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Earth Day 2025 : पृथ्वी को बचाने के लिए आप भी कर सकती हैं ये 10 उपाय, लंबी उम्र में होगा योगदान

ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरे के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ने लगता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बना रहता है। इस स्थिति पर काबू पाने के लिए रोजमर्रा के जीवन में बरती जाने वाली लापरवाहियों को नियंत्रित करके पर्यावरण संरक्षण के प्रति योगदान देने के लिए इन 10 टिप्स की लें मदद
Updated On: 22 Apr 2025, 12:15 pm IST
जैसे-जैसे पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है, दुनिया भर में त्वचा और श्वसन संबंधी समस्याएं भी बढ़ रहीं हैं। चित्र: अडोबी स्टॉक

क्लाइमेट चेंज के चलते मौसम के पैटर्न में कई तरह के बदलाव नज़र आ रहे हैं, जो खाद्य उत्पादन के लिए बड़ा ख़तरा बनकर उभर रहा है। ऐसे में पृथ्वी की देखभाल करना सिर्फ़ एक ज़िम्मेदारी नहीं है बल्कि हर एक व्यक्ति की ज़रूरत बन चुका है। दरअसल, ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरे के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम भी बढ़ने लगता है, जिससे फेफड़ों और हृदय समेत कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बना रहता है। इस स्थिति पर काबू पाने के लिए रोजमर्रा के जीवन में बरती जाने वाली लापरवाहियों को नियंत्रित करके पर्यावरण संरक्षण के प्रति योगदान प्रदान किया जा सकता है। जानते है पृथ्वी (Earth Day 2025) को बचाने के लिए किन 10 टिप्स की मदद ली जा सकती है।

पृथ्वी दिवस 2025 (Earth Day 2025)

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैश्विक स्तर पर लगाए जा रहे अनुमान की मानें तो वायु प्रदूषण फेफड़ों के कैंसर से होने वाली लगभग 30 प्रतिशत मौतों का कारण है। ऐसे में हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (Earth Day 2025) के तौर पर मनाया जाता है। ये दिन पर्यावरण और इसके संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है।

रोज़ाना धरती को किसी न किसी कारण से नुकसान पहुंच रहा है और इसका नुकसान समस्त मानव जीवन और पर्यावरण को उठाना पड़ रहा है। चित्र: अडोबी स्टॉक

पहले रिडयूज, रीयूज़ और रीसाइकिल के अर्थ को समझें

इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ सांइस के अनुसार चीजों का सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें, उन्हें रीयूज करें और रीसाइकिलिंग को अपनाएं। रिडयूज का अर्थ है कि केवल उतना ही खरीदें, जितने की आवश्यकता हो। उसके बाद दोबारा इस्तेमाल करना यानि रीयूज़ का अर्थ है कि चीजों को बड़ी मात्रा में एकत्रित करने की जगह आवश्यकतानुसार संग्रहित करें और उन्हीं चीजों को अलग अलग तरह से उपयोग करें। तीसरा है रीसाइकिल करें, जिसके चलते प्लास्टिक की पुरानी बोतलों को नए कंटेनरों में बदला जा सकता है या कागज को कार्डबोर्ड में बदलना भी फायदेमंद है।

इन 10 तरीकों से करें अपनी पृथ्वी का बचाव (Easy ways to save earth)

1. वाटर कंजरवेशन

पानी की बचत करने के लिए सीमित मात्रा में इसका इस्तेमाल करें। दरअसल, वाटर कंजरवेशन से पहले हर व्यक्ति को वॉटर यूसेज मैनेजमेंट को समझना होगा। इससे उचित मात्रा में पानी का प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए सफाई के लिए पाइप या शावर का इस्तेमाल करने से पहले बाल्टी या मग में भरकर पानी का इस्तेमाल करना ज़रूरी है।

