बाजार में मिलने वाले रेडीमेड हजारों फूड आइटम्स को बनाने में आर्टिफिशियल फूड कलर का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे फूड डाई भी कहते हैं। अलग-अलग रंग को अलग-अलग नंबरों से संदर्भित किया जाता है। काफी समय से आर्टिफिशियल फूड कलर्स को लेकर विवाद चल रहा है। कई रिसर्च यह दावा करते हैं कि खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले आर्टिफिशियल फूड कलर्स को बनाने में पेट्रोलियम का इस्तेमाल किया जाता है। जिसका ह्यूमन और एनिमल बॉडी पर नकारात्मक असर पड़ता है (side effects of artificial food colour)। खासकर इनके इस्तेमाल से कैंसर का खतरा (Cancer cause food color) बढ़ जाता है। इन्हीं रिसर्च के बाद रेड डाई नंबर 3 को लेकर काफी विवाद चल रहा था। जिस पर आखिरकार एफडीए ने प्रतिबंध लगा दिया है (FDA banned red dye 3)।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने तमाम कंट्रोवर्सी के बाद बुधवार को आर्टिफिशियल फूड कलर रेड डाई नंबर 3 पर प्रतिबंध लगा दिया है। एजेंसी ने सिंथेटिक फूड कलर रेड डाई 3 नंबर को हुमन कंजप्शन के लिए नुकसानदेह बताते हुए, इंसानों में इसके सेवन से कैंसर का खतरा बताया है। इस खबर के बाद फूड इंडस्ट्री को बड़ा बदलाव करने की आवश्यकता है। भारत में भी लोगों को विशेष रूप से बच्चों को रेड डाई 3 कंटेनिंग फूड्स और ड्रिंक्स सहित दवाइयों के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी तरह के नुकसान को रोका जा सके। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला साथ ही जानेंगे सिंथेटिक फूड कलार रेड नंबर 3 के बारे में।
द इस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन) ने फूड कलर रेड नंबर 3 के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह एक सिंथेटिक फूड कलर है, जिसे खाद्य पदार्थों में चेरी जैसा लाल रंग एड करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसका संबंध जानवरों के कैंसर से जोड़ा गया है।
सेंटर फॉर साइंस इन द पब्लिक इंटरेस्ट के अनुसार, इस रंग का उपयोग हजारों खाद्य पदार्थों में किया जाता है, जैसे कैंडी, अनाज, फलों के कॉकटेल, चेरी और स्ट्रॉबेरी के स्वाद वाले मिल्कशेक (red dye 3 foods to avoid)। एक फूड सेफ्टी एडवोकेसी ग्रुप ने 2022 में एजेंसी से इसका उपयोग समाप्त करने के लिए याचिका दायर की थी। CSPI का कहना है कि लगभग 10,000 खाद्य पदार्थों को बनाने में इस रंग का इस्तेमाल किया जाता है। जिनमें कई बड़ी फूड कंपनियों द्वारा बनाए गए सैकड़ों उत्पाद शामिल हैं।
हालांकि, FDA ने बच्चों में व्यवहार संबंधी मुद्दों से जुड़े रेड नंबर 40 सहित अन्य आर्टिफिशियल रंगों के उपयोग को नहीं रोका है। एजेंसी ने 1990 में डेलाने क्लॉज के तहत ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले एडिटिव्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह एक संघीय कानून है जिसके तहत FDA को ऐसे खाद्य एडिटिव्स पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता होती है, जो मनुष्यों या जानवरों में कैंसर का कारण बनते हैं या इस प्रकार की बीमारी का खतरा बढ़ाते हैं।
FDA ने खाद्य पदार्थ और दवाओं में प्रतिबंध सिंथेटिक कलर का उपयोग करने वाले मैन्युफैक्चरर कंपनियों को उत्पादों को फिर से तैयार करने के लिए जनवरी 15.2027 और जनवरी 18.2028 तक का समय दिया है। इसके अलावा यूनाइटेड स्टेट अमेरिका में इंपोर्ट होने वाले खाद्य पदार्थों के लिए भी नए खाद्य नियम और आवश्यकताओं का पालन करना अनिवार्य बताया है (red dye 3 foods to avoid)।
