अमेरिका में हुए एक हालिया अध्ययन में सामने आया है कि अगर आपको फ्लू या इंफ्लुएंजा का टीका लगा हुआ है, तो आपके लिए कोविड-19 से उबरना ज्यादा आसान हो सकता है। यह टीका आपको कोरोनावायरस के हमले में गहन आघात से बचाता है। साथ ही ऐसे मरीजों को आईसीयू में जाने की भी जरूरत नहीं पड़ती। आइए जानते हैं इस बारे में और विस्तार से।
पीएलओएस वन जर्नल में तीन अगस्त को प्रकाशित अध्ययन में यह दावा किया गया है कि साल में एक बार लगाया जाने वाला इंफ्लुएंजा का टीका कोविड-19 के मरीजों में आघात, सेप्सिस (घाव का सड़ना), खून के थक्के जमना और कई अन्य गंभीर प्रभावों के जोखिम को कम करता है। अपने तरह के सबसे बड़े अध्ययन में यह जानकारी दी गई है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी मिलर स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसंधानकर्ताओं ने यह भी पाया कि कोविड-19 के जिन मरीजों को फ्लू का टीका लगा हुआ है, उन्हें आपातकालीन विभाग में जाने की और गहन देखभाल कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कराने की जरूरत भी कम पड़ती है।
मिलर स्कूल में प्राध्यापक, अध्ययन के वरिष्ठ लेखक देविंदर सिंह ने कहा, “आज की तारीख तक कोविड-19 के खिलाफ दुनिया के केवल छोटे से हिस्से को टीके की सभी खुराकें दी जा चुकी हैं और वैश्विक महामारी के कारण हुई बर्बादी के साथ ही वैश्विक समुदाय को गंभीर बीमारियों और मृत्यु की आशंका को कम करने के तरीके अब भी तलाशने की जरूरत है।
मुख्य लेखकों सुजैन तागीओफ और बेंजमिन स्लेविन के साथ अनुसंधान करने वाले सिंह ने कहा, “मेरी टीम फ्लू के टीके और कोविड-19 मरीजों में गंभीर बीमारियों के जोखिम कम होने के बीच संबंध स्थापित कर पाई है।”
कोरोनावायरस की तीसरी लहर को लेकर सबसे ज्यादा डर बच्चों के लिए लग रहा है। जानकारों का मानना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर का हमला बच्चों पर होने की आशंका है। ऐसे में इंफ्लुएंजा शॉट बच्चों के लिए भी एक सुरक्षात्मक उपाय हो सकता है।
मदरहुड हॉस्पिटल, बैंगलोर में पीडिट्रिशियन डॉ. विकास सात्विक मानते हैं कि इंफ्लुएंजा शॉट कोविड-19 से बच्चों के लिए एक सुरक्षात्मक उपाय हो सकता है। मानसून और कोरोनावायरस की थर्ड वेव को देखते हुए बच्चों को यह दिया जाना और भी ज्यादा जरूरी है।”
डाॅ. विकास आगे कहते हैं,”हालांकि फ्लू का टीका और कोविड-19 वैक्सीन दोनों अलग-अलग उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। इसलिए इसे कोविड वैक्सीन का विकल्प नहीं माना जा सकता है। परंतु भारत में अभी तक 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में फ्लू शॉट एक सुरक्षात्मक उपाय हो सकता है।”
अब जबकि कोरोनावायर का डेल्टा स्ट्रेन दुनिया भर के 135 देशों में फैल चुका है, तब आपके लिए यह जानकारी फायदेमंद हो सकती है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी थी कि यह इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि अगर लोगों की भीड़ और उनकी सोशलाइजिंग को नियंत्रित नहीं किया गया तो अगले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामले बीस करोड़ के पार हो जाएंगे।
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(समाचार एजेंसी भाषा से प्राप्त इनपुट के साथ)
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