राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (National Ayurveda Day 2022) के बारे में

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की ओर से हर साल धन्वंतरि जयंती (Dhanteras 2022) के अवसर पर आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार द्वारा 2016 में इसकी शुरुआत हुई थी। इस वर्ष आयुर्वेद दिवस (Ayurveda Day Date) 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस वर्ष इस दिवस की थीम ( (National Ayurveda Day Theme 2022) ‘हर दिन हर घर आयुर्वेद’ है)।

इस दिवस का महत्व लोगों को आयुर्वेद के बारे में जागरूक करना है और उन्हें यह समझाना है कि कैसे जीवन जीवन में आयुर्वेद को अपनाने से आपको एक तनाव और रोग मुक्त जीवन जीने में मदद मिलेगी। आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर में तीन प्रकार के दोष होते हैं और इन 3 दोषों के असंतुलन से ही सारे रोग पनपते हैं। इसलिए आयुर्वेद इन तीन दोषों को बैलेन्स करना सिखाता है।

तो चलिये जानते हैं कैसे इन बेहद आसान टिप्स के साथ आप आयुर्वेद को अपने जीवन का हिस्सा बना सकती हैं।

1 अच्छी नींद लेना है ज़रूरी

हमारे शरीर को तरोताजा रखने और डिटॉक्सीफाई करने के लिए समय चाहिए और इस प्रक्रिया के लिए सबसे अच्छा समय नींद है। जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो हमारी आंतरिक कोशिकाएं हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए सामंजस्य बिठाकर काम करती हैं।

साउंड स्लीप जरूरी है। चित्र: शटरस्टॉक

2 जल्दी उठें

आयुर्वेद के लाभों का आनंद लेने के लिए सुनिश्चित करें कि आप भोर से पहले उठें, लगभग 4.30-5.00 बजे। यह दिन का सबसे सकारात्मक समय होता है। हवा में मौजूद इस ताजगी को समझें, ताकि आप अपना बाकी दिन सकारात्मक ऊर्जा के साथ बिताएं।

3 अपने दिन की शुरुआत शहद के साथ करें

अपने दिन की शुरुआत “शहद के पानी” से करें, एक चम्मच अच्छी गुणवत्ता वाले शहद को गुनगुने पानी में मिलाएं। अपने शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को मारने के लिए यह सबसे अच्छा स्टेप है। इसके अलावा, नेशनल सेंटर फॉर बायोटेकनोलॉजी के अनुसार इसमें विभिन्न बैक्टीरिया-मारने वाले गुण भी होते हैं।

4 विषाक्त पदार्थों को हटाएं

सुबह उठकर माल त्याग करना बहुत ज़रूरी है, नहीं तो शरीर में विषाक्त पदार्थ भरे रहेंगे। यदि आप अपनी उत्सर्जन प्रक्रिया में देरी करते हैं, तो यह आगे चलकर जीवन में कई समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए अपने शरीर से गंदगी को बाहर निकालने के लिए एक शेड्यूल बनाए रखें।

सात्विक आहार लें। चित्र : शटरस्टॉक

5 मौसमी और सादा भोजन

अगर आप बीमारी से मुक्त रहना चाहते हैं तो आप क्या खाते हैं, इस पर ध्यान दें। ताजे, मौसमी, जैविक फलों और सब्जियों पर अधिक जोर दें। जहां तक ​​हो सके ऑयली-जंक फूड से दूर रहें। इस तरह खाने से आपका शरीर ऊर्जा विकसित करना शुरू कर देगा और विषाक्त पदार्थों को साफ करने में मदद करेगा।

6 चलना है ज़रूरी

आपके पैरों का सक्रिय होना बहुत जरूरी हे, यह आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। सुबह-शाम सैर करें, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें, डांस करें या कोई भी ऐसी एक्सरसाइज जिसमें आपके पैर शामिल होते हैं। यह न केवल आपको हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद करेगा, बल्कि आपकी मेंटल हेल्थ को भी बूस्ट करेगा।

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7 योग और ध्यान करें

बस एक ब्रेक लेकर बाहरी दुनिया से खुद को अलग कर लें। कुछ मिनट के लिए बैठ जाएं और अपनी आंखें बंद कर लें। यह तकनीक आपको आंतरिक शांति देने में मदद करेगी और आप खुद को स्वस्थ महसूस करेंगे।

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ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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