पेट्रोलियम से बने रेड नंबर 3 को 1907 में खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई थी। FDA सालों से डाई को प्रतिबंधित होने से बचाने के लिए काम कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद कई अध्ययन ऐसे हैं जिनमें आर्टिफिशियल फूड कलार के उच्च खुराक के संपर्क में आने वाले मेल चूहों में ट्यूमर पाए गए हैं।
इस बात को लेकर भी चिंता जाहिर की गई है कि क्या खाद्य पदार्थों में आर्टिफिशियल कलर का इस्तेमाल बच्चों के व्यवहार को प्रभावित कर रहा है। 2011 में, FDA ने आर्टिफिशियल फूड कलर और बच्चों में अति सक्रियता के बीच संभावित संबंध की ओर शंका जताई थी। हालांकि, बाद में निर्धारित किया गया कि दोनों के बीच कोई संबंध नहीं था। FDA अब इसकी मंजूरी रद्द कर रहा है, जिससे देश भर में इसका उपयोग बंद हो रहा है, अन्य राज्यों ने पहले ही कार्रवाई कर दी है।
कैलिफोर्निया 2023 में रेड नंबर 3 और संभावित स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े कई अन्य फूड एडिटिव्स पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला राज्य है।
CSPI के अनुसार, फूडडाटा सेंट्रल में यूएस डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर के ब्रांडेड फूड डेटाबेस की खोज में 9,201 अमेरिकन फूड प्रोडक्ट्स की पहचान की गई, जिनमें रेड 3 शामिल है, जिसमें देश की सबसे बड़ी खाद्य कंपनियों द्वारा बनाए गए सैकड़ों उत्पाद शामिल हैं। यहां जानिए कैंसर पैदा करने वाले आर्टिफिशियल कलर युक्त कुछ लोकप्रिय फूड प्रोडक्ट्स ओर ड्रिंक के नाम:
मार्शमैलो और कैंडी कॉर्न सहित कई अन्य कैंडी प्रोडक्ट
फ्रूट ड्रिंक, कलर्ड ड्रिंक, सोडा या कॉकटेल ड्रिंक
केक और कपकेक,
कुछ प्रोटीन शेक
कुछ प्रकार के एनर्जी ड्रिंक
कई तरह के पुडिंग
कुछ बेकन बिट्स और सॉसेज
इसके अलावा, ड्रग्स.कॉम के अनुसार, कुछ दवाएं भी ऐसी हैं, जिनमें रेड डाई नंबर 3 का उपयोग किया जाता है (Red dye 3 containing medicines)
एसिटामिनोफेन (पेनकिलर)
फ्लुओक्सेटीन (एंटीडिप्रेसेंट)
गैबापेंटिन (एंटीकॉन्वल्सेंट)
एंडोमेप्राज़ोल (हार्टबर्न)
जैसा कि यूएस फूड फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले सिंथेटिक रेड डी नंबर 3 पर प्रतिबंध लगा दिया है, तो आप सभी के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
खाद्य पदार्थों के इनग्रेडिएंट लिस्ट में रेड डाई नंबर 3 या FD&C रेड नंबर 3 और इरिथ्रोसिन का ध्यान रखें। खासकर बच्चों के लिए इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि कैंडी, ग़मीज, कलर्ड ड्रिंक आदि।
आमतौर पर बहुत से लोग घर के बने खाद्य पदार्थों में भी रंग जोड़ने के लिए आर्टिफिशियल कलर का इस्तेमाल करते हैं इसलिए आप सभी सचेत हो जाए, और व्यंजनों में नेचुरल कलर जैसे कि बीटरूट जूस और हल्दी का इस्तेमाल करें।
यदि आपके बच्चे इतने बड़े हो गए हैं, कि चीजों को समझ सकते हैं, तो उन्हें आर्टिफिशियल फूड कलर से जुड़ी जानकारी जरूर दें। बच्चे अक्सर रंग-बिरंगे खाद्य पदार्थों को देखकर उनकी तरफ अट्रेक्ट होते हैं, ऐसे में बच्चों को समझना जरूरी है कि एडिटिव कलर्स क्या होते हैं और उनके क्या नुकसान हो सकते हैं। विशेष रूप से अभी रेड डाई नंबर 3 के बारे में उन्हें जरूर बताएं और किसी भी खाद्य पदार्थों को खरीदने के पहले उन्हें लेवल चेक करने को कहें। इस प्रकार हम सभी नुकसान को बढ़ने से रोक सकते हैं।
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