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सूर्य ग्रहण से अलग हैं चंद्र ग्रहण के प्रभाव, एक्सपर्ट दे रहे हैं चंद्र ग्रहण से जुड़े आपके 5 सवालों के जवाब

आपको चंद्र ग्रहण को देखना चाहिए या नहीं, खाना खाना चाहिए या नहीं, स्किन और बालों पर इसके प्रभाव को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं। पर क्या है इनका वैज्ञानिक आधार, हमने इस बारे में कुछ विशेषज्ञों से बात की।
चंद्र ग्रहण को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठते हैं। जानते हैं उनके पीछे छिपा सच। चित्र अडोबी स्टॉक
ज्योति सोही Updated: 5 May 2023, 13:28 pm IST
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साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण 5 मई (Lunar eclipse) यानी आज है। एशिया के ज्यादातर हिस्सों में दिखने वाला ये ग्रहण (Lunar eclipse time) 8 बजकर 46 मिनट से शुरू होकर 1 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। चंद्रग्रहण को लेकर लोगों में कई तरह के मिथ्स हैं। कोई शरीर पर नकारात्म्क प्रभावों की बात को कहता है, तो कुछ लोगों का मानना है कि ग्रहण का प्रभाव हमारी आंखों और त्वचा पर भी दिखने लगता है। ग्रहण को लेकर हमारे इर्द गिर्द कई प्रकार की धारणाएं है। हेल्थ शाॅट्स पर विशेषज्ञ दे रहे हैं चंद्र ग्रहण से जुड़े आपके सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवालों (lunar eclipse FAQs) के जवाब।

1 क्या है चंद्र ग्रहण की स्थिति

चंद्र ग्रहण में पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में से होकर गुज़रती है। इसके परिणामस्वरूप ये तीनों एक-दूसरे के समानांतर हाते हैं। इस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा के चेहरे पर पड़ती हुई दिखती है। आज लगने वाला ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral lunar eclipse today) है, जिसमें पृथ्वी की परछाई सीधे तौर पर चंद्रमा पर नहीं पड़ती है, इसे उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहते हैं।

समुद्र में आने वाले ज्वार-भाटे से लेकर हमारी मेंटल हेल्थ तक चांद का प्रभाव पड़ता है। चित्र : एडोबी स्टॉक

2 इसे ब्लड मून क्यों कहा जाता है

पृथ्वी यानि अर्थ सन और मून के मध्य पहुंच जाती है, तो उस वक्त चंद्रग्रहण लगता है। उस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा के प्रकाश को पूरी तरह से ढककर आगे बढ़ती है। वहीं सूर्य की रोशनी जब चंद्रमा पर पड़ती है, तो उस वक्त चांद चमकीला प्रतीत होने लगता है। चंद्रमा जब पृथ्वी के पीछे की ओर रहता है, तो उसका कलर कॉपर के समान गहरा लाल दिखने लगता है। इसके चलते हम इसे ब्लड मून (Blood Moon) भी कहते हैं।

3 क्या चंद्र ग्रहण से आंखों को नुकसान पहुंचता है?

आम तौर पर लोगों की मान्यताओं के हिसाब से चंद्र ग्रहण के दौरान होने वाली रोशनी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसी के चलते ग्रहण के दौरान आई प्रोटेक्शन के लिए सेफ्टी ग्लास पहनने की हिदायत दी जाती है।

नासा के अनुसार लोगों को चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी खास प्रकार के ग्लासिस की आवश्यकता नहीं है। उनके मुताबित दूरबीन या टेलीस्कोप की मदद से आप इसे देख सकते है।

साइंटिफिक एविडेंस के हिसाब से किसी नुकसान की कोई बात नहीं स्वाकारी गई है। वहीं महिलाओं के मासिक धर्म से भी जोड़कर देख सकते हैं। सूर्य ग्रहण के समय में हमें खुद को रेज़ से प्रोटेक्ट करने की आवश्यकता है। मगर चंद्र ग्रहण में इसका स्किन या आंखों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

4 प्रेगनेंट महिलाओं पर पड़ता है चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव

तीन घंटे तक चलने वाले ग्रहण को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं। कईयों को ऐसा लगता है कि गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण से नुकसान हो सकता है। ऐसे में उन्हें कई प्रकार की एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है।

एचसीएमसीटी मणिपाल हास्पिटल, द्वारका में डर्माटोलॉजी कंसल्टेंट,डॉ गुंजन वर्मा का कहना है कि ग्रहण को लेकर अक्सर हम सुनते है कि हमें नहाना नहीं चाहिए और कुछ खाना नहीं चाहिए। गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकला चाहिए। ये सभी मिथ्स पीढ़ियों से आगे बढ़ते हुए आए हैं। पर इनका कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है।

मेडिकल सांइसिस के रिसर्च में पाया गया है कि इस बात का कोई सबूत अब तक नहीं मिला है कि ग्रहण का मनुष्य के शरीर पर किसी तरह का कोई प्रभाव होता है। वहीं नासा के मुताबिक भी चंद्रग्रहण हमारे शरीर को प्रभावित नहीं करते हैं। मगर कही न कहीं मनोवैज्ञानिक ढंग से हम पर प्रभाव डालता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक हमारी स्किन और बालों पर चंद्रग्रहण का कोई प्रभाव नज़र नहीं आता है। चित्र अडोबी स्टॉक

5 क्या स्किन और बालों को नुकसान पहुंचाता है चंद्र ग्रहण ?

एमबीबीएस, एमडी डर्माटोलॉजी, वेनेरोलॉजी और लेप्रोसी, डॉ कशिश कालरा के मुताबिक चंद्रग्रहण का हमारी स्किन और बालों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। हांलाकि सूर्य ग्रहण हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। अगर आप सूर्य ग्रहण को लगातार बिना ग्लासिस से देखते हैं, तो आंखों का रेटिना डैमेज भी होने की संभावना रहती है। जबकि च्रंद्र ग्रहण का हमारी ओवरऑल हेल्थ पर कोई प्रभाव नहीं होता है।

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ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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