हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द- चिकनगुनिया के रोगियों को लगातार महसूस होने वाला लक्षण है। कुछ लोगों को यह परेशानी एक साल बाद तक भी परेशान करती है। जब आप अपने खानपान पर पर्याप्त ध्यान नहीं देतीं, तो चिकनगुनिया के लक्षण लंबी अवधि तक आपको परेशान करते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है अपने खान-पान पर पर्याप्त ध्यान न देना।
बेशक, आपका मनपसंद खाना खाने का भी मन नहीं करता है, क्योंकि आप बहुत बीमार महसूस करते हैं। लेकिन याद रखें अपनी इम्युनिटी का ध्यान रखना चाहिए।
चिकनगुनिया एक प्रकार की बीमारी है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से मानव शरीर में प्रवेश करती है। संक्रमित मच्छर दो प्रकार के हो सकते हैं- एडीज इजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस। यह रोग हर साल भारत में एक बड़ी आबादी को प्रभावित करता है।
इस बीमारी के कुछ प्रमुख लक्षण है- बुखार, जोड़ों का दर्द, चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों के आसपास सूजन, थकान, सिरदर्द, मतली (nausea), आदि।
ये लक्षण मच्छर के काटने के दो से छह दिन बाद दिखाई देते हैं। लेकिन सिर्फ दवाएं मदद नहीं करेंगी, क्योंकि उन्हें काम करने के लिए, आपको कुछ पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जो केवल एक स्वस्थ आहार ही प्रदान कर सकता है।
1. नारियल पानी
चिकनगुनिया बुखार से पीड़ित होने की स्थिति में नारियल का पानी शरीर को डिटॉक्सीफाई (detoxify) करता है। यह ताज़ा है और शरीर में हाइड्रेशन (hydration) के स्तर को बनाए रखता है। प्रसिद्ध पोषण विशेषज्ञ मनीषा चोपड़ा कहती हैं, “इसका रोजाना दो से तीन बार सेवन किया जा सकता है, क्योंकि यह स्वस्थ है और शरीर से टॉक्सिन (toxin) को बाहर निकालने में मदद करता है।”
2. हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां किसी भी आहार में शामिल करने के लिए सबसे स्वस्थ विकल्प हैं। कई पोषक तत्वों से भरपूर, हरी पत्तेदार सब्जियां चिकनगुनिया के दौरान जोड़ों के दर्द और बीमारी से लड़ने जैसे लक्षणों को नियंत्रित करके मदद करती हैं। वे पचाने में आसान होते हैं, और विटामिन ए (vitamin A) से भरपूर और कैलोरी (calorie) में कम होते हैं।
3. सूप
चोपड़ा सलाह देती है ,“चिकनगुनिया से पीड़ित होने पर घर पर बने ताज़ी सब्जियों के सूप सबसे अच्छे होते हैं। गाजर का सूप, जो विटामिन ए (vitamin A) से भरपूर होता है, और टमाटर का सूप, जो विटामिन सी (vitamin C) से भरपूर होता है।
इनका सेवन सबसे अच्छा होता है, क्योंकि ये बीमारी से तेजी से ठीक होने में मदद करते हैं। ब्रोकोली (broccoli) का सेवन भी अच्छा होता है क्योंकि इनमें विटामिन सी (vitamin C) होता है। ये सूप पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो चिकनगुनिया के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं।”
4. पपीते के पत्ते का रस
चिकनगुनिया के मरीजों के लिए यह रामबाण है। पपीते के पत्ते के रस आपके ब्लड प्लेटलेट काउंट को तेजी से बढ़ाते है। पपीते के पत्ते का सेवन करने के 3 घंटे के भीतर आपको प्लेटलेट काउंट में सुधार दिखेगा।
5. आयुर्वेदिक हर्ब्स
तुलसी के पत्तों जैसी प्रभावी जड़ी-बूटियों को चबाने से बुखार कम करने और इम्यूनिटी (immunity) को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। सौंफ, अजवाइन, जीरा, गुड़ और नींबू से बनी हर्बल चाय मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है।
6. विटामिन सी (vitamin C) युक्त आहार
चिकनगुनिया के दौरान विटामिन सी (vitamin C) से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि वे इम्यूनिटी (immunity) को बढ़ाने में मदद करते हैं। चूंकि चिकनगुनिया में पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है, इसलिए विटामिन सी (vitamin C) से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे संतरा, कीवी और अमरूद आसानी से पच जाते हैं।
7. गिलोय का रस
चिकनगुनिया से निपटने के लिए गिलोय का रस काफी कारगर होता है। एक गिलास पानी में कुछ बूंदें मिलाकर दिन में दो बार इसका सेवन किया जा सकता है। याद रखें कि इसका अधिक सेवन न करें। आप गिलोय के डंठल को पानी में उबालकर उसका रस भी निकाल सकते हैं।
8. जौ का सत्तू
अगर आप चिकनगुनिया से पीड़ित हैं तो जौ (सत्तू) को अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए। यह लीवर को डिटॉक्सीफाई (detoxify) करने में मदद करता है।
9. फल
चिकनगुनिया से पीड़ित होने पर मौसमी, केला, पपीता, सेब, नाशपाती आदि फलों का सेवन करना अच्छा होता है। वे कई पोषक तत्वों से भरे हुए हैं और लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
10. दलिया
दलिया हल्का और सेहतमंद होता है। यह चिकनगुनिया से रोगी को तेजी से ठीक होने में मदद करेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह लंबे समय तक पेट भरा रखता है और बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
1. मिठाई न खाएं:
हालांकि चिकनगुनिया बुखार के दौरान अपने मुंह के स्वाद को बदलने के लिए थोड़ी सी चीनी का सेवन करना ठीक है, लेकिन मिठाई का अधिक सेवन न करें, क्योंकि वे इम्यूनिटी (immunity) बढ़ाने में रुकावट पैदा करती है।
2. तले और मसालेदार भोजन से बचें:
आप अपने भोजन में घी या नारियल का तेल शामिल कर सकते हैं, लेकिन अन्य तेल चिकनगुनिया से ठीक होने की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं। चूंकि चिकनगुनिया पाचन तंत्र को खराब करता है, इसलिए अस्वास्थ्यकर तेलों और मसालों के सेवन को कम करना या उससे बचना महत्वपूर्ण है जो पाचन की प्रक्रिया को जटिल बना सकते हैं।
3. कोई स्ट्रीट या जंक फूड न खाएं:
जंक फूड को पचाना मुश्किल होता है। खासकर यदि वे मसालों से भरे होते हैं। इससे पेट में इन्फेक्शन (infection) होने की संभावना बढ़ जाती है और अन्य जोखिम भी हो सकते हैं। इसलिए रोगी को बाहर के खाने से पूरी तरह परहेज करना चाहिए।
4. मांसाहारी भोजन से बचें:
डॉक्टर चिकनगुनिया के रोगियों को मांसाहारी भोजन से बचने की सलाह देते हैं, क्योंकि वे पाचन पर भार बढ़ाते हैं। शाकाहारी भोजन विकल्पों पर स्विच करना एक बेहतर और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है।
इसलिए, यदि आप या आपके आस-पास कोई चिकनगुनिया से पीड़ित है, तो इस अद्भुत और प्रभावी आहार के बारे में बताएं।
यह भी पढ़ें: आखिर कब खत्म होगा कोविड- 19? एक्स्पर्ट्स दे रहे हैं इस सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल का जवाब