2. बिजली की बचत करें

कमरे के सभी लाइट और पंखों को चलाने की जगह आवश्सकतानुसार इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल करें। इससे ग्लोबल वॉर्मिंग के खतरे को टाला जा सकता है और पर्यावरण को बचाने में भी मदद मिलती है। सीमित मात्रा में इलेक्ट्रिक डिवाइज़ का इस्तेमाल करें।

3. सिंगल यूज़ प्लास्टिक

एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक से बचने के लिए शॉपिंग बैग, स्ट्रॉ, पानी की बोतलें और कटलरी का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए। इस समस्या से बचने के लिए अलग अलग पैक की गई चीजों का प्रयोग कम मात्रा में करें और जहां संभव हो इन चीजों की थोक में खरीदारी करने पर विचार करें।

वॉटर बॉटल में पानी पीने के साइड इफेक्ट्स होते हैं। चित्र – अडोबीस्टॉक

4. बाइक को साइकिल से रिप्लेस करें

ईंधन की बचत के लिए साइकिल का इस्तेमाल करें। अपने आसपास आने जाने के लिए बार-बार बाईक और गाड़ी का प्रयोग सीमित मात्रा में करें। इससे न केवल ग्रीनहाउस गैसों को कम किया जा सकता है बल्कि शरीर में बढ़ने वाली कैलोरी की मात्रा को भी नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसे में निजी ट्रांसपोर्ट की जगह सार्वजनिक परिवहन की ही मदद लें (Earth Day 2025)।

5. पौधे लगाएँ

पेड़ से न केवल खाद्य पदार्थ बल्कि ऑक्सीजन की प्राप्ति होती हैं (Earth Day 2025)। इसके अलावा ये ऊर्जा बचाने, हवा को साफ करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करते हैं। अपने आसपास इनडोर और आउटडोर पौधे अवश्य लगाएं।

अपने आसपास इनडोर और आउटडोर पौधे अवश्य लगाएं।

6. खाद बनाएं

खाना बनाने के दौरान सब्जियों के छिलकों, सूखे पत्तों, घास और खराब हो चुके फलों को डालकर बायोलॉलिकज कॉम्पोज़िशन से कंपोस्ट तैयार की जाती है। इससे छिलकों का बेहतरीन इस्तेमाल किया जा सकता है और खुद ही खाद को आसानी से तैयार किया जाता है। साथ ही इस प्रयास से वातावरण को भी दूषित होने से बचाया जा सकता है।

7. एलइडी का करें प्रयोग

कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट बल्ब यानि सीएफएल कर इस्तेमाल फायदेमंद साबित होता है (Earth Day 2025)। ये अन्य बल्बों की तुलना में 10 गुना ज़्यादा समय तक चल सकते है। साथ ही कम से कम दो तिहाई कम ऊर्जा का उपयोग करते है। रोज़मर्रा के जीवन में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

8. केमिकल के इस्तेमाल में कमी

नहाने से लेकर कपड़े और बर्तन धोने तक केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है। केमिकल नाली के रास्ते नदियों में पहुंच जाते हैं, जिससे प्रदषण का सामना करना पड़ता हैं। दरअसल, नदियों के पानी का इस्तेमाल कई कार्यों में लिए किया जाता है।

नहाने से लेकर कपड़े और बर्तन धोने तक केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है।

9. कचरा प्रबंधन

उचित तरीके से रीसाइकिल न कर पाले से जगह जगह कचरे के ढेर लगे रहते हैं, जो वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण का कारण बनते हैं। ऐसे में गीले और सूखे कचरे को अलग अलग तरह से फेंके। इसके अलावा नियमित रूप से घरों की सफाई भी रखें।

10. हेल्दी मील्स लें

आहार में सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज, फलियाँ, मेवे और बीज शामिल करें, जिससे पर्यावरण (Earth Day 2025) बचाया जा सकता है। पौधे आधारित खाद्य पदार्थों के उत्पादन से आम तौर पर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होता है और इसके लिए कम ऊर्जा, भूमि और पानी की आवश्यकता होती है।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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