आधुनिक जिंदगी की भागदौड़ ने मनुष्य को अकेला कर दिया है। अक्सर जब आप काम से लौटती हैं, तो आपका दुःख-सुख बांटने वाला कोई नहीं होता है। ऐसे में पैट डॉग आपके लिए एक बेहतर साथी साबित होते हैं, मगर इनका अनुचित फायदा उठाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। आज इंटरनेशनल डॉग्स डे के अवसर पर आपको जानना चाहिए क्या हो सकते हैं कुत्तों के साथ यौन संबंध बनाने के जोखिम।
डॉग्स! यह सुनकर आपके चेहरे पर एक मुस्कान ज़रूर आ जाती होगी। अगर मुस्कान न सही तो दया की भावना ज़रूर आती होगी, क्योंकि ये होते ही इतने प्यारे हैं। अगर आपके घर में भी एक पैट डॉग है, तो आप समझ सकती हैं कि ये किसी फैमिली मेंबर से कम नहीं होते! फिर चाहे आपकी देखभाल करना हो या किसी ज़िम्मेदार व्यक्ति की तरह घर का ख्याल रखना।
वाकई डॉग्स हमारे बेस्ट फ्रेंड हो सकते हैं और यह अहसास सिर्फ वही लोग समझ सकते हैं, जिनके पास एक प्यारा सा पालतू कुत्ता हो। आज इंटरनेशनल डॉग्स डे (International Dogs Day) है! और यह हर डॉग को सेलिब्रेट करने का दिन है, फिर चाहे वे किसी भी ब्रीड के हों। इस दिन को अमेरिका में 2004 में एक पैट लाइफ स्टाइल एक्सपर्ट कोलीन पेज द्वारा इंटरनेशनल डॉग्स डे के रूप में स्थापित किया गया था।
इंसान और जानवर के बीच अगर कोई सबसे नज़दीक है, तो वे डॉग्स हैं! यह दिवस डॉग्स (Dogs Day) को अपनाने या अडॉप्ट करने, उनकी देखभाल करने और उनके प्रति होने वाले जुर्म के खिलाफ आवाज़ उठाने के महत्व को दर्शाता है।
डॉग्स हमसे भोजन, पानी और प्यार की कामना करते हैं और बदले में वो हमें इमोशनल सपोर्ट और प्यार देते हैं। मगर, प्यार की एक सीमा होती है और डॉग्स आखिर हैं तो जानवर ही! कहने का मतलब है कि इन बेज़ुबान प्राणियों में इंसानों की तरह समझ नहीं होती। और इसी न समझी के चलते इनका फायदा उठाना या इनसे प्यार से बढ़कर यौन सुख की कामना करना आपकी बहुत बड़ी भूल हो सकती है। इतना ही नहीं यह जुर्म है और आपके स्वास्थ्य पर भी यह भारी पड़ सकता है!
ज़ोफिलिया, एक अमानवीय अथवा जानवर के प्रति मानव का यौन आकर्षण है, जिसमें जानवर के बारे में यौन कल्पनाओं का अनुभव या उसके साथ वास्तविक यौन संपर्क की खोज शामिल हो सकती है। भारत समेत कई देशों में इंसानों और जानवरों के बीच सेक्स अवैध है और एक गंभीर जुर्म है।
आधुनिक समाज में ज़ोफिलिया को एक वर्जित विषय माना जाता है, फिर भी रिपोर्ट की गई प्रसार दर पुरुषों के लिए 8.3% से 4.9% है। वहीं महिलाओं में इसकी दर 3.6% से 1.9% तक है। हालांकि, मनो रोगियों में ज़ोफिलिया की व्यापकता दर बहुत अधिक (55%) है।
ज़ूनोटिक रोग (Zoonotic Diseases) या ज़ूनोज़ जानवरों के रोग हैं, जो जानवरों से मनुष्यों में फैल सकते हैं। ऐसी कम-से-कम 200 से ज्यादा बीमारियां हैं जो जानवरों से इंसानों में सेक्सुअल कॉनटैक्ट द्वारा फैल सकती हैं
कुत्तों, मवेशियों, सूअरों, घोड़ों और भेड़ों के यौन अंगों के संपर्क में आने से यह जीवाणु रोग मनुष्यों में फैल सकता है। लेप्टोस्पायरोसिस मेनिन्जाइटिस (meningitis) का कारण बन सकता है, जो लगभग 10% मामलों में मृत्यु का कारण बनता है।
कुत्तों, बिल्लियों और भेड़ों के मल से पैरासाइट वर्म्स इस बीमारी का कारण बन सकते हैं। वर्म्स फेफड़े, यकृत, मस्तिष्क, प्लीहा, हृदय और गुर्दे में अल्सर का कारण बनते हैं। अगर इलाज न किया जाए तो यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंज़ूनोज के सबसे गंभीर रोगों में से एक, रेबीज बिल्लियों, कुत्तों और घोड़ों की लार से फैलता है। यह एक वायरल संक्रमण है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। एक्सपोजर के तुरंत बाद इलाज न करने पर यह ज्यादातर मामलों में घातक होता है।
इतना ही नहीं किसी डॉग से सेक्सुअल कॉन्टैक्ट मूत्र संबंधी रोगों के लिए भी एक जोखिम कारक है। जानवरों के साथ यौन संबंध पेनाइल कैंसर का जोखिम पैदा कर सकता है और कई यौन रोगों से जुड़ा हो सकता है।
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